अगर आप एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और आपका बचत बैंक खाता प्राइवेट सेक्टर बैंक ICICI में है तो या तो उसे तुरंत बंद करवा दे या फिर बैंक के नए नियमों को जान कर उनकी शर्तों के अनुसार खाते का संचालन करें, अन्यथा मिनिमम बैलेंस ना रखने पर आपका पैसा कटता जाएगा.
सिलीगुड़ी में आईसीआईसीआई बैंक की कई शाखाएं हैं. सेवक रोड, हिलकार्ट रोड,एस एफ रोड, वर्धमान रोड से लेकर शहर के कोने कोने में बैंक की शाखाएं देख सकते हैं. आइसीआइसीआइ बैंक में कल तक मिनिमम बैलेंस बचत खाते के लिए ₹10000 था, परंतु अब से बैंक की ओर से ₹50000 कर दिया गया है, जिसको मेंटेन करना सभी खाता धारकों के लिए संभव नहीं है.
आइसीआइसीआइ बैंक के बारे में कहा जाता है कि इस बैंक में अमीर और व्यापारी वर्ग के ही खाते होते हैं. बैंक के नए नियमों से तो तो इसी बात की पुष्टि होती है. जब तक मिनिमम बैलेंस ₹10000 बचत खाते के लिए था, तो मध्यम वर्ग के लोग भी बैंक में खाता खुलवाने लगे. पर अब उन्हें जब मिनिमम बैलेंस ₹50000 मेंटेन करने की समस्या आएगी तो शायद वह यह अफोर्ड नहीं कर सके.
हालांकि बैंक का नया नियम 1 अगस्त से ही प्रभावी हो गया है. पर लोगों को इसलिए पता नहीं चल रहा है कि उनका बैलेंस कटना शुरू नहीं हुआ है. इस महीने के आखिर में या सितंबर महीने में जब आप पर न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने का चार्ज लगेगा, तब आपकी बचत राशि में से बैंक काटना शुरु कर देगा. इसलिए अगर आप आइसीआइसीआइ बैंक में बचत खाता रखते हैं तो यह जान लें कि न्यूनतम बैलेंस आपके खाते में ₹50000 होना चाहिए.
आप शहरी क्षेत्र के हों या ग्रामीण इलाके से आते हैं, मिनिमम बैलेंस का यह नियम सभी पर समान रूप से लागू होगा. बैंक के नए नियमों के अनुसार मेट्रो और शहरी इलाके में बचत खाते पर कम से कम 50000 रुपए, अर्द्ध शहरी इलाकों में ₹25000 और ग्रामीण क्षेत्र में कम से कम ₹10000 मेंटेन करना होगा. इससे पहले मेट्रो और शहरी इलाकों में सेविंग अकाउंट में कम से कम ₹10000 न्यूनतम बैलेंस रखना होता था.
सवाल यह है कि क्या आइसीआइसीआइ बैंक अपने ग्राहकों की संख्या में कटौती करना चाहता है? आज के समय में जब दूसरे सरकारी और निजी बैंक अधिक से अधिक खातेदारों को खाता खोलने के लिए सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर आइसीआइसीआइ बैंक अकेला ऐसा बैंक है, जो शायद नहीं चाहता कि उसके ग्राहकों की संख्या बढ़े. एक बार फिर से इस बैंक ने साबित कर दिया है कि आइसीआइसीआइ बैंक अमीरों और कारोबा रियों का बैंक है.
आइसीआइसीआइ बैंक के नए नियमों से पुराने बचत खाता धारकों में तब हड़कंप मच जाएगा, जब उनका न्यूनतम बैलेंस मेंटेन ना कर सकने पर बैंक उनपर जुर्माना लगाना शुरू कर देगा. ऐसे में साधारण खातेदार धड़ाधड़ अपना खाता बंद करना शुरू कर देंगे. सिलीगुड़ी में ऐसे खाताधारकों की संख्या अधिक है, जो अपने बचत खाते में ₹50000 से भी कम न्यूनतम राशि रखते हैं. जाहिर है कि ऐसे लोग अपना खाता बंद करना शुरू कर देंगे.
निजी क्षेत्र के दूसरे बैंक एचडीएफसी में आज भी बचत खाते में शहरी क्षेत्र के लिए ₹10000 और अर्द्ध शहरी क्षेत्र के लिए ₹5000 और ग्रामीण क्षेत्र की शाखाओं के लिए ₹2500 मिनिमम बैलेंस रखा गया है. अब देखना होगा कि ICICI बैंक के नए नियमों से सिलीगुड़ी के खातेदार कितना प्रभावित होते हैं और इसका बैंक पर क्या असर पड़ता है.