दीपावली तथा काली पूजा संपन्न होने के बाद अब शहर में छठ पूजा की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. एक तरफ दर्जनों घाट निर्माण चल रहा है, तो दूसरी तरफ छठ पूजा को लेकर सिलीगुड़ी बाजार भी गरमाने लगा है. बाजार में कई दिन पहले से ही सूप, दउरा, नारियल आदि छठ पूजन सामग्री बिक रही है. आज से सूप, दउरा, ईंख और नारियल की कीमतों में काफी वृद्धि देखी जा रही है. छठ पूजा में यह चारों ही चीजें अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है.
खुदरा बाजार में नारियल ₹120 से लेकर 150 रुपए जोड़ा बिक रहा है. वही सूप की कीमत आज से काफी बढ़ गई है. ₹75 से लेकर 80 रुपए प्रति सूप आज बाजार में बिका. अन्य फल भी महंगे हुए हैं. व्यापारियों के अनुसार छठ पूजन सामग्रियों की कीमत और बढ़ेगी. उधर सिलीगुड़ी शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से छठ व्रत धारियों में पूजन सामग्री निशुल्क वितरित की जा रही है. इनमें लाय॔स क्लब, मारवाड़ी युवा मंच इत्यादि कुछ बड़े संगठन मुक्त हस्त से छठव्रतियों के लिए सामग्री का वितरण कर रहे हैं.
सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी जिले के अंतर्गत SJDA और सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत महानंदा नदी के तट पर विभिन्न छठ घाटों का निर्माण तो कुछ समय पहले से ही चल रहा है. पर अब लाइट और मंच, घाट सज्जा का काम अनेक घाटों पर शुरू हो चुका है. जबकि अभी भी कई घाटों पर जेसीबी के द्वारा नदी की सफाई का काम चल रहा है. जहां जहां जेसीबी के द्वारा सफाई चल रही है, वहां भी घाट के निर्माण किए जाने हैं.
सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत एक नंबर मां संतोषी घाट की चर्चा सबसे अधिक होती है. क्योंकि इस घाट पर सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जाती है.यहां घाट की साफ सफाई काफी समय पहले ही शुरू हो गई थी. अब यहां सिलीगुड़ी नगर निगम,SJDA के सहयोग से छठ घाट का निर्माण चल रहा है. हालांकि छठ पूजा आयोजन समिति की देख-देख में ही सारा कार्य हो रहा है. समिति के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मां संतोषी घाट पर 1000 से अधिक छठ व्रती छठ मैया की पूजा करते हैं. छठ पूजा आयोजन समिति की ओर से मां संतोषी घाट को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयार तैयारी चल रही है.
दूसरे नंबर पर लालमोहन मौलिक निरंजन घाट की चर्चा होती है. श्री श्री छठ पूजा सेवा समिति पूरी व्यवस्था निगम प्रशासन के सहयोग से करती है. इस घाट पर भी काफी भीड़ देखी जाती है. क्योंकि शहर के मध्य में स्थित है यह घाट. घाट काफी सुंदर बनाया गया भी है. यहां छठ पूजा घाट का निर्माण शुरू किया जा रहा है. रविवार तथा आज काली प्रतिमा का संपूर्ण विसर्जन हो जाने के पश्चात कल से यहां छठ घाट की व्यवस्था और निर्माण शुरू हो जाएगा. श्री श्री छठ पूजा सेवा समिति के सूत्रों ने जानकारी दी है.
गंगानगर स्थित श्री हरिओम घाट छठ पूजा सेवा समिति तीन नंबर रोड के द्वारा छठ पूजा घाट का निर्माण तेजी से चल रहा है. सिलीगुड़ी निगम प्रशासन और SJDA मिलकर घाट के निर्माण में स्थानीय छठ पूजा सेवा समिति को सहयोग कर रहा है. श्री हरि ओम घाट छठ पूजा सेवा समिति के सूत्रों ने बताया कि छठ पूजा पर यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. बिहार से गायकों को बुलाया गया है. इस घाट पर लगभग 500 छठ व्रती छठ पूजा करते हैं. संतोषी नगर से सटे होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ पड़ती है. छठ पूजा सेवा समिति की ओर से छठव्रतियों की सुविधा और उनकी सुरक्षा का समुचित प्रयास किया जा रहा है.
महाराज कॉलोनी छठ पूजा सेवा समिति की छठ पूजा भी देखने लायक है. छठ पूजा समिति की ओर से जोर-शोर से छठ पूजा की तैयारी चल रही है. घाट की साफ सफाई हो चुकी है. अब छठ घाट का निर्माण किया जा रहा है. सिलीगुड़ी नगर निगम और SJDA की ओर से जेसीबी की व्यवस्था की गई है. मंच निर्माण और घाट की सुंदर व्यवस्था कल से शुरू हो जाएगी. सूत्रों ने बताया कि यहां के लोगों के सहयोग और आंदोलन के बाद छठ पूजा घाट की साफ सफाई की गई और अब इसका निर्माण जोर-शोर से चल रहा है. यहां भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
पार्वती छठ घाट पर भी छठ पूजा की तैयारी चल रही है. हालांकि यहां के लोगों ने बताया कि यहां छठ घाट का निर्माण छठ पूजा सेवा समिति की ओर से और उनके खर्चे पर किया जाता है. हालांकि कुछ लोगों ने यह भी बताया कि नगर निगम की ओर से जेसीबी को यहां भेजा गया था. लेकिन जेसीबी खराब हो जाने के बाद समिति ने अपने खर्चे पर छठ घाट की सफाई करवाई. यहां अभी भी छठ घाट की साफ सफाई चल रही है. कल परसों से यहां मंच निर्माण शुरू हो जाएगा. पार्वती घाट छठ पूजा सेवा समिति के सूत्रों ने बताया कि स्थानीय लोगों की मदद से समिति ने छठ पूजा घाट के निर्माण के लिए सभी तरह की तैयारी शुरू कर दी है.
सिलीगुड़ी के नौका घाट, पोराझार घाट छठ पूजा सेवा समिति की ओर से भी मंच निर्माण, रोड लाइट और घाट पर लाइट की व्यवस्था SJDA की ओर से कर ली गई है. इस घाट पर कम से कम 500 छठ व्रती छठ पूजा करते हैं. यहां SJDA की ओर से सारी व्यवस्था की जाती है. मां काली प्रतिमा विसर्जन के बाद अब यहां जोर-जोर से छठ पूजा घाट का निर्माण शुरू हो गया है. उपरोक्त के अलावा और भी कई छोटी बड़ी छठ पूजा समितियां हैं, जिनके द्वारा प्रशासन के सहयोग से महानंदा नदी और सहायक नदियों के तट पर छठ पूजा घाटों का निर्माण और तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है.
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