सिलीगुड़ी में जलपाई मोड़ से थाना मोड़ तक की सड़क शहर की अन्य सड़कों से काफी चौड़ी नजर आती है. इसी S.F. रोड़ में फूड स्टॉल तैयार किये जा रहे हैं. अब तक कई फूड स्टॉल तैयार हो चुके हैं.एस एफ रोड में फूड कॉर्नर बनाने की निगम के द्वारा पहले ही घोषणा की जा चुकी है.हालांकि कुछ व्यवसाईयों के द्वारा इसका विरोध भी शुरू हो चुका है. व्यवसाईयों की चिंता से सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्ष के नेता अमित जैन ने मेयर को अवगत भी करा दिया है.
मेयर गौतम देव ने आश्वासन दिया है कि वृहत्तर खुचरा व्यवसायी समिति के साथ उनकी बातचीत हो चुकी है. कुछ दुकानदारों की समस्या थी. लेकिन फूड कॉर्नर का निर्माण ऐसे कराया जाएगा, जिससे किसी को भी कोई समस्या नहीं होगी. सिलीगुड़ी के S.F. रोड में थाना मोड तक अनेक छोटे-छोटे दुकानदारों द्वारा खाने-पीने के स्टॉल लगाए जाते हैं. शाम के समय यहां काफी भीड़ होती है. यहां चटपटे व्यंजन का स्वाद लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. इसलिए यहां फूड कॉर्नर स्ट्रीट का तकाजा भी है. यह सड़क भी ज्यादा चौड़ी है. ऐसे में पार्किंग आदि की समस्या भी नहीं होनी चाहिए.
हालांकि फूड कॉर्नर स्ट्रीट का निर्माण करते समय उसकी संपूर्ण व्यवस्था का ध्यान रखना भी जरूरी है. जैसे पार्किंग ऐसी जगह हो जहां व्यवसाईयों को व्यापार करने में समस्या नहीं हो. इसके अलावा घर के सामने भी स्टाल नहीं होना चाहिए. आपको बताते चलें कि S.F. रोड में फूड कॉर्नर राज्य सरकार का एक प्रोजेक्ट है. राज्य सरकार ने इसके लिए एक करोड़ 12 लाख ₹20 हजार मंजूर किया है.कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी दूसरा बड़ा शहर है, जहां इसे स्थापित किया जा रहा है.
फूड कॉर्नर स्ट्रीट का निर्माण सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है. टाउन वेंडिंग कमेटी को इसमें शामिल किया गया है. यह कमेटी ही तय करेगी कि फूड स्टॉल किसे मिलेगा और किसे नहीं. लेकिन एक बात तय है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा सभी को फूड स्टॉल नहीं दिए जाएंगे. हालांकि गौतम देव ने कहा है कि गरीब व्यवसाईयों को फूड स्टॉल वितरण करने में प्राथमिकता दी जाएगी. इसके लिए उनसे रकम भी ली जाएगी. रकम कितनी होगी, यह बेंडिंग कमेटी ही तय करेगी. इसके अलावा जो लोग व्यवसाय करेंगे उन्हें सरकारी गाइडलाइन के अनुसार ही काम करना होगा.
देखा जाए तो सिलीगुड़ी में फूड कॉर्नर स्ट्रीट की लंबे समय से आवश्यकता भी थी. कोलकाता में यह काफी सफल भी हुआ है. अगर सरकार का यह प्रयास यहां भी सफल होता है तो इसका विस्तार शहर के अन्य इलाकों में भी किया जा सकता है.खुद मेयर गौतम देव ने भी इसका संकेत दिया है. इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि उपभोक्ताओं को उचित रेट पर एक ही स्थान पर वस्तु उपलब्ध होगी. उपभोक्ता वस्तु की क्वालिटी को लेकर अपनी राय भी रख सकता है और दावा भी कर सकता है. सरकार को भी इसका लाभ होगा और राजकोष में भी वृद्धि होगी. हालांकि इसका सीमित मात्रा में असर छोटे व्यवसाईयों पर हो सकता है.
मालूम रहे कि सिलीगुड़ी नगर निगम शहर की तीन सड़कों को सिग्नेचर रोड में कन्वर्ट करने जा रही है. एस एफ रोड, थाना मोड़ से शुरू होकर जलपाई मोड तक, विधान रोड से कंचनजंगा स्टेडियम गोस्टो पाल मूर्ति तक और मल्लागुड़ी में खुदीराम मूर्ति से शुरू होकर हेरिटेज होटल तक को कन्वर्ट किया जाएगा. इन सभी सड़कों पर आधुनिक प्रकाश व्यवस्था, फ्लावर पॉट्स, सौन्दर्यीकरण आदि करने की निगम की योजना है.
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