जब किसी बड़े कार्य के लिए धन की आवश्यकता आय से पूरी नहीं होती तो आमतौर पर लोगों को लोन लेना पड़ता है. यह लोन बैंकों से अथवा निजी संस्थानों से या महाजन से प्राप्त किया जाता है. प्राय: सभी लोग कभी ना कभी लोन लेते ही हैं. अगर आप भी किसी जरूरी कार्य से लोन लेना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. खासकर अगर आप एक महिला हैं, तो लोन लेने के चक्कर में किसी अन्य मुसीबत को न्यौता ना दें! इसलिए यह खबर जानना जरूरी है.
यह घटना आपकी आंख खोल देगी. सिलीगुड़ी की एक युवती को किसी जरूरी कार्य के लिए लोन की आवश्यकता थी. पहले तो उसने इधर-उधर, आस-पास, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों से कर्ज लेने का प्रयास किया, लेकिन लगभग सभी ने मना कर दिया तो उसने सिलीगुड़ी की एक निजी वित्तीय संस्था से लोन लेने का फैसला किया. यह विचार कर महिला लोन दिलाने वाली कंपनी के दफ्तर में पहुंच गई.
वहां उसकी मुलाकात एक युवक से हुई, जिसका नाम सागर मंडल था. महिला की प्रारंभिक बातचीत सागर मंडल से ही हुई. सागर मंडल बातचीत करने में काफी स्मार्ट था. उसने युवती को अपनी बातचीत से काफी प्रभावित किया और भरोसा दिया कि वह उसे लोन दिलाने में मदद करेगा. इस घटना के बाद सागर मंडल और युवती की आए दिन मुलाकात होने लगी.
युवती हर दूसरे तीसरे दिन सागर मंडल को फोन करके लोन के लिए रिमाइंड करती रहती थी. सागर मंडल हर बार उसे यही आश्वासन देता था कि कागजी प्रक्रिया पूरी की जा रही है. जल्दी ही कंपनी की तरफ से उसे लोन आवंटित होगा. युवती को लोन की सख्त आवश्यकता थी. सागर मंडल उसे लगातार धोखे में रख रहा था. वास्तव में उसका इरादा कुछ और ही था.
एक दिन की बात है. सागर मंडल ने किसी पेपर वर्क के बहाने युवती को अपने घर पर बुलाया. युवती सागर मंडल के बताए पते पर पहुंची. लेकिन घर में सागर मंडल के अलावा कोई अन्य व्यक्ति नहीं था. घर में सागर मंडल को अकेला देखकर युवती अंदर से डर गई और वह वहां से जाना ही चाहती थी. लेकिन उससे पहले ही सागर मंडल की नीयत उस पर खराब हो गई और उसने युवती के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे दिया.
घटना के बाद युवती रोने लगी. सागर मंडल ने युवती को धमकाते हुए कहा कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को भी बताया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा और उसे लोन भी नहीं मिलेगा. लेकिन अब तक पीड़िता भांप चुकी थी कि सागर मंडल वास्तव में उसके साथ छल कर रहा था. उसके साथ जो कुछ भी हुआ था, उसे वह भूल नहीं सकी और घर लौटकर उसने अपने घर वालों को सारी बात बता दी.यह चर्चा अप्रैल 2025 की है.
इसके बाद पीड़िता और घर वालों ने मिलकर आरोपी सागर मंडल को पुलिस में घसीटने का फैसला किया और सिलीगुड़ी महिला थाने में जाकर सागर मंडल के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करा दी. शिकायत पत्र में युवती ने उसके साथ घटी घटना और आरोपी सागर मंडल द्वारा उसे बहलाने, धोखा देने, दुष्कर्म, धमकी आदि की सारी बात बताई थी. युवती की शिकायत के आधार पर सिलीगुड़ी महिला थाने की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी.
उधर अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होते ही आरोपी सागर मंडल फरार हो गया. सिलीगुड़ी पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी. पिछले 5-6 महीने से आरोपी सागर मंडल की तलाश कर रही सिलीगुड़ी पुलिस ने अपने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपी को विभिन्न धाराओं के तहत सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
इस घटना से यह सबक मिलता है कि लोन की आवश्यकता होने पर सीधे कंपनी अथवा बैंक से बात करें और बैंक के नियम और शर्तों को पूरा करें. इस तरह से किसी बिचौलिए के जरिए लोन हासिल करने का प्रयास काफी महंगा साबित हो सकता है.