मानसून उत्तर बंगाल में प्रवेश कर चुका है. लगभग रोजाना ही किसी समय मानसून बरस जाता है. कभी कम, कभी ज्यादा. जब उमस ज्यादा बढ़ जाती है तो पानी बरस जाता है. कई दिनों से शाम अथवा रात में बारिश हो जाती है. लेकिन आज दोपहर के समय सिलीगुड़ी में थोड़ी देर की वर्षा में ही सिलीगुड़ी के कई इलाकों में जल जमाव की भीषण स्थिति खड़ी हो गई. दुकानों में, घरों में ,सड़कों पर जल जमाव देखा गया.
लोग चर्चा कर रहे हैं कि अभी तो जून का महीना है. बरसात अक्टूबर नवंबर तक जारी रह सकती है. मानसून की पहली बरसात हो रही है. लेकिन अभी सिलीगुड़ी का यह हाल है. ऐसे में आगे का सफर और कठिन होने वाला है. लोग सिलीगुड़ी नगर निगम और वार्ड पार्षदों को जिम्मेदार बता रहे हैं, जिन्होंने अपने इलाके में कोई काम नहीं किया. ड्रेनेज की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है. नालों की ठीक से सफाई नहीं होने के कारण कई स्थानों पर पानी की निकासी नहीं हो पाती है, जिसके कारण सड़कों पर, दुकानों में और घरों में पानी घुस जाता है.
आज सिलीगुड़ी नगर निगम के विभिन्न वार्डों में जल जमाव देखा गया. वार्ड नंबर 5 वार्ड, वार्ड 9, वार्ड नंबर 8, वार्ड नंबर 10 और ऐसे ही कई वार्डों में जल जमाव की भीषण स्थिति उत्पन्न हो गई. सब जगह से यही शिकायत आई कि नाला जाम है. वार्ड नंबर 10 में एक व्यक्ति के घर में पानी घुस गया. वह व्यक्ति अपने पार्षद पर रोष व्यक्त कर रहा था. वार्ड नंबर 9 के मंगल पांडे रोड में सड़क पर लबालब पानी भर गया. विश्वकर्मा मंदिर रोड में भी नारकीय स्थिति उत्पन्न हो गई. जबकि नया बाजार पान पट्टी इलाके में भी जल जमाव की यही स्थिति देखी गई. कई जगह नाला जाम होने के कारण पानी ऊपर बहता हुआ सड़क को लबालब कर रहा था.
मानसून की पहली बरसात को ही सिलीगुड़ी सहन नहीं कर सका है. जल जमाव की विभिन्न तस्वीरें आने वाले समय की चुनौतियों को भी दर्शाती हैं. सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से नालों की सफाई के लिए कर्मचारियों को लगाया जाता है. लेकिन सफाई कर्मचारी अपना काम जिम्मेवारी पूर्वक नहीं करते हैं. आज की बरसात ने इसकी पोल खोल कर रख दी है. हालांकि नाला जाम होने के लिए अकेले सिलीगुड़ी नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को दोषी ठहराया नहीं जा सकता.
सिलीगुड़ी के नागरिक भी उतना ही जिम्मेवार हैं, जो घरों तथा दुकानों के कूड़े कचरे को नाले में ही डाल देते हैं. सफाई कर्मचारी ऊपर ऊपर से नालों की सफाई करते हैं. भीतर कीचड़ जमा रहता है. केवल ऊपर का कीचड़ ही साफ होता है. इसका परिणाम यह होता है कि थोड़ी सी बरसात होते ही नाला उफनने लगता है और जल निकासी नहीं होने से पानी सड़कों तथा घरों में भरने लगता है.
इस बीच मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कालिमपोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में भारी बारिश जारी रहेगी. मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बंगाल के मालदा उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर में गरज के साथ बारिश की संभावना है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी को देखते हुए सिलीगुड़ी नगर निगम को आगे की तैयारी में जुट जाना चाहिए. अन्यथा स्थिति और ज्यादा गंभीर हो सकती है.
हालांकि बारिश होने से तापमान में कोई कमी नहीं आएगी बल्कि अगले कुछ दिनों में तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है. सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग को लेकर मौसम विभाग के कार्यालय से जानकारी मिली है, उसके अनुसार यहां भारी बारिश जारी रह सकती है. केवल दार्जिलिंग ही नहीं, पहाड़ के अन्य जिले जैसे कालिमपोंग और समतल जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में भी भारी बारिश के पूरे आसार हैं.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)