अजय एडवर्ड ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 और सिक्किम पर जो बयान दिया, उसे लेकर दार्जिलिंग से लेकर सिक्किम तक संग्राम छिड़ गया है. अजय एडवर्ड ने कहा था कि दार्जिलिंग में प्राकृतिक आपदा के लिए सिक्किम जिम्मेदार है. उन्होंने सिक्किम के लिए NH-10 रोकने की भी धमकी दी थी. उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 जैसी सिक्किम की जीवन रेखा को अवरुद्ध कर देंगे. अजय एडवर्ड ने ऐसा बयान कैसे दिया, यह लोगों को हैरान कर रहा है. जो भी हो, उनका यह बयान पूरी तरह गलत और तथ्यहीन है. क्योंकि प्राकृतिक आपदा पर किसी का भी नियंत्रण नहीं होता है.
कोई भी राज्य नहीं चाहता है कि उसकी प्रजा मुसीबत में हो. प्राकृतिक आपदाओं से राज्य को भारी धन हानि का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा प्रशासन के सभी मोर्चों पर सरकार कमजोर हो जाती है. राज्य का विकास नहीं हो पाता है. जान माल की हानि तो अलग ही है. अजय एडवर्ड ने यह बेतूका बयान कैसे दिया, क्यों दिया, इस पर उन्हें जरूर चिंतन करना चाहिए. लेकिन उनके बयान पर हमले शुरू हो गए हैं.
सिक्किम सरकार की अभी तीखी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. शायद इसलिए कि ऐसे बयान ना तो गरिमा के अनुकूल हैं और ना ही उसका जवाब दिया जाना भी उचित है. इस बीच GTA के चेयरमैन अनित थापा ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि अजय एडवर्ड का यह बयान काफी हास्यास्पद है. उन्होंने कहा कि एक नेता के तौर पर अजय एडवर्ड को सोचकर बोलना चाहिए. हमें राजनीति और राजनीतिक बयानों से सिक्किम और दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के किसी भी व्यक्ति को ठेस नहीं पहुंचाना चाहिए. हमारा बिना सोचे समझे दिया गया एक बयान सिक्किम और दार्जिलिंग पहाड़ की दोस्ती को नुकसान पहुंचा सकता है.
अनित थापा ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के मामले में सिक्किम एक संवेदनशील प्रदेश रहा है. यह प्रदेश हर साल प्राकृतिक आपदाओं से लड़ता रहा है. दार्जिलिंग और पश्चिम बंगाल को आपदाओं से क्षति होती है. लेकिन सिक्किम के मुकाबले बहुत कम. उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग और सिक्किम के बीच खून का रिश्ता है. अगर दार्जिलिंग में किसी गोरखा को कष्ट होता है तो सिक्किम में भी इसका असर देखा जाता है. उन्होंने कहा कि कोई भी प्राकृतिक आपदा सरकार नहीं लाती. यह कुदरती होता है. उन्होंने अजय एडवर्ड से अपील की कि वह अपना राजनीतिक लाभ लेने के लिए पड़ोसी राज्य से रिश्ता ना खराब करें.
उन्होंने कहा कि सिक्किम के लोग अजय एडवर्ड के बयान को गंभीरता से ना लें. जब तक मैं जीटीए में हूं, तब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 10 को बंद करने की कोई भी हिम्मत नहीं कर सकता. उधर दार्जिलिंग के विधायक तथा गोरामुमो के महासचिव नीरज जिंबा ने भी अजय एडवर्ड के बयान पर जोरदार हमला किया है और कहा है कि अजय एडवर्ड की ओर से मैं सिक्किम की जनता से माफी मांगता हूं. उन्होंने कहा कि अजय एडवर्ड के अपमानजनक, भ्रामक और गैर जिम्मेदाराना बयान ने हमारी साझी संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत की गरिमा को ठेस पहुंचाया है.
नीरज जिंबा ने कहा कि एक नेता को सोच समझ कर बयान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अजय एडवर्ड को जहां विरोध करना चाहिए वहां वह शांत रह जाते हैं. उन्होंने पूछा कि जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जिलिंग आई थी और चौरास्ता में मेले का उद्घाटन कर रही थी, तो बाढ़ पीड़ितों की दुर्दशा के प्रति उनकी सहानुभूति और चिंता कहां थी? उस समय अजय एडवर्ड ने इसका विरोध क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि अजय एडवर्ड ने अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता के साथ भी अन्याय किया है. अगर ऐसा ही उनका व्यवहार रहता है तो जनता हमेशा हमेशा के लिए उनसे किनारा कर लेगी.
बहर हाल अजय एडवर्ड के इस बयान ने दार्जिलिंग पहाड़ से लेकर सिक्किम तक संग्राम मचाया है. सिक्किम के कई संगठनों के लोग भी हैरान है और अजय एडवर्ड के बेतुके बयान के लिए कोस रहे हैं.
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