नेपाली समुदाय का प्रमुख पर्व हरियाली तीज मंगलवार को दार्जिलिंग के मॉल (चौरास्ता) में धूमधाम से मनाया गया। भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन की स्मृति में मनाया जाने वाला यह पर्व महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। आमतौर पर यह उत्सव अगस्त के अंत या सितंबर की शुरुआत में मनाया जाता है।
इस दिन विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और समृद्धि के लिए तथा अविवाहित कन्याएँ आदर्श जीवनसाथी की कामना के लिए 24 से 48 घंटे तक उपवास रखती हैं। मंदिरों में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा, पुष्प अर्पण और विशेष प्रार्थनाओं के साथ पर्व की शुरुआत होती है।
मॉल परिसर लाल साड़ी, गहनों और मेहंदी से सजी महिलाओं से सराबोर हो उठा। ‘तीज के गीत’ और ‘गौरा पर्व’ जैसे पारंपरिक गीत-संगीत और नृत्य ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया। छोटे-बड़े, सभी उम्र की महिलाएँ उत्साहपूर्वक नृत्य और गीतों में भाग लेती नजर आईं।
इस खास मौके को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक भी वहाँ पहुँचे। दार्जिलिंग घूमने आए पर्यटकों ने तीज उत्सव का आनंद लेकर अपनी खुशी जाहिर की। कई पर्यटकों ने कहा कि उन्होंने पहली बार इतना भव्य तीज उत्सव देखा।