सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी में ऐसे कई मकान है, जिनकी नींव तब रखी गई, जब भारत पराधीनता की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था, उन मकानों ने पराधीनता से लेकर आजादी के सफर को महसूस किया होगा, कितने ही पीढ़ियां को आते-जाते और सिलीगुड़ी को गांव से शहर बनते देखा होगा |
यदि यह मकान बोल पाते तो सिलीगुड़ी से जुड़ी एक-एक घटना को उजागर कर देते, लेकिन कंक्रीट से बने मकान बोलते कहां है, यह तो बस लोगों की भावनाओं से जुड़े रहते हैं | बता दे कि, आज नगर निगम ने लगभग 80 साल पुराने मकान को ध्वस्त कर दिया | देखा जाए तो सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा लगातार अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जा रहा है, लेकिन आज नगर निगम ने एक 80 साल पुराने मकान पर बुलडोजर चलवा दिया |
इस मकान का निर्माण करीब 1947 में किया गया था, बता दे कि, यह मकान सिलीगुड़ी के आठ नंबर वार्ड शिवाजी रोड सब्जी बाजार इलाके में स्थित था और यह मकान काफी जर्जर हालत में भी था | मकान के मालिक यहां नहीं रहते थे, सभी किराएदार ही इस मकान में निवास करते थे | नगर निगम ने दिसंबर महीने में भी मकान मालिक को नोटिस भेजा था और कुछ दिनों पहले भी नगर निगम ने दोबारा नोटिस भेजा और गुरुवार यानी आज सुबह से ही सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा मकान को ध्वस्त करने का काम शुरू किया गया | इस दौरान क्षेत्र के लोगों ने बताया कि, मकान काफी जर्जर हालत में था, कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती थी | मकान की हालत इतनी खराब थी कि, बारिश के दिनों में छत टपकती तो वह पानी ग्राउंड फ्लोर तक पहुँचती थी, इस मकान में रहने वाले किराएदार भी मकान की जर्जर हालत के कारण भयभीत थे, इसके आवला स्थानीय लोगों ने बताया कि, नगर निगम ने जो निर्णय लिया है वह सही लिया है, क्योंकि यह मकान किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता दे रहा था |
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