सिलीगुड़ी: बिहार के बाद बंगाल में छठ पूजा की जोरदार तैयारी की जाती है | देखा जाए तो समय के साथ लोगों में छठ महापर्व को लेकर आस्था में वृद्धि हुई है, पहले जहां हिंदी भाषी के लोग छठ पर्व करते थे, लेकिन अब प्राय सभी संस्कृति और भाषा भाषी के लोग छठ पर्व पर विश्वास करने लगे हैं और इस पर्व को मानते हैं | वही इस पर्व को लेकर बाजारों में भी रौनक बढ़ जाती है, क्योंकि यह एक ऐसा पर्व है जहां सभी प्रकार के अंकुरित फल, सब्जी, अनाज भगवान भास्कर को अर्पण किए जाते है | छठ व्रती ‘यथा शक्ति तथा भक्ति’ अनुसार पूजा करते हैं | घर के साथ मोहल्ले और नदी घाटों में भी एक गजब की रौनक बनी रहती है, चारों ओर छठ मैया के भक्तिमय गाने बजते हैं, तो वही रास्ते रंग-बिरंगे लाइटों और चांदनी से सजे रहते हैं, इसके अलावा विभिन्न नदी के घाटों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है और सिलीगुड़ी नगर निगम छठ पूजा को लेकर विशेष तैयारी भी करते हैं | नगर निगम द्वारा छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री का वितरण किया जाता है, तो वही नदी में घाटों की उचित व्यवस्था की जाती है | महानंदा नदी जो सिलीगुड़ी की जीवन रेखा है, वहां भी नगर निगम द्वारा घाट निर्माण किया जा रहा है | आज नहाय खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत हो चुकी हैं और कल खरना है, परसों संध्या अर्घ्य अब तैयारी के लिए सिर्फ शेष एक दिन मात्र बच गए हैं और नगर निगम द्वारा युद्ध स्तर पर घाट निर्माण किया जा रहा हैं |
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