सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत 15 नंबर वार्ड में स्थित शेल्टर होम की लड़कियां रोज की तरह सुबह सवेरे उठकर नित्य क्रिया से फारिग होने के लिए वॉशरूम की तरफ बढ़ीं, तो उन्होंने देखा कि वॉशरूम की छत से उनके ही बीच की एक पीड़िता लड़की का शव लटक रहा था. यह देखकर उनकी चीख निकल गई. उन्होंने तुरंत ही इसकी सूचना होम के मैनेजर और अधिकारियों को दी.
कुछ ही देर में शेल्टर होम में एक नाबालिक लड़की की मौत का समाचार पूरे शहर में फैल गया, तो सनसनी मच गई. वास्तव में यह शेल्टर होम उन लड़कियों के लिए होता है, जो दुष्कर्म अथवा अन्य मामलों में पीड़ित होती है. या फिर गुमशुदा अथवा विचाराधीन कैदी के रूप में उन्हें यहां रखा जाता है. शेल्टर होम में विचाराधीन लड़कियों की सुरक्षा का खास इंतजाम रखा जाता है. इसके अलावा बाहरी तत्वों का शेल्टर होम में प्रवेश की गुंजाइश नहीं होती.
होम अधिकारियों ने सिलीगुड़ी थाना को इसकी सूचना दे दी थी. इसलिए पुलिस तुरंत ही मौके पर पहुंच गई. पुलिस अधिकारियों ने नाबालिक लड़की का शव बरामद करके उसे पोस्टमार्टम के लिए सिलीगुड़ी जिला अस्पताल और फिर वहां से उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. इसके बाद घटना की छानबीन शुरू हो गई. पुलिस के लिए सबसे बड़ा सवाल यह था कि अगर लड़की ने सुसाइड किया था तो उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया और अगर उसने सुसाइड नहीं किया है और उसकी हत्या की गई है तो हत्यारा कौन है. क्योंकि शेल्टर में बाहरी तत्वों का प्रवेश नहीं होता. होम संचालक कुछ लोग होते हैं. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
जिस लड़की का पुलिस ने शव बरामद किया था, उस मृतका का संबंध नक्सलबाड़ी थाना के अंतर्गत घटी एक घटना से है. यह घटना 28 अगस्त 2023 की है. नक्सलबाड़ी थाना के अंतर्गत एक नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना घटी थी. पुलिस ने पीड़ित बालिका के बयान के आधार पर आरोपी दुष्कर्मी को गिरफ्तार कर लिया था. यह मुकदमा सिलीगुड़ी कोर्ट में आज भी चल रहा है. अदालत के आदेश से पीड़िता लड़की को इसी शेल्टर होम में रखा गया था. उसी लड़की की रहस्यमय मौत न केवल पुलिस अधिकारियों के लिए चिंता जनक बात थी, बल्कि शेल्टर होम की बालिकाओं व अन्य के लिए भी यह एक सनसनी पूर्ण उत्सुकता भी थी.
चर्चा यह भी है कि शेल्टर होम के अधिकारियों ने इसकी जानकारी वार्ड काउंसलर को नहीं दी थी और सीधे पुलिस को मामले की जानकारी दी. लड़की की मौत कैसे हुई, इस पर भी अधिकारी कुछ कहने से बच रहे हैं. इसलिए शक की सुई उनकी तरफ भी घूमती है. पुलिस अधिकारी भी जांच से पहले कुछ कहने की स्थिति में नहीं है.पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस इस संबंध में किसी नतीजे पर पहुंच सकती है. बहरहाल हाकिम पाड़ा की यह घटना हैरान कर देने वाली है. पुलिस शेल्टर होम की लड़कियों से भी पूछताछ की योजना बना रही है.