सिलीगुड़ी में हिट एंड रन केस का शायद यह पहला मामला होगा, जिसको सुनकर ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. कल्पना करिए कि जिस समय यह घटना घटी होगी, उन पर क्या बीत रही होगी जिन्होंने अपनी आंखों से ऐसा भीषण धमाका होते देखा होगा! धमाका इतना जबरदस्त था कि आसपास के लोग दहल उठे.
अब तक जो जानकारी खबर समय को हाथ लगी है, उसके अनुसार लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ रही गाड़ी को अचानक ब्रेक लगाने से यह घटना घटी है. इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की तो घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि दूसरा व्यक्ति सिलीगुड़ी के एक निजी नर्सिंग होम में जीवन और मौत के बीच झूल रहा है. अब तक पुलिस ने इस दिशा में गाड़ी बरामद करने के अलावा ज्यादा कुछ नहीं किया है. घटना के जिम्मेदार लोग हादसे के बाद से ही फरार हैं.
आज सुबह भक्ति नगर पुलिस स्टेशन के सामने हादसे के शिकार मृतक मुकेश मित्तल के पारिवारिक जन और सगे संबंधी, उनके समर्थक तथा विशाल संख्या में व्यवसाईयों ने हादसे के लिए जिम्मेदार वाहन चालक की गिरफ्तारी की मांग में धरना प्रदर्शन दिया. उन्होंने भक्ति नगर पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों से अपील की कि शीघ्र से शीघ्र हादसे के जिम्मेदार चालक को गिरफ्तार किया जाए.
सर्वप्रथम इस घटना की पृष्ठभूमि को समझना जरूरी है. सिलीगुड़ी में सड़क हादसे तो होते रहते हैं, परंतु इस तरह का हादसा एक लंबे अरसे के बाद अथवा कुछ लोगों के अनुसार पहली बार हुआ है, जहां एक तेज गति से आ रहा वाहन ब्रेक लगने के साथ ही ऐसे पलट कर लुढ़कता रहा, जैसे कि वह कोई फुटबॉल हो. जिस तरह से फिल्मों में ऐसे हादसों के नकली मंजर दिखाए जाते हैं, जिन्हें देखकर ही सिहरन पैदा हो जाती है. पर रात्रि 10:30 बजे सिलीगुड़ी में ना तो फिल्मों की शूटिंग हो रही थी और ना ही कोई स्टंट दिखाया जा रहा था.
यह हादसा खबर समय ऑफिस के ठीक सामने सेवक रोड, हल्दीराम स्वीट्स के नजदीक हुआ था. इन दिनों सेवक रोड में सड़क के दोनों तरफ खुदाई का काम चल रहा है. इस वजह से सड़के कुछ संकरी हो गई हैं. देर रात्रि जब हल्दीराम स्वीट्स के सामने सड़क पर साइड में गाड़ी लगाकर कुछ लोग आपस में बातें कर रहे थे. उसी समय सेवक की तरफ लगभग 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जा रही एक मारुति सुजुकी हल्दीराम स्वीट्स के सामने अपना नियंत्रण खो बैठती है. एक जोरदार धमाका होता है. मारुति सुजुकी पलटी खाते हुए सड़क के किनारे खड़ी वेगनर को भी जोरदार टक्कर मारती है. वहां आपस में बात कर रहे दो व्यक्ति भी इसकी चपेट में आ जाते हैं.
उनके नाम मुकेश मित्तल और अजय केसरी बताया जा रहा है. मुकेश मित्तल पंजाबीपाड़ा के रहने वाले हैं और वह एक व्यवसायी हैं. आज उनकी असामयिक मौत पर दुख व्यक्त करने के लिए गोल्डन प्लाजा को बंद रखा गया है. हादसे की चपेट में आए मुकेश मित्तल और अजय केसरी को तुरंत ही आनंद लोक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने मुकेश मित्तल को मृत घोषित कर दिया. जबकि अजय केसरी की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है.
एक बार फिर से यह साबित हो गया कि अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं के पीछे वाहन चालकों की लापरवाही ज्यादा जिम्मेदार होती है. पश्चिम बंगाल सरकार, सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस और प्रशासन काफी समय से यहां सेफ ड्राइव सेव लाइफ अभियान चला रही है. ऐसा लगता है कि यह अभियान सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया है. शराब पीकर गाड़ी चलाना कानूनन अपराध है. लेकिन चालक इस नियम का पालन शायद ही कर पाते हैं! इसका ज्वलंत उदाहरण यह हादसा है. हालांकि पुलिस ने अभी इस पर कुछ नहीं कहा है.
अक्सर देखा जाता है कि रात्रि 10:00 बजे के बाद चालक आमतौर पर नशे में ही होते हैं. कभी-कभी ओवर ड्रिंकिंग करके गाड़ी चलाते समय चालक गाड़ी की गति का ध्यान नहीं रख पाते हैं. ऐसा समझा जाता है कि वाहन चालक नशे में गाड़ी चला रहा था. गाड़ी लगभग 100 किलोमीटर की गति से भाग रही थी. ऐसी गाड़ी को अचानक रोका जाए तो यह हालात तो उत्पन्न होगा ही. अभी तक सुजुकी चालक तथा गाड़ी में सवार लोगों के बारे में पता नहीं चल सका है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज का सहारा ले रही है. इसके अलावा उन सभी सूत्रों को पुलिस खंगाल रही है, जिससे फरार लोगों के बारे में पता चल सके.