जब जेल का निर्माण किया गया था, तो इसका मकसद यही था कि अपराधी जेल की बंद चार दीवारी में अपने किए का प्रायश्चित करेंगे और जब तक जेल से बाहर आएंगे तो उनका हृदय परिवर्तन हो चुका होगा. अर्थात जेल अपराधियों का सुधार घर भी है. पर क्या ऐसा होता है? क्या जेल जाने वाला अपराधी जेल से छूटने के बाद फिर से अपराध नहीं करता?
वर्तमान में तो कम से कम ऐसा नहीं कहा जा सकता है. एक बार जेल का रुख करने के बाद अधिकांश अपराधी अपराध के मार्ग पर चल पड़ते हैं. यह प्रसंग इसलिए भी देना जरूरी है, क्योंकि भक्ति नगर पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की संयुक्त टीम ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक अभियान चलाकर जिन दो व्यक्तियों को लाखों रुपए के ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया है, उनमें से एक अंकित शर्मा है, जो कुछ समय पहले सिलीगुड़ी के एक व्यक्ति की हत्या के मामले में जेल जा चुका है.
अंकित शर्मा एक हत्या के मामले में कुछ समय पहले ही जेल से छूट कर आया था और बाहर आते ही वह फिर से अपराध की दुनिया में लिप्त हो गया. उसने मादक पदार्थों की तस्करी करनी शुरू कर दी. भक्ति नगर इलाके में रहने वाले अंकित शर्मा को 223 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ SOG की टीम ने गिरफ्तार किया है. वह अपनी जेब में छुपा कर ब्राउन शुगर ले जा रहा था. संदेह होने पर पुलिस ने उसे रोका और उसके कब्जे से लाखों रुपए का ब्राउन शुगर बरामद किया.
आपको बताते चलें कि पिछले साल सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 42 के अंतर्गत भूपेंद्र नगर में मनीष गुप्ता नामक एक युवक की हत्या की गई थी. उसकी हत्या का आरोप अंकित शर्मा तथा उसके दो भाइयों पर लगा था. यह पूरा मामला एक प्रेम प्रसंग से जुड़ा था. अंकित शर्मा जिस लड़की से प्यार करता था, उस लड़की को मनीष गुप्ता भी प्यार करता था.
अंकित शर्मा नहीं चाहता था कि मनीष गुप्ता उसकी प्रेमिका से इश्क फरमाए. इसलिए वह कई बार मनीष गुप्ता को धमकी भी दे चुका था. मनीष गुप्ता लड़की के मोबाइल पर मैसेज करता रहता था. मनीष गुप्ता का कहना था कि लड़की उसे नहीं बल्कि मनीष को चाहती है और वह उससे सच्चा प्यार करता है. एक दिन बाद विवाद बढ़ गया तो अंकित शर्मा तथा उसके दोनों भाइयों ने मनीष गुप्ता की हत्या कर दी. भक्ति नगर पुलिस ने मनीष गुप्ता की हत्या के आरोप में अंकित शर्मा, प्रभात शर्मा तथा रोहित शर्मा तीनों भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
अंकित शर्मा पिछले काफी समय तक जेल में ही था.लेकिन आखिरकार कोर्ट से उसकी जमानत हो गई तो वह बाहर आ गया. और एक बार फिर से अपराध के रास्ते पर चल पड़ा. ब्राउन शुगर की तस्करी के आरोप में पकड़े गए अंकित शर्मा को जब भक्ति नगर पुलिस जलपाईगुड़ी कोर्ट लेकर जा रही थी तब खबर समय के संवाददाता के द्वारा पूछताछ के क्रम में अंकित शर्मा ने खबर समय के संवाददाता को गाली दी तथा उसे देख लेने तक की धमकी दी.
अंकित शर्मा फिलहाल भक्ति नगर पुलिस के रिमांड में है. अंकित शर्मा के व्यवहार और उसकी कार्य शैली को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि अंकित शर्मा जैसे अपराधियों के लिए जेल कभी सुधार घर नहीं बन सकती है.