आज ऐसा कौन व्यक्ति है, जो किसी न किसी बात को लेकर परेशान नहीं रहता हो. व्यापारी व्यापार में घाटे को लेकर परेशान रहता है. नौजवान नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं. कोई बीमारी से परेशान है. किसी के घर में बरकत नहीं हो रही है, इस वजह से परेशान है. घर से लेकर बाहर तक टेंशन ही टेंशन! और ऐसे में कोई व्यक्ति देवदूत बनकर खड़ा हो जाए और आपको यकीन दिलाये कि आपकी सारी परेशानियों का उसके पास समाधान है तो आप क्या कहेंगे! एक बार तो जरूर उस पर भरोसा करेंगे.
व्यापार में घाटा, गृह क्लेश से मुक्ति आदि दिलाने के नाम पर कुछ बहुरूपिये सिलीगुड़ी में दस्तक दे रहे हैं. वे सिलीगुड़ी में कोने-कोने तक फैल गए हैं और खुद को दुखियों का रहम दिल बता कर उन्हें समस्याओं से मुक्ति का मार्ग बता रहे हैं. यह लोग किसी के घर में घुस जाते हैं. आते जाते लोगों के चेहरे देखकर भविष्यवाणी करने लगते हैं. इसके बाद उनकी दुखती नब्ज पकड़ कर कुछ ऐसी बातें बताते हैं जो उनके जीवन में घटी होती है. एक बार भरोसा हो जाने के बाद ये बहुरूपिये अपना उल्लू सीधा करने में जुट जाते हैं.
इन बहुरूपियों को पहचान पाना आसान भी नहीं है. एक बार तो आप इनके झांसे में जरूर आ सकते हैं. इन बहुरूपियों ने लोगों को सम्मोहित करने की विद्या और तकनीक भी सीख रखी है. शिकार को कैसे फसाना है, इस कला में माहिर है यह लोग. सिलीगुड़ी के दार्जिलिंग मोड इलाके में पिछले दिनों ठगी की घटी घटना के बाद यह सुर्खियों में आ गए थे. उसके बाद पुलिस ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया. उनमें से तीन लोगों को पुलिस ने सर्किट हाउस के पास से गिरफ्तार किया है.
मंगलवार को बहुरूपियों के समूह के तीन लोग दार्जिलिंग मोड़ से चेक पोस्ट के लिए एक टोटो में सवार होकर रवाना हुए. उनकी खोज खबर में जुटे पुलिस विभाग के जंक्शन ट्रैफिक पुलिस सब इंस्पेक्टर टीटू साहा की नजर उन पर पड़ी. उन्हें लगा कि जरूर वे बहुरूपिए हैं और किसी शिकार की तलाश में निकले हैं. उन्होंने बाइक से उनका पीछा किया और सर्किट हाउस के पास तीनों को दबोच लिया. तब तक इस मामले की जानकारी प्रधान नगर थाना को दे दी गई थी. कुछ देर में प्रधान नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ के लिए तीनों को थाना ले आई.
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में यह तो पता चल गया है कि वह बाहर से आए हुए हैं. सिलीगुड़ी शहर में उनका एक संगठित गिरोह है. गिरोह के लोग शहर के विभिन्न इलाकों में घूम रहे है. वे लोगों को धर्म, आस्था, तकदीर, वर्तमान, भूत, भविष्य के नाम पर डराते हैं. अंधविश्वास के नाम पर लोग डर जाते हैं. उसके बाद ये बहुरूपिये उनकी जेब साफ करने में जुट जाते हैं. इन्होंने शहर में किन-किन लोगों को अपना शिकार बनाया है, पुलिस पूछताछ में जुट गई है.
पुलिस यह भी पता लग रही है कि शहर में उनके सदस्य और कहां-कहां छुपे हैं और उनके गैंग के लोगों ने अंधविश्वास के नाम पर लूट की कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने शहर में अजनबी लोगों की गतिविधियों पर नजरदारी बढ़ा दी है. पुलिस के आला अधिकारियों ने शहर के लोगों को ऐसे अजनबी और बहुरूपियों से बचने तथा उनके झांसे में नहीं आने की सलाह दी है.
बांग्लादेश के ताजा घटनाक्रम के बाद इस बात की आशंका बढ़ गई है कि आने वाले समय में शहर में अजनबियों की तादाद बढ़ सकती है.ऐसे में शहर के लोगों को एक जागरूक नागरिक बनकर अपने आसपास सतर्क दृष्टि रखने की जरूरत है.