ऐसा लगता है कि पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सीधी टक्कर होने वाली है. अभी से ही ममता बनर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल में रैलियां करनी शुरू कर दी हैं. सूत्र बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसी महीने फिर से उत्तर बंगाल के दौरे पर आ सकती हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक बार फिर से बंगाल दौरा कर सकते हैं.
विधानसभा चुनाव में अभी काफी समय है. भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. इसलिए स्वाभाविक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बंगाल में सर्वाधिक रैलियां हो सकती है. भाजपा के लिए बंगाल कितना महत्वपूर्ण है, यह इसी बात से पता चलता है कि पिछली बार 29 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे के तीन दिन बाद ही 1 जून को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कोलकाता आए और उन्होंने विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि 2026 में बंगाल में भाजपा की सरकार बनेगी!
यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिक्किम स्थापना दिवस पर गंगटोक भी आने वाले थे लेकिन अचानक मौसम खराब होने के चलते वह अलीपुरद्वार चले गए. एक महीने के भीतर प्रधानमंत्री दूसरी बार बंगाल आ रहे हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री 20 जून को बंगाल दौरे पर आ सकते हैं. इस संबंध में पार्टी की ओर से पीएमओ को सूचित कर दिया गया है. हालांकि अभी तक पीएमओ की ओर से प्रधानमंत्री की बंगाल यात्रा के बारे में कोई पक्की जानकारी नहीं दी गई है.
इस बार प्रधानमंत्री का बंगाल दौरा राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के गढ़ में होने वाला है. संभवतः प्रधानमंत्री बंगाल स्थापना दिवस के अवसर पर बंगाल आ सकते हैं और नंदीग्राम में जनसभा कर सकते हैं. यह वही नंदीग्राम सीट है जहां 2021 के विधानसभा चुनाव में सुबेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराया था.
हालांकि सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बंगाल दौरा सिर्फ रैली के लिए नहीं हो रहा है. बल्कि प्रधानमंत्री कोलकाता मेट्रो की कुछ परियोजनाओं का भी उद्घाटन कर सकते हैं. कोलकाता मेट्रो की ग्रीन लाइन समेत कई परियोजनाओं का काम पूरा हो चुका है, जिसका उद्घाटन किया जाना है.
आपको बताते चलें कि बंगाल भाजपा 20 जून को पूरे बंगाल में पश्चिम बंगाल दिवस मनाने की तैयारी में जुटी है. राज्य भाजपा के बड़े-बड़े नेता जैसे सुवेंदु अधिकारी और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार पूरे प्रदेश में बंगाल दिवस मनाने की तैयारी में जुटे हैं. 2023 में केंद्र सरकार ने 20 जून को बंगाल दिवस मनाने का एक पत्र जारी किया था.
जिसे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार ने उसे मानने से इनकार कर दिया था. ममता बनर्जी की सरकार ने विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित कराया, जिसमें पोइला बैसाख के दिन बंगाल का स्थापना दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था. टीएमसी तभी से पोयला बैसाख के दिन बंगाल का स्थापना दिवस मनाती आ रही है.
प्रधानमंत्री की संभावित बंगाल यात्रा के कार्यक्रम से पता चलता है कि इस बार भाजपा उत्तर बंगाल के साथ-साथ दक्षिण बंगाल पर भी विशेष ध्यान देना चाहती है. ठीक उसी तरह से जैसे दक्षिण बंगाल में टीएमसी की मजबूत पकड़ है और उत्तर बंगाल में उसके मुकाबले कमजोर स्थिति है. ऐसे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुख्य फोकस दक्षिण के साथ-साथ उत्तर बंगाल में भी पार्टी को मजबूत बनाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यही चाहते हैं. इसलिए इस बार उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल में संतुलन बनाते हुए उनकी यात्रा का कार्यक्रम दक्षिण बंगाल में रखा गया है.
प्रदेश भाजपा के सूत्रों ने बताया कि अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जून को पश्चिम बंगाल दिवस के दिन बंगाल दौरे पर आएंगे और सरकारी कार्यक्रमों के उद्घाटन के साथ ही नंदीग्राम में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर सकते हैं.
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