माल बाजार नगर पालिका के द्वारा 6 अफगानों को नागरिकता देने का मामला अब तूल पकड़ चुका है. सीबीआई ने नगर पालिका को एक बार फिर नोटिस दिया है. यह दूसरा मौका है जब सीबीआई की ओर से नोटिस भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. हालांकि माल बाजार नगर पालिका के अध्यक्ष स्वप्न साहा कहते हैं कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है. फिर भी सीबीआई को पूरा सहयोग किया जाएगा. विपक्ष पहले से ही माल बाजार नगर पालिका पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाता रहा है. सीबीआई ने इसकी पुष्टि कर दी है कि कहीं ना कहीं कुछ गड़बड़ है.
माल बाजार नगर पालिका के खिलाफ कई शिकायतें लगाई गई है. यह ताजा मामला है, जब छह अफगान नागरिकों के फर्जी दस्तावेज के आधार पर 6 पासपोर्ट बनवाए गए. पासपोर्ट को बनवाने में 15 लोगों के फर्जी दस्तावेजों की बात का पता भी चल गया है.माल बाजार नगर पालिका फिलहाल संकट की स्थिति में दिख रहा है. हालांकि स्वप्न साहा कहते हैं कि जहां कहीं चूक हुई है, संबंधित अधिकारी को ठीक करने के लिए कह दिया गया है.इस बीच सीबीआई की ओर से इसकी जांच शुरू कर दी गई है.
आपको बताते चलें कि नवंबर महीने में खुफिया विभाग ने दिल्ली हवाई अड्डे पर 6 अफ़गानियों के फर्जी पासपोर्ट का पता लगाया था. जो दस्तावेज इसके लिए जारी किए गए थे, उसमें जन्म प्रमाण पत्र भी लगाया गया था. दावा किया गया कि यह माल बाजार नगर पालिका द्वारा जारी किया गया था. इसके बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू कर दी. नवंबर महीने में सीबीआई की ओर से माल नगर पालिका को नोटिस भेजा गया था. इसके साथ ही सीबीआई की टीम Dooars के विभिन्न स्थानों पर जांच के लिए गई थी.
सूत्रों के अनुसार माल नगर पालिका में जो अधिकारी जन्म एवं मृत्यु विभाग के प्रभारी हैं, उनमें से एक कर्मचारी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पूछताछ के क्रम में सीबीआई को कई विसंगतियां मिली. इसके बाद 5 दिसंबर को सीबीआई ने फिर से नोटिस भेजा और माल नगर पालिका से सहयोग करने का अनुरोध किया. सीबीआई नगर पालिका में दस्तावेज जमा करने के बाद जारी होने वाले दस्तावेजों की जांच कर रही है. संबंधित विभाग सीबीआई को पूरा सहयोग दे रहा है. यह दावा स्वयं नगर पालिका के अध्यक्ष स्वप्न साहा ने किया है.
विपक्ष द्वारा इस मुद्दे को तूल दिया जा रहा है. भाजपा सांसद डॉ जयंत कुमार राय पहले ही टीएमसी पर आरोप लगा चुके हैं कि वोट बैंक बढ़ाने के लिए टीएमसी ने विदेशी नागरिकों को भारतीय नागरिकता का प्रमाण पत्र दिया है. सीपीएम के माल बाजार एरिया कमेटी के सचिव राजा दत्त ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा है कि माल बाजार नगर पालिका द्वारा अफगान नागरिकों को जो दस्तावेज उपलब्ध कराए गए हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. इसी तरह से कांग्रेस नेता सैकत दास भी माल बाजार नगर पालिका पर भ्रष्टाचार को लेकर प्रहार कर रहे हैं. सीबीआई द्वारा जांच से विपक्षी नेता भी राहत महसूस कर रहे हैं.
टीएमसी की ओर से स्थानीय नेताओं का कहना है कि कहीं कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. सबसे बड़ी बात यह है कि सभी 6 अफगान नागरिक माल नगर पालिका क्षेत्र में रहते ही नहीं है. इसके बावजूद माल नगर पालिका से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र उन्हें कैसे मिला, इसकी जांच पहले से ही माल नगर पालिका कर रही है. जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. बहर हाल सीबीआई के इस मामले में हस्तक्षेप करने के बाद माल बाजार नगर पालिका में हड़कंप मच गया है. सूत्रों ने दावा किया कि कई प्रभावशाली नेता सीबीआई के निशाने पर रह सकते हैं.
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