आज जलपाईगुड़ी कोर्ट में भक्ति नगर पुलिस ने सिलीगुड़ी की नाबालिग लड़की कविता और उसे भगाने के आरोपी विवेक बासफोर को पेश किया. पुलिस ने विवेक को मजिस्ट्रेट से रिमांड पर देने की वकालत की. लिहाजा मजिस्ट्रेट ने विवेक बासफोर को आगे की पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड में सौंप दिया. जबकि बरामद लड़की कविता का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान कराया गया. क्या है यह मामला? जानिए इस रिपोर्ट में…
सिलीगुड़ी पुलिस ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर पुलिस चाहे तो अपराधी भारत के किसी भी कोने में रहे, उसे ढूंढ निकालना कोई मुश्किल काम नहीं है. मौजूदा समय में ट्रैकिंग की कुछ तकनीकियां विकसित हुई है, जिनकी मदद से वांटेड व्यक्ति की तलाश संभव हो गई है. यहां जिस घटनाक्रम की चर्चा हो रही है,उसमें सिलीगुड़ी से फरार प्रेमी जोड़े (लड़का लड़की) को ढूंढ निकालना आसान नहीं था. लेकिन पुलिस ने सूत्र और सूत्रों को जोड़कर एक नया तरीका ढूंढ निकाला और लक्ष्य को प्राप्त कर लिया.
सिलीगुड़ी के दशरथ पली इलाके में 17 वर्षीय कविता( कल्पित नाम) 1 फरवरी को अपने घर से ट्यूशन पढ़ने की बात कह कर घर से निकली. लेकिन काफी देर तक घर नहीं लौटी. इससे परिजनों को चिंता होने लगी. जब शाम होने लगी तो कविता के घर वालों ने उसके ट्विटर से फोन पर बात की. ट्विटर (शिक्षक) ने बताया कि कविता तो वहां आई ही नहीं थी. इसके बाद परिजन और परेशान हो गए. अगर कविता ट्यूशन पढ़ने नहीं गई थी तो फिर गई कहां?
कुछ ही देर में परिजनों ने कविता की सहेलियों से भी कविता के बारे में पूछा. इसके बाद उन्होंने रिश्तेदारों को भी फोन मिलाया. लेकिन किसी ने भी नहीं कहा कि कविता को उन्होंने देखा था. इस तरह से रात हो गई. लेकिन कविता का कुछ पता नहीं चला. अगली सुबह घर वालो ने कविता की अपने स्तर पर सर्वत्र खोजबीन की और इसके बाद भक्ति नगर पुलिस स्टेशन में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करा दी. पुलिस की पूछताछ में घर वालों ने प्रेम प्रसंग जैसी कोई बात नहीं बताई थी. भक्ति नगर पुलिस के पास सिर्फ कविता की तस्वीर, उसका मोबाइल नंबर और पहचान के अलावा कुछ नहीं था.
मात्र इस जानकारी के आधार पर कविता को ढूंढ निकालना भूसे के ढेर में से सुई ढूंढने जैसी बात थी. सर्वप्रथम पुलिस ने कविता के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स निकलवाई. क्योंकि ऐसे मामले में पुलिस का पूर्व अनुभव यही कहता है कि कम उम्र में लड़कियां प्रेम मोहब्बत जैसे वाक्यातों का शिकार हो जाती हैं. इसी एंगल से पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि कविता विवेक बासफोर नामक एक 19 वर्षीय लड़के के साथ ज्यादा बात करती थी. दोनों घंटों रात में बातें करते थे.
कविता के मोबाइल से विवेक के मोबाइल का नंबर ढूंढ निकाला गया. विवेक बासफोर सिलीगुड़ी का ही रहने वाला था. जब पुलिस ने उसका नंबर डायल किया तो मोबाइल ऑफ मिला. बहरहाल पुलिस ने यह पता कर लिया कि विवेक बासफोर और कविता के बीच प्रेम प्रसंग था. विवेक बासफोर भी उसी दिन से घर से लापता था जिस दिन कविता अपने घर से लापता हुई थी. यानी 1 फरवरी से ही दोनों अपने-अपने घर से लापता थे. भक्ति नगर पुलिस ने अब तक यह पता कर लिया था कि विवेक के साथ कविता घर से फरार हुई है. लेकिन दोनों कहां जा सकते थे, यह पता करना पुलिस के लिए आसान नहीं था.
इस मामले की जांच कर रहे भक्ति नगर पुलिस के अधिकारी ने विवेक और कविता तक पहुंचने के लिए विवेक की सीडीआर खंगालने की कोशिश की. इसमें पुलिस को एक नया नंबर मिला. इस नंबर का उपयोग करते हुए पुलिस ने यह पता कर लिया कि विवेक और कविता सिलीगुड़ी से भाग कर दिल्ली पहुंचे थे और वहां दिल्ली के नजदीक हापुड़ में रह रहे थे. सीडीआर खंगालने के बाद पुलिस को जो नया नंबर मिला था, उसी नंबर को ट्रैक करते हुए भक्ति नगर पुलिस हापुड़ पहुंच गई और हापुड़ पुलिस स्टेशन का सहयोग लेते हुए विवेक बासफोर को गिरफ्तार करने तथा कविता को बरामद करने में सफलता पाई.
औपचारिक कार्रवाई करने के बाद सिलीगुड़ी पुलिस विवेक बासफोर को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर सिलीगुड़ी पहुंची. आज पुलिस ने विवेक बासफोर को जलपाईगुड़ी कोर्ट में प्रस्तुत करके उसे रिमांड में ले लिया है. ताकि उससे विस्तृत पूछताछ करके इस घटनाक्रम की तह तक पहुंचा जा सके. बरामद लड़की कविता को भी पुलिस ने अदालत में प्रस्तुत करके मजिस्ट्रेट के समक्ष उसका बयान रिकॉर्ड करा लिया है. बहरहाल कविता को पुलिस ने सकुशल बरामद तो कर लिया, पर उसने जो खोया है, उसे कैसे भूल सकेगी. कच्ची उम्र का प्यार वास्तव में प्यार नहीं होता, यह एक शारीरिक आकर्षण होता है. जो कुछ दिनों के बाद स्वयं ही उतर जाता है. अब तो इसे एक हादसा समझकर ही कविता को भूलना होगा और अपने करियर सवारने की तैयारी में जुट जाना होगा. यही उसका प्रायश्चित भी होगा!