सिलीगुड़ी: रेलवे विभाग हॉकर मुक्त अभियान में जुट गया है | रेलवे विभाग ने स्टेशन पर लंबे समय से बैठे बिना लाइसेंस वाले हॉकरों को हटाने की पहल की है। नतीजतन, सैकड़ों-हजारों फेरीवाले इस समय अपनी रोजी-रोटी को लेकर संकट में हैं। इस समस्या के समाधान के लिए तृणमूल श्रमिक संगठन आईएनटीटीयूसी लंबे समय से हॉकरों के पक्ष में आंदोलन कर रहा है। पिछले दिनों आईएनटीटीयूसी के एनजेपी शाखा की ओर से हॉकर उत्पीड़न, हॉकरों को हटाने की योजना समेत कई मांगों को लेकर विभिन्न आंदोलन किए गए और रेलवे की ओर से कई बार आश्वासन देने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला |
और आज आईएनटीटीयूसी एनजीपी शाखा ने हॉकरों को हटाने, हॉकरों पर अत्याचार करने समेत कई मांगों को लेकर एनजेपी आरपीएफ कार्यालय में फिर से ज्ञापन सौंपा | यह विरोध प्रदर्शन संगठन के अध्यक्ष सुजॉय सरकार के नेतृत्व में किया गया |
इस दौरान अध्यक्ष सुजॉय सरकार ने कहा कि, आरपीएफ मनमर्जी से रेलवे हॉकरों पर अत्याचार कर रहा है, उन पर जुर्माना लगाने के साथ-साथ जेल भी भेजा जा रहा है, उन्होंने कहा कि, अगर उन पर हो रहे अत्याचार को तुरंत नहीं रोका गया तो भविष्य में बड़ा आंदोलन किया जाएगा |
दूसरी ओर इस मामले को लेकर जब संवाददाताओं ने आरपीएफ के सहायक सुरक्षा कमांडेंट रजत कुंदगी से सवाल पूछे तो उन्होंने कहा, रेलवे के निर्देशानुसार हॉकरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। किसी भी बिना लाइसेंस वाले हॉकरों को स्टेशन परिसर में फेरी लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, वैध हॉकरों को रेलवे द्वारा पूर्ण दर्जा दिया जाएगा।
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