पिछले दिनों प्रधान नगर थाना की पुलिस ने दार्जिलिंग से जिस महिला को गिरफ्तार किया है, उसके बारे में नई-नई जानकारियां सामने आ रही है. यह महिला काफी समय से फरार चल रही थी. उसका नाम विजयता मुखिया है. वह भारतीय फौज के वीर सपूत शहीद अरुण कुमार राय की पत्नी थी. लेकिन पति की शहादत के बाद उसने दूसरी शादी कर ली.
यह महिला दार्जिलिंग के जोर बंगलो में रहती है. लेकिन वह काफी समय से अपने निवास स्थान में नहीं थी. दरअसल एक फ्रॉड केस में वह नामजद थी और पुलिस की पकड़ में नहीं आने के लिए वह भागी भागी फिर रही थी. लेकिन कानून के हाथ लंबे होते हैं. आखिरकार पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर ही लिया. पुलिस सूत्रों व अन्य जानकारी के आधार पर बताया जाता है कि फौजी अरुण कुमार राय की शहादत के बाद विजयता ज्यादा समय तक अपने पत्नी धर्म का निर्वाह नहीं कर सकी.
उसने दूसरा विवाह कर लिया. वह माटीगाड़ा स्थित एक कंसल्टेंसी संस्थान में काम कर रही थी. यह संस्थान भोले वाले लोगों को नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजने का काम करता था. इसके एवज में लोगों से मोटी रकम वसूल की जाती थी. सूत्रों के अनुसार कंसल्टेंसी संस्थान के एक व्यक्ति के सब्ज बाग दिखाने पर वह उसके साथ काम करने के लिए सहमत हो गई. प्रत्येक ग्राहक पर महिला को मोटा कमीशन मिलता था.
विजयता मुखिया ग्राहक को पटाकर अपने कंसल्टेंसी संस्थान में लाती थी. बाकी काम उसका पार्टनर कर देता था. दोनों मिलकर ठगी का धंधा किया करते थे. प्रत्येक ग्राहक पर महिला को अच्छा खासा कमीशन मिल जाता था. वह लालच में आती चली गई. चर्चा है कि इस महिला ने प्रधान नगर के रहने वाले एक नागरिक अनिल लामा को भी इजराइल में नौकरी दिलाने के नाम पर फसाया था और उससे अच्छा खासा पैसा बनाया था.
अनिल लामा ने इजराइल में नौकरी दिलाने के बदले में महिला को 12 लाख 70000 रुपए दिए थे. उसे आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही उसकी नौकरी लग जाएगी और उसे कॉल लेटर भेजा जाएगा. महीने, 2 महीने इंतजार करने के बाद जब कोई कॉल लेटर नहीं मिला तब अनिल लामा ने विजयता से संपर्क किया. महिला ने उसे समझा बूझाकर भेज दिया. इस तरह से अनिल लामा बार-बार कंसल्टेंसी आफिस और महिला से मिलता था. हर बार महिला उसे मीठी गोली दे दिया करती थी.
देखते देखते कई साल बीत गए. अब तक अनिल लामा का धैर्य भी जवाब दे चुका था. उसने अपने पैसे वापस पाने के लिए महिला पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया. अनिल लामा का दबाव बढने के बाद विजयता ही गायब हो गई. यह घटना वर्ष 2023 फरवरी महीने की है. इसके बाद अनिल लामा सीधे प्रधान नगर थाना गया और अपने साथ हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी.
प्रधान नगर पुलिस ने 25 फरवरी को अनिल लामा की शिकायत दर्ज करने के बाद फरार महिला की तलाश शुरू कर दी. लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. तब पुलिस ने फरार महिला का पता लगाने के लिए मुखबिर लगा दिए. जिसने पिछले दिनों महिला के उसके अपने घर में होने की सूचना प्रधान नगर पुलिस को दी. सूचना मिलते ही प्रधान नगर थाना की एक टीम तैयार हुई. इसी टीम ने दार्जिलिंग पुलिस की सहायता से महिला को उसके घर से गिरफ्तार किया है.
प्रधान नगर पुलिस ने कल महिला को दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी लाकर उसे सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया, जहां से विजयता मुखिया को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अब पुलिस उससे विस्तृत पूछताछ करेगी तो बहुत से सच सामने आएंगे.
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