आज पश्चिम बंगाल भाजपा का प्रस्तावित डीएम ऑफिस घेराव कार्यक्रम था. जिसको विफल करने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से रविवार रात में ही सारी तैयारी कर ली गई थी. बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए थे, ताकि भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेड तोड़कर अंदर प्रवेश नहीं कर सके. इसके अलावा भारी संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बल भी लगाए गए थे. सुरक्षा व्यवस्था भी कडी थी. आंदोलनकारियों के आंदोलन को विफल करने के लिए प्रशासन की ओर से वाटर कैनन, आंसू गैस के गोले इत्यादि सभी प्रबंध कर लिए गए थे. अगर कहीं तनाव होता है तो ऐसी स्थिति में पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे हथियारों का इस्तेमाल करती है.
उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा रैलियां निकाली गई. सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, कालिमपोंग, कूचबिहार, रायगंज, उत्तर दिनाजपुर ,मालदा इत्यादि विभिन्न जिलों में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग, नारी सुरक्षा और आरजीकर के खिलाफ रैलियां निकाली गई. लेकिन अधिकांश स्थानों पर पुलिस ने उन्हें बैरिकेड के बाहर ही रोक दिया. बैरिकेड इतने मजबूत स्थिति में थे कि भाजपा कार्यकर्ता उसे तोड़ नहीं पाए. हालांकि कुछ स्थानों पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को बैरिकेड तोड़ने में सफलता भी मिली है. पुलिस ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आंसू गैस के गोले और हवाई फायर भी किए हैं. कम से कम कूचबिहार में यह नजारा देखा गया. पुलिस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक समेत कई भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया.
कूचबिहार में भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और पानी की बौछार प्रदर्शनकारियों पर की. कूचबिहार जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में भारी तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक सागर दिग्गी के पास सुबह से ही जमा हो गए थे और मुख्यमंत्री के इस्तीफे तथा वी वांट जस्टिस, भारत माता की जय जैसे नारे लगाते हुए माहौल को उत्तेजना से भर दिया. आरोप है कि भाजपा समर्थको और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई में कई पुलिसकर्मियों को चोट लगी है. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत में 18 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कई राउंड आंसू गैस छोड़ी है. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पानी की बौछार भी की गई. उधर जलपाईगुड़ी जिला डीएम कार्यालय में भी प्रदर्शनकारियों ने धावा बोला. दोपहर के लगभग 1:00 बजे पार्टी कार्यालय से जलपाईगुड़ी के सांसद डॉक्टर जयंत राय, विधायक शिखा चटर्जी, विधायक पूना बेंगरा, जिला भाजपा अध्यक्ष वापी गोस्वामी इत्यादि व अन्य के साथ नारे लगाते हुए जुलूस के साथ आगे बढ़े. डीएम कार्यालय पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा और बैरिकेड लगा हुआ था, जिसे तोड़ने के लिए भाजपा और पुलिस के बीच काफी देर तक संघर्ष चलता रहा. यहां पुलिस की काफी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.
सिलीगुड़ी में भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरजीकर मामले, नारी सुरक्षा और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर उप मंडल आयुक्त कार्यालय ऑफिस का घेराव किया. भाजपा समर्थकों ने जिला पार्टी कार्यालय से उपमंडल आयुक्त कार्यालय तक मार्च निकाला. जब भाजपा कार्यकर्ता नारे लगाते हुए कार्यालय की ओर जा रहे थे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच काफी देर तक जोर आजमाइश चलती रही. अंततः भाजपा समर्थक बैरिकेड तोड़कर अंदर प्रवेश कर गए और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. कुछ देर तक हंगामा जारी रहा. उसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया.
इस तरह से भाजपा का डीएम ऑफिस घेराव कार्यक्रम काफी जोर-शोर से चला. भाजपा की ओर से कहा गया है कि यह तो एक ट्रेलर मात्र है. अगर प्रदेश में नारी सुरक्षा, कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार तथा मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि बंगाल की महिलाओं को लखी भंडार नहीं चाहिए. महिलाएं घर में सुरक्षित हो, वह सरकार से मांग रही हैं. आज का भाजपा का कार्यक्रम काफी सुर्खियों में है.
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