मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश के बाद सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल की नगर पालिकाएं नगर निगम पुलिस प्रशासन और प्रशासनिक अधिकारी अपने-अपने कार्य और दायित्व को लेकर दौड़ते नजर आ रहे हैं. क्योंकि कार्य में कोताही होने पर अधिकारी नप जाएंगे. मंगलवार से ही उत्तर बंगाल स्वच्छता अभियान शुरू हो चुका है. अलीपुरद्वार में जिला शासक आर. विमला ने जिला पुलिस, भूमि और विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक बैठक के बाद अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए. अलीपुरद्वार में 23 अवैध निर्माणो की पहचान कर ली गई है. उनके मालिकों को नोटिस जारी कर दिया गया है और एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. यहां फुटपाथों को भी खाली कराया जा रहा है.
कूचबिहार जिले के अंतर्गत दिनहाटा नगर पालिका अपने कार्य और दायित्व को पूरा करने में जुट गई है. महकमा अस्पताल परिसर में पिछले दो महीनो से लगे कचरे के अंबार की सफाई नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों द्वारा कर दी गई है. दिनहाट महकमा अस्पताल परिसर में सफाई अभियान चलाया गया. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि नगर पालिका द्वारा नियमित रूप से अस्पताल में कचरे की सफाई नहीं होती है. इस अभियान में नगर पालिका के उप अध्यक्ष साबिर साहा चौधरी, दिनहाट जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर रंजीत मंडल समेत अस्पताल और नगर पालिका के बहुत से कर्मचारी लगे थे.
कूचबिहार जिला पुलिस की ओर से चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान में सरकारी जगह पर बने अस्थाई निर्माण को हटा दिया गया. पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने फुटपाथ पर बनी कई दुकानों को हटा दिया. इन दुकान के मालिकों को काफी समय पहले ही नोटिस दिया जा चुका था. लेकिन उन्होंने इसकी कोई परवाह नहीं की. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वयं ही दुकान हटाकर फुटपाथ को खाली करा लिया. इसी तरह से आज जलपाईगुड़ी जिले में धुपगुडी बाजार के फुटपाथ को खाली करा लिया गया.
धुपगुडी थाने के आई सी अनिंद्य भट्टाचार्य के नेतृत्व में पुलिस ने एक अभियान चलाया और हर व्यापारी को फुटपाथ पर दुकान नहीं लगाने की चेतावनी दे डाली. पुलिस का यह अभियान जलपाईगुड़ी, डोकी मारी, गैरकाटा रोड, फालाकाटा रोड आदि विभिन्न क्षेत्रों में चला. पुलिस ने पहले दिन सभी व्यापारियों को चेतावनी दी और कहा कि अगर उन्होंने दोबारा फुटपाथ पर दुकान लगाई तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सिलीगुड़ी में भी पुलिस प्रशासन के द्वारा फुटपाथ को दुकानदारों से खाली कराया जा रहा है. आज पुलिस ने माटीगाड़ा इलाके में सिटी सेंटर के आसपास सरकारी जमीन और रास्ते पर बनी दुकानों को हटा दिया. वहां बड़े पैमाने पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला.
पुलिस का यह अभियान आज शहर और शहर के आसपास चलाया गया. माटीगाड़ा के अलावा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पास भी पुलिस का यह अभियान चला. दुकानदारों में हड़कंप मच गई. कुछ लोग इधर-उधर भागने लगे. आज पुलिस का रवैया थोड़ा सख्त देखा गया. क्योंकि पुलिस किसी भी तरह के समझौते के मूड में नहीं थी. वहां कई दुकानों को तोड़ दिया गया. फल और विभिन्न तरह के खाद्य उत्पाद बेचने वालों ने खुद ही दुकान समेट ली. सिलीगुड़ी के हृदय स्थल हाशमी चौक, वेनस मोड में भी पुलिस ने जोरदार अभियान चलाया और फुटपाथ को खाली कराया.
आपको बता दें कि कोलकाता से लौटने के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके बताया था कि सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्रों में सरकारी जमीन, हाइड्रेन और रास्ते पर अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सिलीगुड़ी नगर निगम भी कड़ी कार्रवाई करेगा. आज से प्रशासनिक तंत्र इस अभियान में जुट गया है. उधर बागडोगरा के बिहार मोड पर ट्रैफिक समस्या को दूर करने के लिए ट्रैफिक गार्ड के पुलिस कर्मियों ने अभियान चलाया. बसों के ठहराव के लिए यह इलाका निश्चित कर दिया. इसके साथ ही अवैध रूप से लंबे समय से पार्किंग करने वाले कुछ चार पहिए गाड़ियों को हटा दिया गया. उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ दिनों में शहरी इलाके के कुछ और भागों से जैसे सिलीगुड़ी जिला अस्पताल, कोर्ट मोड अन्य स्थानों से रास्तों को खाली करा लिया जाएगा.
सवाल यह है कि इस तरह के अभियान तो पहले भी चलाए गए थे. लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा. क्योंकि जब तक अभियान चलता है तब तक फुटपाथ खाली रहते हैं.फिर पुलिस का अभियान ठंडा पड़ जाता है. दुकानदार फिर से फुटपाथ पर दुकान लगाने लग जाते हैं. क्या इस बार ऐसा नहीं होगा? लोग सवाल कर रहे हैं.
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