सिलीगुड़ी में आज की सुबह एक मनहूस खबर के साथ शुरू हुई, जब यह पता चला कि सिलीगुड़ी के जाने-माने और प्रख्यात वकील अरुण मिश्रा की अकस्मात मौत हो गई है. कुछ देर के बाद यह चर्चा होने लगी कि अरुण मिश्रा की ट्रेन की टक्कर से मौत हो गई थी.
यह खबर उनके परिजनों को हिला देने वाली थी. सुनते ही घर के लोग मौके पर भागे. जिसने भी सुना, वही भागता हुआ मौके पर पहुंचा. उनमें अरुण मिश्रा के स्वजन, रिश्तेदार और करीबी वकील भी शामिल थे. अरुण मिश्रा का शव रंगापानी रेलवे स्टेशन के पास भवतनजोत इलाके में ट्रेन की पटरी के समीप देखा गया था.
वकील अरुण मिश्रा के शव को पहचानते ही घर वालों का बुरा हाल हो गया. देखते देखते वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई. जिसने भी सुना कि सिलीगुड़ी के प्रख्यात वकील अरुण मिश्रा की ट्रेन से टकराने से मृत्यु हो गई है, तो वही अफसोस जताने लगा. उनके साथ प्रेक्टिस करने वाले कई वकील मौके पर पहुंच गए और उनके परिवार को सांत्वना देने लगे. घर वालों का रो रो कर बुरा हाल था.
घटनास्थल फांसी देवा थाना इलाके में आता था.लिहाजा इस घटना की जानकारी फांसी देवा थाना पुलिस को दी गई. इसके साथ ही कुछ देर में रेलवे पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. आरंभिक छानबीन और मौत के कारणों का पता लगाने की कोशिश करते हुए पुलिस अधिकारियों ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया.
55 साल के अरुण मिश्रा सिलीगुड़ी के जाने-माने वकील थे. उनकी दूर-दूर तक चर्चा होती थी. उन्होंने अपने जीवन में कई तरह के केस लड़े और अपनी योग्यता का प्रदर्शन किया. वे सिलीगुड़ी के अनुभवी वकीलों में से एक थे. उनके निकटवर्ती लोगों और वकीलों का मानना है कि वह सभी से प्रेम से मिला करते थे और बड़े ही शांत स्वभाव के व्यक्ति थे.
अरुण मिश्रा सिलीगुड़ी बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष भी रह चुके थे. उनका निवास स्थान सिलीगुड़ी के मिलन पाली इलाके में स्थित है. सिलीगुड़ी कचहरी में वे बरसों से वकालत कर रहे थे. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि अरुण मिश्रा को अपने घर से रोजाना की तरह कोर्ट जाना था लेकिन वह कोर्ट नहीं जाकर रंगापानी की ओर क्यों चले गए? क्या उन्हें किसी ने वहां बुलाया था? या फिर वह किसी मुवक्किल से मिलने गए थे? यह भी कहा जा रहा है कि रंगापानी इलाके में उनकी जमीन थी, जिसे वह देखने वहां गए थे.
फांसी देवा पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है और कई पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है. फांसी देवा पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस संदर्भ में सही-सही बता पायेगी कि आखिर वकील अरुण मिश्रा की मौत कैसे हुई थी? क्या ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौके पर मौत हुई या फिर इसके पीछे कुछ और कारण है? हालांकि रेलवे पुलिस के अधिकारियों का प्रारंभिक अनुमान है कि यह आत्महत्या का मामला हो सकता है.
लेकिन अरुण मिश्रा के सहकर्मी, वकील, परिजन और शुभचिंतक यह मानने को तैयार नहीं है. उनका कहना है कि वकील अरुण मिश्रा मानसिक रूप से काफी मजबूत थे और परिवार में किसी तरह का कोई असामान्य तनाव नहीं था. ऐसे में वे इस तरह के कदम नहीं उठा सकते हैं. हालांकि कुछ लोग यह भी कहते हैं कि पिछले कुछ दिनों से वे मानसिक दबाव में थे. पर परिवार के लोग इस बात से इनकार करते हैं.
जो भी हो, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पुलिस यह पता लगाने में सफल हो पाएगी कि आखिर अरुण मिश्रा की मौत कैसे हुई? अरुण मिश्रा की असामयिक मौत पर सिलीगुड़ी बार एसोसिएशन ने शोक व्यक्त किया है.