April 13, 2025
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मोबाइल यूजर्स हो जाएं सावधान! बंद हो सकते हैं सभी पुराने सिम!

मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है तो बुरी खबर भी! अच्छी खबर यह है कि उनके सिम कार्ड को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की तैयारी चल रही है. जबकि बुरी खबर यह होगी कि इसके लिए यानी पुराने सिम कार्ड को बदलवाने के लिए आपको लंबी लाइन लगानी पड़ सकती है. सूत्र बता रहे हैं कि भारत सरकार इसकी बड़ी तैयारी कर रही है और कभी भी सरकार की ओर से फरमान जारी किया जा सकता है.

बहुत से लोग बरसों से पुराने सिम कार्ड का उपयोग कर रहे हैं. चाहे वह व्यावसायिक कार्य के लिए हो अथवा व्यक्तिगत कार्यों के लिए. जो भी हो, अपने पुराने सिम कार्ड को लेकर एक तरह से मोबाइल उपभोक्ता निश्चिंत रहते हैं. पर जब यह फरमान आ जाए कि आपका पुराना सिम कार्ड आपकी मुसीबत को बढ़ा सकता है तथा आपकी संपत्ति की सुरक्षा में घातक सिद्ध हो सकता है, तो एक बार अफरा तफरी तो मचेगी ही.

सूत्रों ने बताया है कि भारत की प्रमुख साइबर सुरक्षा एजेंसी ने एक जांच की थी और उसमें पाया था कि कुछ सिम कार्ड में जो चिप सेट किए गए हैं, वह सभी चीन से आए हैं. इस चिप्स के चलते भारत की आंतरिक सुरक्षा और मोबाइल उपभोक्ताओं के डाटा को चुराया जा सकता है. यानी यह राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर मसला है. आपको बताते चलें कि राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक और गृह मंत्रालय के द्वारा यह जांच की गई थी. हालांकि सरकार कोई भी फरमान जारी करने से पहले इससे जुड़े अनेक मुद्दों पर समीक्षा करना चाहेगी.

भारत के मोबाइल उपभोक्ता देश की प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनियों के सिम का व्यवहार करते हैं. जैसे रिलायंस जिओ, एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया इत्यादि. राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वय ने पिछले दिनों इन सभी कंपनियों और दूर संचार मंत्रालय के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की थी. इसी बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि मौजूदा स्थिति में क्या पुराने सिम कार्ड को बदलने से मोबाइल उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हो सकती है?

आपको बताते चलें कि भारत सरकार ने चीनी उपकरण निर्माताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. इनमें हुआवेई, जेडटोई आदि शामिल है. सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को पुख्ता करना चाहती है. इसलिए सरकार की ओर से कठोर नियम भी बनाए जा रहे हैं या बना लिए गए हैं. सरकार ने इस बात की पूरी तैयारी की है कि किसी भी प्रकार के टेलीकॉम उपकरण के आयात, बिक्री अथवा उपयोग से पहले उसकी अनिवार्य रूप से टेस्टिंग और प्रमाणन हासिल किया जाए. सरकार चाहती है कि टेलिकॉम ऑपरेटर कंपनियों जो भी प्रक्रिया सुनिश्चित करें,उसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, प्रदर्शन और गुणवत्ता का संपूर्ण ध्यान रखा जाए.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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