मानसून की शुरुआत के साथ ही यह सवाल तेजी से उठने लगा है कि अगर सिलीगुड़ी में झमाझम बारिश का दौर लगातार जारी रहता है तो क्या सिलीगुड़ी ऐसी बारिश को झेलने के लिए तैयार है? या फिर पहले की तरह डूब जाएगा? यह सवाल इसलिए भी उठाया जा रहा है, क्योंकि सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा सिलीगुड़ी में जल जमाव को रोकने के लिए निगम स्तर पर कई कार्य किए गए हैं. खुद मेयर गौतम देव ने सिलीगुड़ी के लोगों को आश्वासन दिया था.
अब तक सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा जो कार्य किए गए हैं, उनमें शहर के कुछ अत्यंत निचले इलाकों में मिट्टी भराव के साथ ही संपर्क सड़कों का कायाकल्प, नई सड़कों का निर्माण, ड्रेनेज की सफाई, निकासी नालियों का चौड़ीकरण इत्यादि शामिल हैं. सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत कई वार्डों में यह कार्य अभी भी चल रहा है.
सिलीगुड़ी नगर निगम ने कितना कार्य किया है और यह सिलीगुड़ी की जनता को कितना राहत देगा, यह फैसला अगले दिनों में सिलीगुड़ी में लगातार होने वाली झमाझम बारिश करेगी. निगम के दावे की पोल खोलेगी बारिश. मौसम विभाग ने भी अगले कुछ दिनों तक मौसम के बदस्तूर जारी रहने का संकेत दिया है. ऐसे में बारिश कभी भी हो सकती है.
इस समय सिलीगुड़ी के कई इलाकों में अंडरग्राउंड केबलिंग का कार्य चल रहा है. जहां-तहां सड़कों की खुदाई हुई है. अगर झमाझम बारिश होती है तो यह कार्य भी रूक सकता है. क्योंकि गड्ढों में पानी भर जाने से कार्य तब तक नहीं शुरू हो सकता, जब तक कि गडढों से पानी नहीं निकाला जाता है.
सिलीगुड़ी नगर निगम में बहुत से वार्ड आज भी वैसे ही है. यहां के निवासी बताते हैं कि जो पहले था, आज भी वही है. कहीं कुछ बदला नहीं है. खासकर निचले इलाकों में रहने वाले लोग जल जमाव को लेकर खासा चिंतित दिखाई देते हैं. उनका मानना है कि जल निकासी का उपयुक्त प्रबंध नहीं है. नाले बंद हैं और कई जगह सडकें कच्ची है. ऐसे में अगर झमाझम बारिश होती है तो जल जमाव का सामना यहां के लोगों को करना पड़ सकता है.
हालांकि सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत कुछ वार्डो की स्थिति में सुधार जरूर हुआ है. सड़क और नालियां बन जाने के बाद जल निकासी की समस्या का कुछ हद तक समाधान जरूर हुआ है. परंतु अगर झमाझम बारिश होती है तो क्या यह सड़क और नालियां जल के फ्लो को सहन कर सकेंगी, यह भी एक बड़ा सवाल है. सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से अभी भी कार्य चल रहा है. बड़े-बड़े दावे भी किये जा रहे हैं. लेकिन इन दावों की सच्चाई तो मानसून के समय ही सामने आएगी.
मौजूदा स्थिति यह है कि जरा सी बरसात होने पर ही सिलीगुड़ी के कई भागों में जल जमाव का सामना लोगों को करना पड़ता है. सबसे ज्यादा बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन इलाकों में सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से कोई कारगर व्यवस्था नहीं की गई है. हालांकि निगम सूत्र बता रहे हैं कि वंचित इलाकों में भी काम जारी है. वास्तव में जल जमाव की समस्या सिलीगुड़ी की पुरानी समस्या है और इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए स्थाई कार्य करने ही होंगे. इसमें काफी पैसे खर्च होंगे. निगम के पास फंड की कमी है.
जानकारी भी मानते हैं कि सिलीगुड़ी नगर निगम के आधे से ज्यादा वार्ड निचले इलाकों में आते हैं, जहां जल निकासी का उपयुक्त प्रबंध नहीं है. हालांकि उन इलाकों में नालियों का चौड़ीकरण भी हुआ है परंतु कई जगह अभी भी काम चल रहा है, जिसके कारण अगर अभी बरसात होती है तो जल जमाव भीषण समस्या उत्पन्न कर सकता है. जानकारों के अनुसार कुल मिलाकर जल जमाव को लेकर सिलीगुड़ी शहर की स्थिति में आंशिक सुधार हुआ है. अगर लगातार बरसात होती है तो शहर के हर क्षेत्र में यह समस्या भीषण रूप ले सकती है, इसमें कोई दो राय नहीं है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)