जलपाईगुड़ी: माकपा-भाजपा-कांग्रेस गठबंधन ने मटियाली सहकारी समिति पर निर्विरोध कब्जा कर लिया। पार्टी की जीत पर सहकारी समिति पर लाल और भगवा झंडा फहराया गया। जलपाईगुड़ी के उत्तर धूपझोरा कार्यालय में आयोजित आम बैठक में माकपा-भाजपा-कांग्रेस समर्थित छह लोगों के संयुक्त पैनल ने निर्विरोध बोर्ड का गठन किया। सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था, इसलिए मतदान की जरूरत नहीं पड़ी। बोर्ड के गठन के बाद एसोसिएशन परिसर में उत्सव का माहौल बन गया | मैदानी क्षेत्र के पूर्व भाजपा अध्यक्ष मजनुल हक ने कहा, ‘यह बोर्ड सत्तारूढ़ पार्टी के विपक्षी दलों का संयुक्त प्रयास है। तृणमूल कोई उम्मीदवार नहीं उतार सकी। इससे साबित होता है कि, जनता का नजरिया बदल रहा है।’ माकपा नेता दिनेश रॉय ने कहा, ‘यह गठबंधन बोर्ड महज एक राजनीतिक स्थिति नहीं है। बल्कि यह किसानों के हित में एक प्रभावी पहल है। हर फैसला सामूहिक रूप से लिया जाएगा।’ हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि यह पूरी घटना पूरी तरह से अवैध है। पार्टी की मटियाली ब्लॉक अध्यक्ष स्नोमिता कालंदी ने आरोप लगाया, “अधिकांश सदस्यों को इस आम बैठक के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी।
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