मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के परिवार का गोरखा परिवार से रिश्ता जुड़ने जा रहा है. मुख्यमंत्री के भतीजे की कर्सियांग में शादी हो रही है. कर्सियांग की बेटी है डॉक्टर दीक्षा छेत्री. 7 दिसंबर को मुख्यमंत्री के भतीजे का विवाह डॉक्टर दीक्षा छेत्री से होगा. यह विवाह कर्सियांग के नया बाजार स्थित टाउन सार्वजनिक भवन में होने वाला है. जिसकी तैयारी जोरो से चल रही है.
कर्सियांग ही नहीं बल्कि संपूर्ण पहाड़ को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. बज रही है शहनाइयां. शादी में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहे रहे, यह देखने के लिए स्वयं तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी उपस्थित हैं.अभिषेक बनर्जी कल ही कर्सियांग आ गए थे और अब वे अपने भाई की शादी की तैयारी में व्यस्त हो गए हैं. भतीजे की शादी हो और शादी में बुआ उपस्थित ना हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता. लिहाजा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कल कर्सियांग पहुंच रही है.
विधानसभा चुनाव में भाजपा की बंपर जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस में निराशा और इंडिया गठबंधन में फूट के आसार प्रबल हो गए हैं. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में निराशा व्याप्त है. ऐसे समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कल से उत्तर बंगाल यात्रा शुरू हो रही है. अपनी एक सप्ताह की यात्रा में ममता बनर्जी के विविध छोटे बड़े प्रशासनिक कार्यक्रम हैं. सभा और रैलियां भी होने वाली है. लेकिन वह इन सभी की शुरुआत किसी शुभ कार्य से करना चाहती हैं और अपनी भतीजे की शादी से ज्यादा शुभ और क्या हो सकता है…
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे की शादी में उपस्थित होकर पहाड़ की जनता को एक बड़ा मैसेज देना चाहती हैं. जानकार मानते हैं कि 7 दिसंबर को पहाड़ में होने वाली भतीजे की शादी से ममता बनर्जी को एक बड़ा राजनीतिक लाभ मिल सकता है. उनका परिवार एक गोरखा परिवार से रिश्ता जोड़ रहा है. इस तरह से ममता बनर्जी और गोरखा परिवार का सीधा कनेक्शन हो जाएगा और चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को इसका लाभ भी मिल सकता है. यही कारण है कि मुख्यमंत्री एक दिन पहले ही कर्सियांग पहुंच रही हैं. अभिषेक बनर्जी तो कब के कर्सियांग पहुंच चुके हैं.
शादी में मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. अभी तक तो परिवार के लोग ही कर्सियांग पहुंचे हैं. लेकिन कल से मेहमान भी आएंगे. इस शादी में पहाड़ के सभी प्रमुख गोरखा नेता और विभिन्न क्षेत्रीय संगठनों के नेता शामिल होंगे. वे सभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सीधा रूबरू हो सकते हैं. ममता बनर्जी उनसे कह सकती हैं कि अब वे सभी उनके परिवार का हिस्सा बन चुके हैं. पहाड़ के लोग तो वैसे भी सीधे-साधे और भावुक होते हैं. यह रिश्ता उन्हें ममता बनर्जी से जोड़ने में मदद कर सकता है.
अभिषेक बनर्जी की आवभगत में जुटे अनित थापा जो जीटीए के अध्यक्ष भी है,जब तक यह शादी संपन्न नहीं हो जाती, तब तक वह कर्सियां में ही डेरा डाले रहेंगे. अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी की आवभगत में ही जुटे रहेंगे. भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा, तृणमूल कांग्रेस पहाड़ के नेता और कार्यकर्ता काफी खुश हैं. अनित थापा, पूर्व सांसद श्रीमती शांता छेत्री समेत पहाड़ के कई नेता और कार्यकर्ता 7 दिसंबर को होने वाली शादी को ऐतिहासिक बनाने में जुट गए हैं. कर्सियांग को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है.
ममता बनर्जी के स्वागत में जगह-जगह तोरण द्वार बनाए जा रहे हैं. अभिषेक बनर्जी का स्वागत है, ममता बनर्जी का स्वागत है, जैसे स्लोगन पोस्टर पर देखे जा रहे हैं. कर्सियांग हो चाहे पहाड़ का कोई भी क्षेत्र, सब जगह शहनाई गूंज रही है. मुख्यमंत्री के भतीजे की शादी और मुख्यमंत्री का शादी में उपस्थित होना इस समय पहाड़ में सुर्खियां बटोर रही है. अब देखना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस खास मौके पर वर वधु को क्या आशीर्वाद प्रदान करती हैं और गोरखा परिवार तथा बिरादरी को तोहफे में क्या देती हैं!