पश्चिम बंगाल और पूरे देश में राजनीति के केंद्रबिंदु बने संदेशखाली का विलन कहे जाने वाला फरार शाहजहां शेख आखिरकार पकड़ा गया. शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के साथ ही एक तरफ जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चैन आया होगा, वहीं दूसरी तरफ संदेश खाली की महिलाओं का पिछले कई दिनों से शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग में चल रहा धरना, प्रदर्शन और आंदोलन भी समाप्त हो गया है. संदेश खाली की महिलाओं ने शाहजहां शेख की गिरफ्तारी का समाचार सुना तो खुशी के मारे उन्होंने एक दूसरे को गले लगाया और जश्न मनाया.
शाहजहां शेख पिछले 55 दिनों से फरार चल रहा था. शाहजहां शेख पर आरोप है कि उसने अपने इलाके के लोगों की जमीन हथिया ली. इसके अलावा शाहजहां शेख पर यह भी आरोप है कि वह संदेश खाली की महिलाओं का यौन उत्पीड़न करता था. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक दिन पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि संदेश खाली की पीड़ित महिलाओं की फरियाद को सुना जाएगा. इसके अलावा जिन लोगों की जमीन पर कब्जा किया गया है, उन सभी की जमीन वापस लौटायी जाएगी. आज सुबह संदेशखाली से लगभग 30 किलोमीटर दूर मीणा खान में एक घर से शाहजहां को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
शाहजहां शेख ने गिरफ्तारी के बाद भी अपनी हेकड़ी को दिखाना ना भूला है. पुलिस उसे गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश करने के लिए बसीरहाट कोर्ट लॉकअप में ले जा रही थी. कहते हैं कि अपराध करने के बाद अपराधी सर झुकाकर चलता है. लेकिन शाहजहां पुलिस वालों के सामने सीना तानकर लॉकअप में जाते हुए देखा गया. शाहजहां की गिरफ्तारी फिलहाल राशन घोटाला मामले में हुई है. न्यायालय ने उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है. सीआईडी इस मामले की जांच कर रही है.
कौन है शाहजहां शेख, जिसने न केवल ED के नाको में दम किया बल्कि राजनीति में भी लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकृष्ट किया. यहां तक कि विदेश में भी शाहजहां शेख के चर्चे हो रहे थे, जो राजनीति में एक विलेन के रूप में चर्चा की धुरी में था. इस शाहजहां शेख के बारे में आप भी जानना चाहेंगे. शाहजहां शेख बांग्लादेश से संदेश खाली आया और यही का होकर रह गया. शुरू शुरू में वह यहां मजदूरी करता था. उसने संदेश खाली में काफी दौलत कमाई और जमीन का मालिक बना. यह भी कहा जाता है कि संदेश खाली की गरीब महिलाओं की संपत्ति को औने पौने भाव में खरीद कर अथवा उन्हें धमकाकर वह संदेश खाली का स्वयंभू माफिया बन गया.
उन दिनों प्रदेश में माकपा की सरकार थी. सीपीएम ने संदेश खाली में शाहजहां शेख को अपनी पार्टी में शामिल किया और उसे स्थानीय तौर पर कई जिम्मेवारियां भी दी. धीरे-धीरे उसने माकपा पार्टी के प्रत्याशियों को जीताने से से लेकर साम, दाम, दंड, भेद सभी तरह के प्रयासों से उत्तर 24 परगना में माकपा के लिए एक महत्वपूर्ण नेता बन गया. 2011 में माकपा की सरकार का पतन हो गया. इसके बाद तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई.कहा जाता है कि वामपंथी किला ढहने के बाद शाहजहां शेख ने एक चालाक राजनेता की तरह लाल सेना छोड़ दी और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गया. फिर उसने तृणमूल कांग्रेस के लिए जो काम किया, उसके बाद पार्टी में उसका कद लगातार बढ़ता चला गया.
शाहजहां शेख की चर्चा उस समय शुरू हो गई, जब राशन घोटाले में उसका नाम सामने आया और ईडी की टीम शाहजहां शेख के घर और अन्य स्थानों पर रेड डालने गई थी. तब शाहजहां के लोगों ने ED पर ही हमला कर दिया था. ईडी पर हमले और कोलकाता हाई कोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय की टिप्पणी ने भाजपा को इस मामले में कूदने का एक हथियार दे दिया. कोलकाता हाई कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि राज्य में संवैधानिक बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है. भाजपा ने इसे मुद्दा बना दिया. शाहजहां शेख संदेश खाली विधानसभा क्षेत्र में पार्टी का कोऑर्डिनेटर था. इसके अलावा उसके पास जिला परिषद के मछली और पशु मामलों के निदेशक का पद भी था. शाहजहां शेख को राज्य मंत्री ज्योति प्रिय मलिक का करीबी भी माना जाता है.
शाहजहां शेख के पास काफी संपत्ति है. राज्य चुनाव आयोग में दायर हलफनामे के अनुसार उसके पास करोड़ों की संपत्ति, इसमें 17 कार, ढाई करोड रुपए के सोने के गहने और 14 एकड़ से अधिक जमीन शामिल है. हलफनामा के अनुसार उसके बैंक अकाउंट में 1.92 करोड रुपए जमा है. जबकि उसकी कुल संपत्ति चार करोड रुपए से ज्यादा की है. संदेश खाली में शाहजहां शेख का खौफ लोगों में ऐसा है कि लोग उसके नाम से कांपते हैं. हालांकि अब वह पकड़ा गया है. ऐसे में संदेशखाली के स्त्री-पुरुष जरूर राहत महसूस कर रहे हैं.
शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस ने एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करके शाहजहां को पार्टी से 6 सालों के लिए निलंबित कर दिया है. शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद भाजपा की ओर से टीएमसी पर हमले शुरू हो गए हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने शाहजहां शेख की गिरफ्तारी को एक ड्रामा बताया है. तृणमूल कांग्रेस की ओर से टीएमसी नेता राज्य मंत्री बसु ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस ने जो कार्रवाई की है, उससे पता चलता है कि पार्टी से बड़ा कोई नहीं है.
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