बंगाल पहले सोचता है. शेष भारत बाद में सोचता है. बंगाल भारत का नेतृत्व करेगा. आप लोग मुझसे प्रेम करते हैं. मैं आप लोगों के लिए जीती हूं. यह सारी योजनाएं आपके लिए हैं… केंद्र सरकार ने बंगाल को पंगु बनाने की कोशिश की है.मैं बंगाल को उसका हक लौटाने के लिए दिल्ली जा रही हूं. पीएम से समय मांगा है. हमारा बंगाल सुखी हो. बंगाल की लड़कियां खूब पढ़ें. हमारे किसान, मजदूर,आम जनता,सब सुखी हों. हमारी सरकार की यही प्राथमिकता है…
आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता वापसी के क्रम में सिलीगुड़ी के कंचनजंघा स्टेडियम में हजारों की भीड़ के समक्ष अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई और केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार किया. मुख्यमंत्री की यह सभा दोपहर 1:00 बजे शुरू हुई. कंचनजंघा स्टेडियम के गिर्द सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था थी. चप्पे चप्पे पर पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवान तैनात थे. उस रास्ते से होकर पुलिस ने सामान्य गाड़ियों की आवाजाही बंद कर दी थी.
केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बंगाल का बकाया पैसा नहीं दे रही है. मैं 17 तारीख को दिल्ली जा रही हूं और बंगाल का हक लेकर लौटूंगी. उन्होंने भाजपा और केंद्र सरकार की नीतियों तथा सौतेला व्यवहार पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि आज कोई भी चीज आप बाजार से खरीद लीजिए. सब पर जीएसटी का भार पड़ेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बंगाल का स्वास्थ्य और विकास का पैसा रोक दिया है. लेकिन इन सब के बावजूद हमारी सरकार सभी क्षेत्रों में विकास कार्य कर रही है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी नगर निगम की सेवा की चर्चा करते हुए कहा कि सिलीगुड़ी तथा आसपास के लोगों को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए राज्य सिलीगुड़ी नगर निगम को 511 करोड रुपए देगा. ताकि सिलीगुड़ी नगर निगम जल परियोजना का विस्तार कर सके. उन्होंने कहा कि माटीगाड़ा में कैंसर केयर अस्पताल बनाया जा रहा है. इससे उत्तर बंगाल के रोगियों को कोलकाता अथवा अन्य राज्यों में इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज भ्रष्टाचार पर भी अपनी बात कही और स्पष्ट कर दिया कि उनकी सरकार की नीति नो टॉलरेंस की है. उन्होंने कहा कि कोई भी हो अगर वह भ्रष्टाचार में शामिल है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लेकिन अगर उनके नेता को फसाने की कोशिश की जाती है तो वह इसका पुरजोर विरोध करेंगी.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सुनने के लिए सिलीगुड़ी ही नहीं बल्कि उत्तर बंगाल के कोने-कोने से टीएमसी कार्यकर्ता और नेता गाड़ियों में भरकर आए थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्टेडियम में बोलते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 47 परियोजनाओं का शुभारंभ किया है. इस पर 1149.12 करोड रुपए की लागत आएगी. उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमने बंगाल में हर वर्ग का ध्यान रखा है. छात्रों, किसानों, मजदूरों, बटाईदारों, चाय श्रमिकों, उद्योगपतियों, बच्चियों, युवाओं, बड़े बुजुर्गों, महिलाओं यानी सभी के लिए हमारी सरकार की योजनाएं चल रही हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कृषक बंधु योजना के अंतर्गत रवि सीजन के लिए राज्य के एक करोड़ एक लाख किसानों को 2806 करोड रुपए की वित्तीय सहायता दी जा रही है और खरीफ सीजन के लिए 2764 करोड रुपए दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले राज्य में केवल 39 लाख किसान ही पंजीकृत हुए थे. अब एक करोड़ एक लाख किसान योजना का लाभ उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबुज साथी योजना के अंतर्गत राज्य की बालिकाओं की पढ़ाई और उनका भविष्य सुरक्षित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बालिकाओं की पढ़ाई के लिए अब तक एक करोड़ 15 लाख साइकिल दी जा चुकी है. उन्होंने बालिकाओं के माता-पिता से अनुरोध किया कि वे अपनी बच्चियों की शादी 18 साल से पहले नहीं करें. उनकी सरकार बच्चियों की पढ़ाई के लिए पैसा दे रही है. अतः बालिकाएं खूब पढ़े-लिखे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नौजवानों और पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं के लिए उनकी सरकार स्वरोजगार योजना लेकर आई है. स्वरोजगार के इच्छुक युवा इसका लाभ उठाएं. उन्होंने उत्तर बंगाल में चाय मजदूरों के जीवन में सुधार के लिए उनकी सरकार द्वारा जारी की गई घोषणाओं की याद दिलाई और कहा कि चाय श्रमिकों को जमीन का पट्टा देना शुरू किया है तथा घर बनाने के लिए उन्हें ₹120000 की सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि जो चाय बगान 3 महीने से बंद हैं उन चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों को ₹1500 दिए जाएंगे.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी सरकार द्वारा जारी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोगों से अपील की और कहा कि 15 दिसंबर से एक बार फिर से द्वारे सरकार शिविर का आरंभ किया जा रहा है. यह 30 दिसंबर तक जारी रहेगा. राज्य की माताएं, बहने या अन्य लोग जो अब तक उनकी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा सके हैं, वह शिविर में जाएं और योजनाओं का लाभ उठाएं. उन्होंने कहा कि लक्ष्मी भंडार योजना, स्वास्थ्य साथी कार्ड, जाति प्रमाण पत्र इत्यादि के लिए महिला पुरुष द्वारे सरकार में जाएं और योजनाओं का लाभ उठाएं.
भाषण देने के उपरांत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता लौटने के लिए प्रस्थान कर गई.