सिलीगुड़ी को धर्मनगरी कहा जाता है. जब ऐसी धार्मिक नगरी में कुछ लोगों के कारण पाप जैसे कृत्य सामने आते हैं, तो पूरा शहर शर्मिंदा होता है. सिलीगुड़ी में आए दिन हो रहे अपराध तो चिंता का विषय है ही, लेकिन उससे भी ज्यादा पीड़ा तब होती है, जब ऐसी खबर सामने आती है कि एक हैवान ने एक 13 साल की बच्ची की जिंदगी बर्बाद कर दी और उसे 6 महीने का गर्भवती बना दिया.
यह घटना इतना दुखद है कि प्रधान नगर थाने की पुलिस भी दंग रह गई है. ऐसे हैवान के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है. सिलीगुड़ी के प्रधान नगर थाना अंतर्गत घटी यह घटना यह सबक देती है कि किसी पर आंख मूंद कर भरोसा नहीं करना चाहिए और अपनी सुरक्षा स्वयं करना चाहिए.
जिस मासूम बच्ची के साथ यह घटना घटी है, उसके माता-पिता अत्यंत गरीब हैं और दिहारी मजदूरी करके अपना जीवन बसर करते हैं. एक छोटे से मकान में रहने वाले माता-पिता दोनों सुबह ही मजदूरी करने निकल जाते थे. घर में रह जाती थी उनकी मासूम बच्ची. वह एक स्कूल में पढ़ती थी. स्कूल से लौटने के बाद वह घर में अकेली रह जाती थी.
बच्ची के पड़ोस में ही एक आइसक्रीम विक्रेता रहता था. वह ठेले पर घूम घूम कर आइसक्रीम बेचा करता था. पीड़िता उसे अंकल कहकर संबोधित करती थी. दोपहर के समय जब घर में कोई नहीं होता था, तो आइसक्रीम विक्रेता अंकल पीड़िता के घर में घुस जाता था. उसे पता होता था कि इस समय तक पीड़िता स्कूल से घर लौट चुकी होती है. शुरू शुरू में तो पीड़िता नगद पैसे देकर आइसक्रीम लेती थी. लेकिन बाद में आइसक्रीम विक्रेता ने उससे पैसे लेने से मना कर दिया.
दोनों परिवारों का एक दूसरे के घर आना जाना भी था. इसलिए पीड़िता के मां-बाप भी आइसक्रीम विक्रेता पर भरोसा करने लगे थे. उनकी अनुपस्थिति में आइसक्रीम विक्रेता का उनके घर में आने से भी उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती थी. इसका एक कारण यह भी था कि उनकी बेटी और आइसक्रीम विक्रेता की उम्र में काफी अंतर था. आइसक्रीम विक्रेता पीड़िता को बेटी की तरह ही देखता था. माता-पिता को इस बात की खुशी होती थी कि घर में उनकी अकेली बेटी को देखने वाला तो कोई है. इसलिए वे निश्चिंत रहते थे. लेकिन उनके इसी भरोसे ने उनकी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी है.
दोनों स्त्री पुरुष दिन भर काम करने के बाद देर शाम को घर लौटते थे. खाना बनाते और खा पीकर सो जाते थे. लेकिन वे कभी भी अपनी बेटी से उसका हाल-चाल जानने की कोशिश नहीं करते थे. और ना ही उनकी बेटी उन्हें कुछ बताती थी. धीरे-धीरे वक्त गुजरता गया. पिछले कुछ दिनों से लड़की की तबीयत खराब रहने लगी थी. माता-पिता को चिंता हुई तो दोनों अपनी बेटी को लेकर अस्पताल गए. वहां डॉक्टर ने चेकअप किया तो पता चला कि उनकी बेटी गर्भवती है और उसके पेट में पल रहा गर्भ 6 महीने से ऊपर का हो चला है.
यह सुनते ही दोनों माता-पिता सन्नाटे में आ गए. उन्होंने अपनी बेटी से पूछा तो उसने सब कुछ सच-सच बता दिया. लड़की ने बताया कि जब घर में कोई नहीं होता था, तो आइसक्रीम वाला कुल्फी लेकर सीधा उसके कमरे में आ जाता था और उसके साथ गलत व्यवहार करता था. उसने यह बात घर वालों को नहीं बताने की धमकी दी थी. इसलिए वह चुप थी.
पीड़िता से सारी जानकारी लेने के बाद गुस्से में बौखलाए दोनों माता-पिता प्रधान नगर थाने पहुंचे और थाना प्रभारी को सब कुछ बता दिया. सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए. उन्होंने पीड़िता के माता-पिता से एक आवेदन पत्र लेकर आइसक्रीम विक्रेता के खिलाफ FIR दर्ज किया और तुरंत ही आरोपी की गिरफ्तारी के लिए निकल पड़े. इस बीच आरोपी आइसक्रीम विक्रेता को पता चल गया कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है, तो वह अपने घर से फरार हो गया.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी बाल बच्चेदार व्यक्ति है. उसकी पत्नी भी है. लेकिन इसके बावजूद उसने वह पाप किया है जो क्षमा करने लायक नहीं है. उसने न केवल रिश्ते को कलंकित किया है बल्कि एक पड़ोसी का दूसरे पड़ोसी पर से भरोसा भी तोड़ा है. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. प्रधान नगर थाने में यह मामला पोक्सो एक्ट के तहत दर्ज किया गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. और उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी. इस बीच पीड़िता का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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