September 8, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

अतिक्रमण के खिलाफ सिलीगुड़ी से लेकर दार्जिलिंग तक हॉकर का छलका दर्द-30 साल से प्रशासन क्या कर रहा था?

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद सिलीगुड़ी, पहाड़ और पूरे प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.उधर इसके खिलाफ हॉकरों ने आंदोलन छेड़ दिया है. हॉकरों का साफ कहना है कि उन्होंने दुकान कोई आज से शुरू नहीं की है.उनका कहना है कि बाप दादे के जमाने से ही उनकी दुकान लगती आ रही है. अब अचानक दुकान तोड़े जाने से वह कहां जाएंगे और उनकी रोजी-रोटी कैसे चलेगी. सुनिए वीडियो में पीड़ितों का दर्द…

बारिश के बीच आज सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 3 के निवेदिता रोड में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया. सड़क पर दुकान लगाने वालों को पुलिस ने भगा दिया. इसके साथ ही दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई है. एक तरह से बाजार का उन्मूलन कर दिया गया. सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से ऐसी दुकानों को पहले भी नोटिस दिया जा चुका था. परंतु दुकानदारों का कहना है कि उन्हें पुलिस की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला. इसको लेकर दुकानदारों का असंतोष भड़क. कई लोगों ने बताया कि प्रशासन की गाड़ी आई और एकाएक ही दुकानों को तोड़ना शुरू कर दिया. दुकानदारों का काफी नुकसान हुआ है. सुनिए दुकानदार क्या कह रहे हैं…

2 दिन पहले सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 5 में भी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया था. संतोषी नगर में ड्रेनेज के ऊपर बनी एक दुकान को तोड़ दिया गया. यह दुकान वहां लगभग 30-40 वर्ष से चल रही थी. यहां भी प्रशासन और दुकान मालिक के बीच टकराव देखा गया. दुकान मालिक का स्पष्ट कहना था कि संतोषी नगर में बहुत सी दुकानें नाले पर बनी है. लेकिन पुलिस प्रशासन ने केवल उनकी दुकान को ही तोड़ा है. बाकी दुकानों को क्यों नहीं तोड़ा? यहां निगम पर पक्षपात करने का आरोप लगा है.

आज सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने मीडिया में एक बयान जारी कर कहा है कि सिलीगुड़ी नगर निगम धीरे-धीरे सभी अवैध निर्माणों को तोड़ देगी. जिनके मकान अथवा दुकान तोड़े जा रहे हैं, उन्हें पहले नोटिस दिया जा रहा है. जो लोग स्वेच्छा से अवैध निर्माण तोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. लेकिन जो लोग नोटिस की कोई परवाह नहीं कर रहे हैं, उनके निर्माण के खिलाफ प्रशासन का बुलडोजर चलता है.

गौतम देव ने यह भी कहा कि पूर्व में सीपीएम ने निवेदिता रोड का सर्वनाश कर दिया. सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 2, 3, 45, 46 सभी जगह सीपीएम का दखल था. उस जमाने में गुरुंग बस्ती से लेकर गुलमा तक 20 करोड़ की लागत से रास्ता बनाया गया था. सीपीएम ने दुकानदारों को रास्ते पर ही दुकान लगाने की छूट दे दी थी, जिसके कारण निवेदिता रोड का सर्वनाश हुआ है. उन्होंने कहा कि पीडब्लूडी फोर लेन बना रहा है. ऐसे में रास्ते के किनारे दुकान नहीं लगाए जा सकते. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम ने किसी के मकान को नहीं तोड़ा है. सिर्फ रास्ते के ऊपर बने अवैध निर्माण को ही तोड़ा गया है.

गौतम देव ने कहा कि कल सिलीगुड़ी के हाॅकर के विभिन्न संगठनों के साथ एक बैठक की गई थी. जिसमें हॉकर संगठनों की ओर से कहा गया कि रास्ते का दखल करना सही नहीं है. किसी ने भी निगम की कार्रवाई को अनुचित नहीं कहा. NH 31 का निर्माण चल रहा है. फोरलेन और सिक्स लेन बनने जा रहा है. ऐसे में निवेदिता रोड का चौड़ीकरण किया जाएगा. दोनों किनारो पर सौंदर्यीकरण भी होगा. गौतम देव ने कहा कि यहां के हॉकर सुबह-सुबह दुकान लगा ही रहे हैं.बाहर से भी अनेक लोग आकर सड़क के किनारे दुकान लगा देते हैं.सिलीगुड़ी उनका भार नहीं उठा सकती.

गौतम देव ने पीड़ितों के इस आरोप का जवाब दिया कि उनकी दुकान वाममोर्चा के जमाने से चली आ रही थी. लेकिन उस समय प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. अब दुकान तोड़े जाने से उनकी जीविका कैसे चलेगी. इस पर गौतम देव ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश से एक हाॅकर कॉर्नर तैयार किया जाएगा. यह हाॅकर कॉर्नर गुरुंग बस्ती, कालीबाड़ी के पास स्थित होगा. उन्होंने कहा कि चंपासारी बाजार को ठीक किया जा रहा है. तृणमूल शासन संचालित बोर्ड अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. कोई भी किसी पार्टी का हो, अगर उसका निर्माण अवैध है तो निगम जरूर कार्रवाई करेगी.

अतिक्रमण के खिलाफ अभियान पहाड़ में भी नगर पालिका की ओर से चलाया गया. दार्जिलिंग नगर पालिका द्वारा विशेष कर नालियों के ऊपर बनाए हुए अवैध निर्माण तथा विभिन्न ढांचाओं को बुलडोजर से तोड़ दिया गया. यह अभियान दानपा अध्यक्ष दीपेंद्र ठाकुरी और नगर पार्षद की विशेष उपस्थिति में चलाया गया. कर्मचारियों ने होटल एवं घरों के उस अवैध निर्माण को तोड़ा, जिन्होंने नालियों को ढककर तथा नाली के ऊपर विभिन्न ढांचा एवं निर्माण को खड़ा किया था. नगर पालिका की ओर से कहा गया है कि होटलों एवं घरों को पहले से ही नोटिस भेजी गई थी. लेकिन उक्त नोटिस के ऊपर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर यह कार्रवाई की गई है.

आज नितेश गुरुंग और गणेश सारकी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बरसात में नाली जाम हो जाने से वर्षा का पानी सड़कों पर बह रहा है .लोगों ने नालों को ढककर निर्माण किया है, जिसके कारण पानी नहीं निकल रहा है. इसलिए नालों पर बने अवैध निर्माण को तोड़ा जा रहा है. कल की बरसात में कर्सियांग में जगह-जगह रास्ते पर पानी जमा हो गया था. इसका कारण वहां भी नाले का जाम होना बताया जा रहा है.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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