सिलीगुड़ी:मिलावटी अथवा बासी खाद्य वस्तुएं परोसने वाली दुकानों पर सख्त कार्रवाई क्यों नहीं होती?
दीपावली आ गई है और इसी के साथ ही सिलीगुड़ी में खासकर मिठाई की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है.
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अगर आप धनतेरस पर सोने चांदी नहीं खरीद सके तो कोई बात नहीं. कम से कम एक झारू जरूर खरीद लें. क्योंकि झाड़ू
इस समय पूरे बंगाल और देशभर में दुर्गापुर सामूहिक दुष्कर्म कांड सुर्खियों में है. इस कांड पर खूब राजनीति की जा रही है.
यह निश्चित हो गया है कि इस दिवाली देश भर में केवल ग्रीन पटाखे ही जलाए जा सकेंगे. आप सोच रहे होंगे कि
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डा.सी वी आनंद बोस ने इशारों इशारों में बता दिया है कि वह बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की
कदाचित यह पहला मौका है, जब ममता बनर्जी पहाड़ में तीन दिन रहकर यहां आपदा पीड़ितों की सेवा और सहयोग का मूल्यांकन और
सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस शहर की मुख्य सड़कों के सिग्नल पर तो रहती है, लेकिन बाकी जगह पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को नहीं देखा
क्या लड़कियों को देर रात बाहर नहीं निकलना चाहिए? यह सवाल जरूर बहस का विषय है. परंतु जब किसी मुख्यमंत्री के द्वारा यह
अगले 2 दशकों के बाद भारत समेत दुनिया भर के लोगों को एक अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है मनुष्य अपनी इच्छा