सिलीगुड़ी के महत्वपूर्ण मार्गों में से एक ईस्टर्न बाईपास के चौड़ीकरण के क्रम में इस महत्वपूर्ण सड़क के दोनों तरफ दुकान लगाने वाले छोटे छोटे दुकानदारों की दुकानों को तोड़ दिया गया था. उसके बाद यह छोटे व्यापारी घर पर बैठ गए या फिर अन्य कोई व्यवसाय या कामकाज करके अपना पेट पाल रहे थे. उन्हें काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा था. लेकिन सिलीगुड़ी नगर निगम का फरमान था और रोड चौड़ीकरण का काम चल रहा था. इसलिए उन्होंने तब कोई खास विरोध नहीं किया.
लेकिन सड़क के कायाकल्प में बेकार हो चुके कारोबारियों की आजीविका का प्रश्न था. इसलिए यह सभी अपने पुनर्वास की मांग को लेकर काफी समय से धरना दे रहे थे. सिलीगुड़ी नगर निगम ने उनकी मांगों पर विचार नहीं किया. पिछले एक महीने से अधिक समय से उनका धरना प्रदर्शन चल रहा था. आज मेयर गौतम देव के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया. दिलीप सिंह ने पत्रकारों को इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि मेयर साहब को सद्बुद्धि आई है. इसलिए यहां के कारोबारी खुश हैं.
आपको बता दें कि पिछले काफी समय से यह सभी कारोबारी माकपा के बैनर तले संघर्ष कर रहे थे. दिलीप सिंह ने कहा कि इनमें से कई कारोबारी दूसरों के घरों में छोटे-मोटे काम करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे. उन्होंने उनकी समस्या को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव व अन्य अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी. गौतम देव ने उनकी समस्या को सुना और आश्वासन दिया कि शीघ्र ही ईस्टर्न बाईपास से बेदखल किए गए दुकानदारों का पुनर्वास किया जाएगा. उन्होंने गौतम देव को धन्यवाद भी कहा.
दिलीप सिंह ने कहा कि मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि मेयर गौतम देव रास्ते से हटाए गए कारोबारियों के पुनर्वास के अपने वचन को पूरा करेंगे और कोई चालाकी नहीं करेंगे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई चालाकी की गई तो भविष्य में और जोरदार आंदोलन किया जाएगा. फिलहाल गौतम देव के आश्वासन के बाद आंदोलन को स्थगित कर दिया गया है. उसे समाप्त नहीं किया गया है. ईस्टर्न बाईपास के कायाकल्प के क्रम में कम से कम 75 से 80 दुकानदारों की दुकानों को तोड़ा गया था.
केवल ईस्टर्न बाईपास में ही नहीं बल्कि सिलीगुड़ी के लगभग सभी भागों में रोड चौड़ीकरण के क्रम में कई दुकानों को तोड़ दिया गया था. उनमें से अधिकतर कारोबारी आज भी बेरोजगार हैं और दर-दर की ठोकरे खा रहे है. जलपाई मोड,SF Road, सेवक रोड, विधान मार्केट, ईस्टर्न बाईपास आदि विभिन्न रास्तों पर दुकान और पटरी लगाने वाले बेरोजगार हो गए. हालांकि गौतम देव ने पहले भी रास्ते से हटाए गए कारोबारियों को आश्वासन दिया था.
उम्मीद की जा रही है कि गौतम देव के आश्वासन के बाद केवल ईस्टर्न बाईपास के कारोबारियों को ही लाभ नहीं होगा, बल्कि सिलीगुड़ी के उन सभी छोटे बड़े कारोबारियों की आंखों में आशा की चमक आ गई है, जो यह मान बैठे थे कि उनका पुनर्वास केवल आश्वासन था. परंतु यह देखना होगा कि ईस्टर्न बाईपास के छोटे-बड़े आंदोलन रत दुकानदारों का सही में पुनर्वास होता है या नहीं. दिलीप सिंह ने कहा कि यहां के दुकानदारों के आंदोलन के चलते ही प्रशासन को उनकी मांग मानने पर मजबूर होना पड़ा है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)