सेवक रोड हिट एंड रन मामले की जांच भक्ति नगर पुलिस कर रही थी. लेकिन एक हफ्ते से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद भी पुलिस ने अभी तक कातिल कार में सवार लोगों को गिरफ्तार नहीं किया है. हालांकि इस मामले में भक्ति नगर पुलिस ने कार चालक दीपू गिरी को तीसरे दिन ही उसके घर से गिरफ्तार कर लिया था. परंतु कार में सवार अन्य फरार लोगों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
क्या इसलिए कि जो लोग उस समय कार में सवार थे, वह सत्ताधारी पार्टी से जुड़े हुए रसूखदार व्यक्ति हैं? कार चालक दीपू गिरी पुलिस को उनके बारे में कुछ ना कुछ तो बता ही चुका होगा. इसके बावजूद भक्ति नगर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की बात कौन कहे, उनसे पूछताछ भी नहीं कर सकी है. भक्ति नगर पुलिस की कार्य शैली पर सवाल तो उठ ही रहे हैं. दूसरी तरफ इस हादसे में मारे गए निर्दोष व्यक्ति मुकेश मित्तल के परिवार वाले लगातार सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस और भक्ति नगर पुलिस पर दबाव बना रहे थे. लेकिन इसके बावजूद पुलिस रसुखदारों को गिरफ्तार नहीं कर सकी.
एक हफ्ते से ज्यादा समय हो चुका है. पीड़ित और मृतक परिवार के लोग पुलिस के उच्च अधिकारियों से लगातार गुहार करते रहे. मृतक के पारिवारिकजन और अन्य लोग तथा कुछ व्यवसाईयों ने पिछले दिनों सिलीगुड़ी के पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर से मुलाकात की थी और सेवक रोड हिट एंड रन मामले की जांच में भक्ति नगर पुलिस द्वारा की जा रही कोताही और लापरवाही की पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी. परिवार के लोगों का कहना है कि भक्ति नगर पुलिस जानबूझकर सत्ताधारी दल के रसूखदार व्यक्तियों को बचाने की कोशिश कर रही है. इसलिए इस मामले की जांच उच्च स्तर पर कराई जानी चाहिए.
आखिरकार पुलिस कमिश्नर श्री सुधाकर ने भक्ति नगर पुलिस से इस मामले की जांच लेकर डीडी को सौंप दिया है. अब इस मामले की जांच डीडी करेगी और भक्ति नगर पुलिस गुप्तचर विभाग को सभी तरह का सहयोग और साक्ष्य उपलब्ध कराएगी. लेकिन सवाल तो घुमा फिरा कर फिर वही आ जाता है कि गुप्तचर विभाग आखिर इस मामले की निष्पक्ष जांच कैसे कर सकेगा… क्योंकि यह मामला शहर के कुछ रसूखदार और सत्ताधारी दल के नेताओं से जुड़ा हुआ है. सवाल तो यह भी है कि गुप्तचर टीम आखिरकार उन्हें कैसे गिरफ्तार कर सकेगी?
भक्ति नगर पुलिस ने कातिल कार के चालक दीपू गिरी को हिरासत में लिया है और दीपू गिरी ने पुलिस को जो कुछ भी बताया है, अगर उसे आधार बनाया जाए तो अब तक फरार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी होती. ऐसे में डीडी की टीम फरार लोगों से पूछताछ और उनकी गिरफ्तारी के लिए क्या कार्रवाई करेगी? पुलिस कमिश्नर श्री सुधाकर का कहना है कि राज्य गुप्तचर विभाग जल्द ही सेवक रोड हिट एंड रन मामले का खुलासा कर देगा और इस मामले के दोषी लोग जेल की सलाखों के पीछे होंगे.
आपको बताते चलें कि 1 फरवरी की देर रात यह हादसा सेवक रोड पर हुआ था. इसमें एक व्यक्ति की जान चली गई थी. कातिल कार भक्ति नगर से चेक पोस्ट की तरफ आ रही थी. हल्दीराम स्वीट्स के नजदीक कार चालक ने नियंत्रण खो दिया था. गाड़ी इतनी तीव्र गति में थी कि डिवाइडर से टकराने के बाद सड़क पर लुढ़कते हुए पार्किंग में खड़ी अन्य गाड़ियों को भी भीषण टक्कर मारते हुए पलट गई थी. इसमें दो लोग बुरी तरह से जख्मी हुए थे. इस गाड़ी में तीन से अधिक लोग सवार थे जो दुर्घटना के बाद वहां से फरार हो गए.
इस हादसे में घायल मुकेश मित्तल की अस्पताल ले जाते समय मृत्यु हो गई थी.भक्ति नगर पुलिस ने मामले की जांच के क्रम में गाड़ी चालक दीपू गिरी को तीसरे दिन गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन बाकी लोग गिरफ्तार नहीं किये जा सके. इसलिए मृतक मुकेश मित्तल के परिवार वालों ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करके इस मामले की शीघ्रता से जांच और दोषी लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की थी. अंततः पुलिस कमिश्नर श्री सुधाकर ने इस मामले की जांच का दायित्व पुलिस से लेकर राज्य गुप्तचर विभाग को सौंप दिया है. अब देखना होगा कि गुप्तचर विभाग हिट एंड रन मामले की किस तरह से जांच करता है और सवाल यह भी है कि फरार लोग क्या गिरफ्तार किए जाएंगे?
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