मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ब्रिटेन के लिए रवाना हो गई है. उनकी अनुपस्थिति में राज्य का काम काज उनके द्वारा गठित टास्क फोर्स संभालेगा. ममता बनर्जी की विदेश यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब राज्य में तुष्टिकरण की राजनीति हावी है.
ममता बनर्जी आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर गई है. वह 28 मार्च तक विदेश दौरे पर ही रहेंगी. उसके पश्चात वह कोलकाता लौट आएंगी. क्योंकि मुख्यमंत्री का विदेश दौरा लंबे समय के लिए है, इसलिए उनकी अनुपस्थिति में प्रशासन का कामकाज सुचारू रूप से चल सके, इसके लिए उन्होंने कई मंत्रियों, पुलिस अधिकारियों और आईपीएस अधिकारियों को जिम्मेवारी सौंपी है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिरहाद हकीम, चंद्रिमा भट्टाचार्य, डॉ अरूप विश्वास, डॉक्टर शशि पांजा तथा सुजीत बोस को राज्य की जिम्मेदारी सौंपी है. ये सभी लोग ममता बनर्जी के भरोसेमंद समझे जाते हैं. इसके अलावा उन्होंने राज्य की गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती और दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों विवेक कुमार तथा प्रभात मिश्रा को भी महान जिम्मेवारी सौंपी है. विवेक कुमार, राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार तथा कोलकाता के पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा कानून एवं व्यवस्था तथा प्रशासन पर निगरानी रखेंगे.
टास्क फोर्स में जिन लोगों को यह जिम्मेवारी सौंप गई है, वह सभी अपने-अपने क्षेत्र में खास पहचान रखते हैं. ममता बनर्जी ने पार्टी और संगठन के साथ-साथ प्रशासन का काम देखने के लिए अभिषेक बनर्जी और सुब्रत बक्शी को सुप्रीम जिम्मेदारी सौपी है. उन्होंने कहा कि अगर कोई आपातकालीन चुनौती आती है तो वह खुद मामले को देख सकेगी.
आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का लंदन में चार दिनों का कार्यक्रम है. 24 मार्च को वह भारतीय उच्च आयोग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेगी. उसके बाद 25 मार्च को वह बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट में भाग लेंगी. 26 मार्च को गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट कार्यक्रम और 27 मार्च को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में दीदी भाग लेने वाली है. 28 मार्च को वह कोलकाता लौट आएंगी.
अपने विदेश दौरे के बारे में ममता बनर्जी ने कहा कि एक बार नीति आयोग के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विदेश जाने से निवेश आता है. मगर वे कई बार बाहर जाने के पहले हमें क्लीयरेंस नहीं देते हैं. मैं नहीं भी ले सकती थी. लेकिन मैं हमेशा क्लीयरेंस लेती हूं. ममता बनर्जी ने कहा कि मैं आशा करुंगी कि जब हमारे देश के नेता बाहर जाते हैं तो हम लोग उनके खिलाफ कुछ नहीं कहते. लेकिन यहां पर कुछ ऐसे लोग हैं, जो हमारे खिलाफ व्हाट्सएप और ईमेल पर दुष्प्रचार करते हैं.
उम्मीद की जानी चाहिए कि ममता बनर्जी की लंदन यात्रा निहित उद्देश्यों को पूरा करेगी.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)