सिलीगुड़ी: “इस दुनिया में अगर कोई धर्म है तो वो है इंसानियत” हमारा भारत देश एक ऐसा देश है जहां हर जाति और समुदाय के लोग रहते हैं, लेकिन फिर भी इस अनेकता में भी ऐसी एकता छिपी हुई है, जो समय-समय पर देखने को मिल जाती है। रंगापानी नीज बाड़ी क्षेत्र में भयावह ट्रेन दुर्घटना घटित हुआ। बता दे जिस दिन यह ट्रेन दुर्घटना घटित हुआ उस दिन बकरी ईद था, क्षेत्र के सभी मुस्लिम समुदाय के लोग बकरी ईद की तैयारी कर रहे थे और सुबह का वक्त था जिसके कारण नमाज पढ़ने में सभी मसरूफ थे, लेकिन अचानक इस दौरान उन्हें तेज आवाज सुनाई दी क्षेत्र के कुछ युवक आवाज की ओर दौड़ पड़े और जब सामने का मंजर देखा तो उनके रोंगटे खड़े हो गए कंचेनजुंगा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी थी , जिसमें कंचनजंगा एक्सप्रेस के यात्री मदद की गुहार लगा रहे थे, जैसे ही इन युवकों ने घायलों को देखा वह मदद करने में जुट गए। इन्होंने जाति धर्म को भूल कर इंसानियत की मिशाल कायम की और घायल लोगों की मदद करने लगे। शायद इस भयावा कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना के बाद मौके पर सबसे पहले पहुंचकर मदद करने वाले यही अल्पसंख्यक समुदाय के युवक थे, जिन्होंने नमाज को भूलकर इंसानियत को याद रखा और घायलों की मदद करने लगे। उनके इस कार्य की सरहाना राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी की उन्होंने इन युवकों को धन्यवाद भी कहा |
बता दे कि , इन जांबाज युवकों को दार्जिलिंग जिला तृणमूल कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल ने सम्मानित किया । गुरुवार तृणमूल कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष रफीकुल इस्लाम और उपाध्यक्ष मंजूर आलम अंसारी ने उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल संलग्न अल्पसंख्यक सेल के कार्यालय में इन 12 जांबाज युवकों का फूलों से स्वागत किया । इस दौरान सिलीगुड़ी महकमा परिषद उपाध्यक्ष रूम रेशमी एक्का भी उपस्थित थी । बता दे कि, इन 12 जांबाज युवकों के नाममोहम्मद राजेश, फैजरुल रहमान, मोहम्मद समीम अख्तर,मोहम्मद राजुल, मोहम्मद इस्माइल, मोहम्मद साउद्दीन, मोहम्मद अज़ीबुल, मोहम्मद हकीम, मोहम्मद अज़हर, मोहम्मद आदत, मोहम्मद शाहिद, मोहम्मद नज़ीर है। यह वही युवक है जिन्होंने भयावह कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटना में 30 से 40 लोगों को बचाया था और इंसानियत की मिशाल कायम की थी । इन जांबाज युवकों ने फिर यह साबित कर दिया , जब भी कोई समस्या आएगी हम एक जूट होकर उस समस्या का सामना करेंगे और एक दूसरे की मदद करेंगे । आज पूरे राज्य के साथ देश भर में इन युवकों की तारीफ की जा रही है।
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