सिलीगुड़ी में क्रिसमस तो धूमधाम से संपन्न हो गया, पर अब जिसका इंतजार सिलीगुड़ी को है, वह है न्यू ईयर जो पिकनिक और मनोरंजन के लिए जाना जाता है. भारत के किसी भी राज्य से ज्यादा पश्चिम बंगाल में नए नए वर्ष का उत्साह लोगों के सर चढ़कर बोलता है.जहां तक सिलीगुड़ी का प्रश्न है, यहां नए साल पर पिकनिक और सैर सपाटो का सिलसिला पूरे महीने तक जारी रहता है.
सिलीगुड़ी शहर की विशेषता रही है कि यहां अधिकतर खाने कमाने वाले लोग रहते हैं, जो उत्सव मनाने मे भी सबसे आगे रहते हैं. कोई भी त्यौहार हो, उसका जश्न मनाना नहीं भूलते और जब बात न्यू ईयर की हो, तो उसका आकर्षण पूरे जनवरी तक बना रहता है. पिकनिक मनाना और अपने दोस्तों के साथ घूमना फिरना सिलीगुड़ी की विशेषता है. न्यू ईयर मनाने के लिए सिलीगुड़ी के अधिकतर युवा बेसब्री से साल बीतने का इंतजार करते हैं क्योंकि यही वह समय होता है जहां उनके अरमान मचलने लगते हैं.
अगले रविवार को वर्ष 2022 का अंत हो रहा है. रविवार की रात नए साल का स्वागत और वर्ष 2023 की नई योजना बनाई जाती है. परंतु सिलीगुड़ी के अधिकतर युवा नए साल का जश्न तो मनाते हैं परंतु 2023 की नई योजना दूसरे राज्यों के युवाओं की तरह उनके दिमाग में नहीं होती. उन्हें तो बस जश्न चहिए और नया साल उनकी मुराद पूरी करने के लिए तैयार रहता है. इस बार उनके दिमाग में यह होना चाहिए कि नए साल का जश्न 2023 की नई योजना और संकल्प को पूरा करने के लिए मनाएंगे.
सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में अनेक पर्यटक और पिकनिक स्थल सज चुके हैं. रविवार से गाड़ियां पर्यटक व पिकनिक स्थलो पर दौड लगाती दिख जाएंगी. इस रविवार और जनवरी के सभी रविवार को सिलीगुड़ी में एक अजीब सा जोश युवाओं में देखा जा सकेगा . पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए इस बार युवाओं को संभल कर चलने और जश्न मनाने की जरूरत है. इस बार सिलीगुड़ी के नजदीक अनेक पिकनिक स्थल आबाद किए गए हैं. गाजोलडोबा में तो क्रिसमस पर भी पिकनिक मनाने वालों की भीड़ दिखी.
शिकारा बोटिंग गाजोलडोबा का प्रमुख आकर्षण बन चुका है. इसके अलावा बैकुंठपुर,सुकना, दूधिया, सेवक ,कालीझोड़ा इत्यादि पिकनिक स्थल पर हर साल पिकनिकरो की भीड़ देखी जाती है. प्रशासन की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है. साथ ही नई गाइडलाइन के अनुसार नए साल पर पिकनिक का आनंद उठाया जा सकता है. बहरहाल आपके आसपास अनेक पिकनिक स्पॉट हैं, सिलीगुड़ीवासी पिकनिक स्पॉट पर नए साल का जश्न तो मनाएं, परंतु संभल कर और पूरे होश हवास में ताकि रंग में भंग ना पड़ सके.
अब वक्त बदल चुका है. बदलते वक्त में चुनौतियां बढी हैं तो जिम्मेदारियां भी बढी हैं.ऐसे में सिलीगुड़ी के युवाओं को जिम्मेदारी पूर्वक और विवेकशील तरीके से पिकनिक मनाने की जरूरत है. इसलिए नए साल का जश्न तो मनाए, पर 2023 की योजना भी बनाएं. यही वक्त का तकाजा है.