April 28, 2024
Sevoke Road, Siliguri
लाइफस्टाइल

ईस्टर्न रेलवे का फरमान! अगर स्टेशन पर थूका तो भरना पड़ सकता है दंड!

ईस्टर्न रेलवे हेडक्वार्टर के फेसबुक पेज में एक पिक्चर तेजी से वायरल हो रही है. इसमें कहा गया है कि रेलवे स्टेशन परिसर में थूकने पर यात्रियों को दंडित किया जाएगा. दरअसल ईस्टर्न रेलवे स्वच्छ स्टेशन के मिशन पर कार्य करने जा रहा है. ऐसे में जनता से सहयोग की अपेक्षा की गई है.

ईस्टर्न रेलवे का वीडियो, दूसरे मैटेरियल्स चर्चा के विषय बन गए हैं. रेलवे ने पहली बार में ही दंड का प्रावधान किया है.यानी अगर आप रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म अथवा रेलवे स्टेशन परिसर में पान अथवा गुटखा खाकर पीक थूकते हैं तो आप पर जुर्माना लगाया जा सकता है. ईस्टर्न रेलवे के फोटो, वीडियो आदि को लेकर अब लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही है.

स्वच्छ रेलवे सप्ताह के दौरान यात्रियों को बताया जाता है कि वे स्टेशन परिसर में जहां-तहां नहीं थूके और केवल थूकदान अथवा कूड़े के बक्से में ही थूके. यह अच्छी आदत भी है और इससे रेलवे स्टेशन, प्लेटफार्म और परिसर को स्वच्छ रखा जा सकता है. ईस्टर्न रेलवे ने भी यही फरमान किया है. लेकिन साथ में जुर्माना भी लगाया है. समझा जाता है कि रेलयात्री रेलवे के निर्देशों का पालन नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए रेलवे ने अब यात्रियों पर जुर्माना लगाने का फैसला किया है.

सवाल तो यह है कि स्टेशन पर साफ सफाई के लिए यह भी जरूरी है कि वहां विक्रेता स्टॉल पर तंबाकू, गुटखा आदि की बिक्री बंद हो. अनेक रेल यात्री खुलेआम स्टॉल से तंबाकू गुटखा आदि खरीदते हैं. और चबाते हुए रेल का इंतजार करते रहते हैं. ऐसे में तंबाकू और गुटखा खाने वाला तो थूकेगा ही. अगर रेलवे चाहता है कि यात्री फर्श पर इधर-उधर ना थूके तो इसके लिए डस्टबिन की संख्या भी बढ़ानी होगी, जो कि स्टेशनों पर बहुत कम देखा जा रहा है.

रेलवे स्टेशनों पर अनेक अनधिकृत दुकानदारों का कब्जा है. उदाहरण के लिए सिलीगुड़ी में ही देख लीजिए. सिलीगुड़ी जंक्शन, एनजेपी और अनेक छोटे-बड़े स्टेशन. सब जगह बाहर के दुकानदार कोई ना कोई सामान लेकर यात्रियों को बेचते रहते हैं. इन वस्तुओं में कुछ खाने पीने की चीज होती हैं. जिन्हें खाने के बाद अथवा चबाने के बाद थूकना पड़ता है. जब तक रेलवे ऐसे बाहरी दुकानदारों पर लगाम नहीं लगाएगा, तब तक तो लोग ऐसी वस्तुएं अथवा पदार्थ खा खा कर तो थूकेंगे ही.

रेल यात्रियों पर हर समय निगरानी के लिए सिस्टम भी विकसित रहना चाहिए. माना कि रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, पर हर समय फुटेज देखने के लिए स्टाफ की कमी है. जब कोई घटना घटती है, तभी स्पेशल स्टाफ इसके लिए अधिकृत होता है. अन्यथा सीसीटीवी कैमरे तो सिर्फ दिखावे के लिए ही है. आलोचना इसी बात को लेकर हो रही है.

अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि स्टेशन परिसर में जहां-तहां थूकने वाले रेल यात्री पर रेलवे कितना जुर्माना लगाएगी, परंतु इस नियम को अमली जामा पहनाने से पहले यह जरूरी है कि रेलवे अपना सिस्टम दुरुस्त करे. तभी यात्रियों पर भी इसका असर होगा. और स्टेशन भी साफ तथा स्वच्छ होंगे.

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