May 2, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल घटना सिलीगुड़ी

न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन से गिरकर एक यात्री की मौत!

घटना काफी दुखद है और किसी को भी विचलित कर देने वाली है. एक यात्री वंदे भारत ट्रेन से कोलकाता जाना चाहता था. जब ट्रेन खुल रही थी, उसी समय यात्री ने दौड़ते हुए ट्रेन को पकड़ना चाहा. लेकिन संतुलन खो देने से उसका पैर फिसल गया और वह ट्रेन की चपेट में आ गया. यह घटना न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन की है.

वंदे भारत ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा के बीच चलती है. यह स्पेशल ट्रेन खासकर सिलीगुड़ी के व्यवसाईयों के लिए है, जो अपने कारोबार के सिलसिले में कोलकाता जाते रहते हैं. सिलीगुड़ी और आसपास के क्षेत्र में अधिकांश उपभोक्ता सामान कोलकाता के बाजारों से मंगाए जाते हैं. यहां कारोबार करने वाले लोग अक्सर कोलकाता जाते हैं.उनके लिए बंदे भारत ट्रेन सबसे अधिक सुविधाजनक और आराम देह है.

यह ट्रेन नियमित रूप से चलती है और सही समय पर न्यू जलपाईगुड़ी से रवाना होती है और निर्धारित समय पर ही हावड़ा पहुंचती है. बृहस्पतिवार को वंदे भारत ट्रेन रोजाना की तरह एक नंबर प्लेटफार्म पर लगी थी और कुछ ही देर में कोलकाता के लिए प्रस्थान करने वाली थी. वंदे भारत ट्रेन संख्या 22302 डाउन वंदे भारत एक नंबर प्लेटफार्म से छूटने को तैयार थी.

बागडोगरा की खुदीराम पल्ली निवासी उज्जवल भौमिक को अपने किसी कारोबार के सिलसिले में कोलकाता जाना था. वह जब एनजेपी स्टेशन पहुंचे तब तक काफी देर हो चुकी थी. गाड़ी छूटने को तैयार थी. किसी तरह से भाग कर वह प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंचे लेकिन तब तक गाड़ी का सिग्नल हो चुका था और बंदे भारत ट्रेन धीरे-धीरे सरकने लगी थी. एक बार तो उज्जवल भौमिक का मन हुआ कि वह गाड़ी छोड़ दे. लेकिन फिर उन्होंने सोचा होगा कि अगर उन्होंने ट्रेन को छोड़ दिया तो उनका काम समय पर नहीं होगा. इसलिए उन्होंने ट्रेन को मिस होने नहीं दिया.

देखते-देखते ट्रेन पकड़ने के लिए उन्होंने प्लेटफार्म पर ही ट्रेन के साथ दौड़ना शुरू कर दिया. कंधे पर बैग भी था. बैग को भी संभालना था और साथ ही ट्रेन को भी पकड़ना था. वह दौड़ते रहे लेकिन यह तो वंदे भारत ट्रेन थी जो छूट्ने के साथ ही स्पीड पकड़ लेती है. उज्जवल भौमिक इसे समझ नहीं पाए और ट्रेन पकड़ने के चक्कर में पायदान पर पांव फिसलने से वह नीचे गिर पड़े. यह देखकर वहां हाहाकार मच गया. प्रत्यक्षदर्शी और आरपीएफ के लोग उधर भागने लगे, जहां यात्री उज्जवल भौमिक गिर पड़े थे.

आरपीएफ के जवानों ने बुरी तरह लहूलुहान यात्री उज्जवल भौमिक को उठाया और अस्पताल पहुंचाया. लेकिन तब तक रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी. रेलवे पुलिस ने उज्जवल भौमिक की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि उज्जवल भौमिक की उम्र 42 साल थी. उनके परिवार में पत्नी, मां और एक 6 महीने की बेटी भी है. इस घटना के बाद उनका परिवार टूट गया है. वाकई यह घटना हृदय विदारक है.

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