January 2, 2025
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल घटना जुर्म सिलीगुड़ी

बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय बनाने वाला मनोज गुप्ता गिरफ्तार!

मनोज गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने थोड़ी राहत की सांस ली है. क्योंकि दावा किया जा रहा है कि फर्जी पासपोर्ट मामले में वही सरगना है. इस बीच फर्जी पासपोर्ट सत्यापन में आ रही दिक्कतों के बाद खामियों में सुधार के लिए केंद्र को चिट्ठी लिखी गई है. वास्तव में बांग्लादेशी नागरिकों के लिए अवैध तरीके से पासपोर्ट बनाए जाने के खुलासे के बाद पुलिस को कोर्ट में कई सवालों के घेरे से गुजरना पड़ रहा है. पासपोर्ट सत्यापन में पुलिस की लापरवाही की पोल खुल चुकी है

हालांकि राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार कहते हैं कि पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नियमों में कई खामियां हैं. इसलिए पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस संबंध में विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है. इसके अलावा जिला स्तर पर पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नियमों में भी कई बदलाव किए जा रहे हैं.जब से खुफिया विभाग को बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने और झूठे कागजात के आधार पर असली दिखाने के गोरख धंधे की सच्चाई का पता चला है,तभी से पुलिस और खुफिया विभाग ऐसे ऐसे लोगों को धर दबोचने की तैयारी में जुट गए हैं जो अब तक बिना रोक-टोक के चोरी चुपके यह काम कर रहे थे. पुलिस को अवैध पासपोर्ट बनाने में लगे सरगना मनोज गुप्ता की गिरफ्तारी का बेसब्री से इंतजार था.

शातिर मनोज गुप्ता बहुत बड़ा खिलाड़ी था. वह भारतीय नागरिकों के आधार कार्ड को एकत्र करता और आधार कार्ड नंबर और नाम में थोड़ा फेर बदल करके उसमें बांग्लादेशियों का नाम तथा तस्वीर चिपका देता था. यह काम वह इतनी होशियारी और खूबसूरती से करता था कि किसी को जरा भी संदेह नहीं होता था. कोई यह भी पकड़ नहीं पाता था कि यह जाली है अथवा असली आधार कार्ड है.

इस शातिर अपराधी को कोलकाता पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने गिरफ्तार किया है. उसे उत्तर 24 परगना के गाईघाटा थाना क्षेत्र के चांदपाड़ा स्टेशन रोड से गिरफ्तार किया गया. उसके बाद उसे अलीपुर कोर्ट की विशेष अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है. इस बीच पुलिस की विशेष पूछताछ में उसने कई चौंकाने वाले बयान दिए हैं

इस खिलाड़ी ने कई ऐसे ऐसे कारनामों को अंजाम दिया है जो दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर कर देते है. बांग्लादेशियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए फर्जी कागजात बनाने में माहिर मनोज गुप्ता उनके नाम पर फर्जी पासपोर्ट भी सफाई से तैयार करने लगा. वह फर्जी पासपोर्ट बनवाकर बांग्लादेशियों को भारतीय बनाकर विदेश भेजता था. इस फर्जी पासपोर्ट कांड के सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था. उन सभी से पूछताछ के बाद इस पूरे रैकेट के मास्टरमाइंड के तौर पर मनोज गुप्ता के नाम का पता चला.

मनोज गुप्ता ठाकुरपुकुर इलाके में ट्रेवल्स एजेंसी की आड़ में फर्जी पासपोर्ट बनवाने का धंधा चला रहा था. वह एक नंबर का घूसखोर और लालची आदमी है. कोई भी मोटी रकम का लालच देकर उससे गलत काम करवा सकता था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वह पैसों के लिए सिर्फ अवैध पासपोर्ट ही नहीं बल्कि फर्जी आधार कार्ड के साथ-साथ अन्य जाली कागजात भी बनवाता था.

खुफिया विभाग को पक्की जानकारी मिली, उसके बाद पुलिस टीम ने ठाकुरपुकुर इलाके में स्थित उसके आवास पर दविश दी. लेकिन तब तक वह वहां से फरार होकर अपने एक दोस्त के घर पहुंच गया था. इसके बाद पुलिस ने उसे उत्तर 24 परगना के गाईघाटा से गिरफ्तार किया. आपको बता दे कि अवैध पासपोर्ट बनाने के मामले में यह सातवीं गिरफ्तारी है. पुलिस उससे यह पता लगा रही है कि उसने अब तक कितने लोगों को विदेश भेजा है.

फर्जी पासपोर्ट पर नकेल कसने के लिए राज्य के डीजीपी ने बताया कि अब जिला स्तर पर पासपोर्ट के लिए जमा किए गए दस्तावेजों के सत्यापन की पूरी जिम्मेदारी जिला पुलिस अधीक्षक की होगी. डीजीपी राजीव कुमार ने कहा कि पासपोर्ट से संबंधित दस्तावेजों के सत्यापन की जिम्मेदारी पासपोर्ट अधिकारियों की है. इसमें कई खामियां हैं. इस खामी के आधार पर ही फर्जी पासपोर्ट बनाने का धंधा चल रहा है.

जो भी हो, एक तरफ केंद्रीय सीमा बल व बीएसएफ और दूसरी तरफ राज्य पुलिस बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे है. लेकिन इन सबसे ज्यादा नुकसान देश और राज्य का है. बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकने और फर्जी पासपोर्ट के धंधे को बंद करने की आवश्यकता है. इसका मास्टरमाइंड गिरफ्तार हो चुका है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि पिछले कई दिनों से चले आ रहे पुलिस की धर पकड़ से संकट का समाधान हो जाएगा.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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