May 8, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

14 को बसंत पंचमी और वैलेंटाइन डे! सिलीगुड़ी में क्या चल रही है तैयारी!

सिलीगुड़ी का फूल बाजार सज गया है और सज गई है माता सरस्वती की मूर्तियां, जो शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर देखी जा सकती हैं. बाजार में एक से बढ़कर एक रंगीन, प्राकृतिक और कृत्रिम खुशबूदार फूल बिक रहे हैं. फूलों का दाम भी बढ़ गया है. सबसे ज्यादा गुलाब और कमल के फूल की कीमत बढी है. गुलाब का फूल एक ही दिन में प्रति गुलाब ₹10 महंगा हो गया है. इसी तरह से माता सरस्वती की मूर्तियों की कीमत में भी 50 से ₹100 तक की बढ़ोतरी हुई है. फिर भी खरीददार खरीद रहे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा भीड़ फूल की दुकानों में है. फूलों की दुकान विधान मार्केट, हिलकार्ट रोड, हाशमी चौक,थाना मोड, सिलीगुड़ी जिला अस्पताल मोड और शहर के अन्य चौक चौराहों पर देखी जा सकती हैं.

कदाचित यह पहला मौका है, जब 14 फरवरी को एक ही दिन बसंत पंचमी और वैलेंटाइन डे है. बसंत पंचमी बसंत के आगमन की खुशी में और माता सरस्वती की कृपा बनी रहे, इसके लिए मनाई जाती है. बसंत पंचमी को माता सरस्वती की पूजा की जाती है. दूसरी तरफ वैलेंटाइन डे पाश्चात्य संस्कृति है और आधुनिक युवा इसे प्रेम दिवस के रूप में एक दूसरे के प्रति प्रेम का इजहार का दिवस समझते हैं. देखा जाए तो बसंत पंचमी और वैलेंटाइन डे का आपस में कोई संबंध नहीं है. यह महज इत्तेफाक है कि दोनों एक ही दिन 14 फरवरी को है. लेकिन जहां प्रेम, खुशी, सुख इत्यादि की बात हो तो वह चाहे वैलेंटाइन डे हो अथवा सरस्वती पूजा या बसंत पंचमी, दोनों का उद्देश्य पूरा हो जाता है.

सिलीगुड़ी में बच्चों में बसंत पंचमी की धूम है तो युवाओं में वैलेंटाइन डे की तैयारी चल रही है. विधान मार्केट में माता सरस्वती की छोटी बड़ी सैकड़ो मूर्तियां सड़क के किनारे दुकानदारों द्वारा लगाई गई है. विधान मार्केट के अलावा S F रोड, थाना मोड़, चंपा सारी, हिलकार्ट रोड इत्यादि विभिन्न स्थानों में मूर्तिकारों के द्वारा बेची जा रही है. 14 फरवरी को बेहद खास दिन माना माना जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र में भी 14 फरवरी का दिन शादी विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण के लिए अत्यंत शुभ है. इसके लिए किसी को भी पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं है.

जो युवा शादी करने की योजना बना रहे हैं, वह वैलेंटाइन डे यानी 14 फरवरी को विवाह भी कर सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 14 फरवरी को मुहूर्त ही मुहूर्त है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी अबूझ साया है. शास्त्रों के अनुसार जिस तिथि को अबूझ मुहूर्त बनता है, उस तिथि में शुभ कार्यों के मुहूर्त के लिए पंचांग देखने की जरूरत नहीं होती है. सिलीगुड़ी के विद्वान पंडितों के अनुसार 14 फरवरी को कोई भी व्यक्ति कोई भी शुभ कार्य कर सकता है. यही कारण है कि बसंत पंचमी पर हर साल भारी संख्या में शादियां होती है. सिलीगुड़ी शहर में 14 फरवरी को कई शादियां हैं. जो लोग उस दिन शादी कर रहे हैं, उन्हें वैलेंटाइन डे का भी संयोग मिल रहा है.

देशभर में 13 और 14 फरवरी को 25 से 30 हजार शादियां होने जा रही है. बसंत पंचमी को लेकर धार्मिक विद्वानों का मत है कि उस दिन विवाह करने वाले जोड़ों को सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनकी जोड़ी अटूट बनी रहती है. माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी की दोपहर 2:41 से शुरू हो रही है. 14 फरवरी को दोपहर 12:09 तक बसंत पंचमी रहेगी. तरह से देखा जाए तो 13 तारीख में भी बसंत पंचमी है और 14 तारीख को भी बसंत पंचमी है. लेकिन 14 तारीख की बसंत पंचमी काफी शुभ है. इसलिए 14 तारीख को ही बसंत पंचमी मनाई जा रही है.

एक लंबे अरसे के बाद बसंत पंचमी और वैलेंटाइन डे का संयोग बन रहा है. इसलिए सिलीगुड़ी शहर में इसको लेकर काफी उत्साह है. बाजारों में भी रौनक दिखाई दे रही है. बहरहाल यह देखना होगा कि सिलीगुड़ी के लोग 14 फरवरी को किस तरह से मनाते हैं.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status