दार्जिलिंग लोकसभा सीट से उम्मीदवार की तलाश लगभग सभी पार्टियों ने शुरू कर दी है. भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा सांसद राजू बिष्ट के अलावा हर्षवर्धन श्रींगला के नाम को भी आगे बढ़ाया है. चर्चा तो यह भी है कि केंद्रीय नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी इस सीट से उम्मीदवार बना सकता है. लेकिन यह अभी भविष्य के गर्भ में है. कांग्रेस इस सीट से किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी, अभी इसकी आहट नहीं मिल रही है. वैसे कांग्रेस की तरफ से विनय तमांग चर्चा के केंद्र में है.
इस बीच तृणमूल कांग्रेस के लिए GTA के चेयरमैन अनित थापा ने उम्मीदवार तलाश लिया है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कुछ उम्मीदवारों के नाम का प्रस्ताव भेजा है. ऐसे संभावित उम्मीदवारों की सूची में गोपाल लामा सबसे ऊपर हैं. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ अनित थापा की सिलीगुड़ी स्थित उत्तर कन्या में बात हो चुकी है. अनित थापा ने मुख्यमंत्री को एक से अधिक संभावित उम्मीदवारों की सूची भेजी है. इनमें गोपाल लामा सबसे ऊपर हैं. मुख्यमंत्री से इस नाम पर मोहर लगाने की अपील की गई है.
गोपाल लामा एक नौकरशाह के रूप में लगभग 20 सालों तक दार्जिलिंग जिले के लिए अपनी सेवा दे चुके हैं. 2014 में अवकाश ग्रहण करने के बाद गोपाल लामा सिलीगुड़ी में रहते हैं और वह कई संगठनों से जुड़कर समाज सेवा कर रहे हैं. तृणमूल कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार के रूप में गोपाल लामा की हो रही चर्चा को लेकर जब उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई तब उनसे संपर्क नहीं हो सका. लेकिन GTA के चेयरमैन अनित थापा और मुख्य जनसंपर्क अधिकारी एसपी शर्मा से खबर समय ने बात की तो उन्होंने स्पष्ट रूप से तो कुछ नहीं बताया. पर इतना कहा कि समय आने पर सब पता चल जाएगा.
एसपी शर्मा ने कहा कि गोपाल लामा समेत कई अन्य नाम पर विचार किया गया है. लेकिन फैसला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को करना है. जबकि अनित थापा ने कहा कि गोपाल लामा का नाम पब्लिक ने उठाया है. समय आने पर पता चल जाएगा. एक दिन पहले ही अनित थापा सिलीगुड़ी में आकर ममता बनर्जी से मिल चुके हैं. उसके बाद ही तृणमूल कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार के रूप में गोपाल लामा की चर्चा तेज हो गई है. भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा गोपाल लामा को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नजर आ रहा है.
गोपाल लामा फिलहाल राजनीति से दूर हैं. उनका जन्म कर्सियांग में हुआ था. वह सिलीगुड़ी के एसडीओ हुआ करते थे. उन्होंने पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक का पद संभाला.इसके अलावा अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के रूप में भी उन्होंने दार्जिलिंग जिले में अपनी सेवा दी है. बहरहाल गेंद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पाले में है. अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोपाल लामा के नाम पर मोहर लगाती है या नहीं?