सिलीगुड़ी के प्रधान नगर थाना के अंतर्गत रहने वाले अजय कुमार को मकान बनाने के लिए एक मोटी रकम की जरूरत थी. उन्होंने रिश्तेदारों से बात की. लेकिन कोई भी घर बनाने के लिए बड़ी रकम देने के लिए तैयार नहीं हो सका. फिर उन्होंने बैंक से लोन लेने का प्लान बनाया. उसी दौरान उनका परिचय सिलीगुड़ी के हैदरपाड़ा में रहने वाले लोन एजेंट गौरव दास से हुआ. गौरव दास ने अजय कुमार को सारे पेपर लेकर घर पर बुलाया. अजय कुमार पूरे कागजात के साथ गौरव दास से मिले.
गौरव दास ने अजय कुमार से पेपर लेकर देखा और उन्हें आश्वासन दिया कि वह बैंक से लोन पास करवा देंगे. उसने बताया कि सिलीगुड़ी के विभिन्न बैंकों से उसके अच्छे संबंध हैं. अतः लोन मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी. परंतु इसके लिए उन्हें कुछ पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं. क्योंकि बाबुओं को खिलाना पिलाना पड़ता है. प्रोसेसिंग फी अलग से लगती है. अजय कुमार समझ गये कि गौरव दास क्या कहना चाहता है. वह इसके लिए तैयार हो गए.
अजय कुमार जितना लोन लेना चाहते थे, उसकी पहली किस्त और प्रोसेसिंग फी इत्यादि जोड़कर हिसाब 1,28000 बनता था. गौरव दास ने अजय कुमार को समझाया कि यह पैसा पहले भुगतान करना होगा. इसके बाद ही बैंक उनका लोन सैंक्शन कर सकेगा. रकम कुछ बड़ी थी. फिर भी अजय कुमार देने के लिए तैयार हो गए. गौरव दास ने बताया था कि जैसे ही पैसा उनके हाथ में आ जाएगा, उसके एक हफ्ते के भीतर अजय कुमार के अकाउंट में लोन की सारी रकम जमा कर दी जाएगी.
अजय कुमार ने इधर-उधर से जुगाड़ करके गौरव दास को 128000 दे दिए. इसके बाद वह अपने खाते में लोन की रकम जमा होने का इंतजार करने लगे. गौरव दास ने कहा था कि एक हफ्ते के भीतर उनका लोन उनके खाते में जमा हो जाएगा. मगर 10 दिन बीत गए. लोन की रकम उनके खाते में जमा नहीं हो सकी.इसके बाद बेचैनी में अजय कुमार ने गौरव दास को फोन मिलाया. गौरव दास ने उन्हें थोड़ा धैर्य रखने के लिए कहा. उसने कहा कि बस दो-चार दिन में उन्हें लोन की रकम मिल जाएगी.
10 दिन से 15 दिन हो गए. और फिर पूरा महीना गुजर गया. लोन की रकम की आस में अजय कुमार की बेचैनी और घबराहट बढ़ती जा रही थी. घबराहट इस बात की थी कि उन्होंने अपनी जेब से एक लाख 28 हजार रुपए भी लगा दिए थे और इसके बाद उनका अकाउंट नील हो चुका था. पत्नी के कुछ गहने भी गिरवी रखने पड़े थे. अजय कुमार को धक्का तब लगा, जब गौरव दास ने उनका फोन रिसीव करना बंद कर दिया. एक दिन अजय कुमार खुद गौरव दास का पता लगाने उसके घर पहुंच गए. पता चला कि गौरव दास घर छोड़कर जा चुका है.
अजय कुमार मुंह के बल गिरा. अब तक उन्हें खुद के लूटे जाने का एहसास हो चुका था. लोन तो मिला नहीं, उल्टे घर में जो कुछ भी थोड़ी बहुत रकम थी. वह भी खत्म हो चुकी थी. पड़ोसियों को भी सारी बात का पता चला. इसके बाद अजय कुमार ने प्रधान नगर थाना में जाकर तथाकथित लोन एजेंट गौरव दास के खिलाफ ठगी और चार सौ बीसी की रिपोर्ट दर्ज करा दी. यह घटना 2 मई, 2023 की है. प्रधान नगर थाना की पुलिस ने गौरव दास के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू कर दी.
पूरे 6 महीने के बाद प्रधान नगर थाना की पुलिस को गौरव दास के सिलीगुड़ी में होने की जानकारी मिली, तो उसके बाद सादी वर्दी में पुलिस की टीम ने गौरव दास के आवास पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया. प्रधान नगर पुलिस ने गौरव दास को अदालत में पेश करके उसे रिमांड में ले लिया है. प्रधान नगर पुलिस यह पता लगाना चाहती है कि तथाकथित लोन एजेंट गौरव दास ने और किन-किन लोगों को चूना लगाया है.
इस घटनाक्रम के जरिए खबर समय अपने सभी दर्शकों को होशियार करना चाहता है. अगर किसी काम के लिए आपको लोन चाहिए तो सीधे बैंक से संपर्क करें. आजकल बैंक व्यक्ति को सभी तरह के लोन उपलब्ध करा रहे हैं. जहां व्यक्ति से कोई फीस भी नहीं ली जाती और आसानी से उन्हें लोन प्राप्त हो जाता है. कई बैंक तो बिना कागजात के ही लोन देने के लिए तैयार हैं. आपके मोबाइल पर भी इसी तरह के मैसेज आते होंगे अथवा कॉल आते होंगे. पर फ्रॉड कॉल अथवा मैसेज से बचने के लिए यही अच्छा रहेगा कि आप खुद ही बैंक से संपर्क करें. इससे ठगे जाने की संभावना नहीं रहेगी |
कुछ पत्रों के नाम जानबूझ कर कल्पित रखे गए हैं |