हिमालयी राज्य सिक्किम के विकास को नई गति मिलने जा रही है. कई तरह की परियोजनाएं हैं. केंद्र ने परियोजनाओं को स्वीकृति दे दी है. अगर उनका कार्यान्वयन ठीक तरह से होता है तो सिक्किम एक इतिहास रच सकता है.
सिक्किम में एक नया मेडिकल कॉलेज खुलने जा रहा है. इस पर 170 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे. सिक्किम को काफी समय से इसकी आवश्यकता थी. क्योंकि सिक्किम में मेडिकल कॉलेज नहीं होने से सिक्किम के युवाओं को शिक्षा अथवा इलाज के लिए सिलीगुड़ी या देश के दूसरे राज्यों की ओर रुख करना पड़ता है.
नामची जिला अस्पताल की हालत अच्छी नहीं है. चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी है. केंद्र सरकार ने इसके लिए रुपए स्वीकृत कर दिए हैं. इसके अलावा मंगन जिला अस्पताल की सूरत भी बदलने जा रही है. इसके लिए 6 करोड रुपए मंजूर किए गए हैं. अब सिक्किम के रोगियों को इलाज के लिए सिलीगुड़ी पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा.
केंद्र सरकार सिक्किम पर काफी मेहरबान है. सिक्किम को हरा-भरा और विकास के लिए समर्पित प्रदेश बनाने और केंद्र की सभी परियोजनाओं की अपेक्षा के अनुकूल बनाने के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग तो प्रयास कर ही रहे हैं. केंद्रीय मंत्री भी इस प्रदेश को लेकर अपनी उदारता दिखा रहे हैं. सिक्किम दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केंद्र की ओर से 400 करोड रुपए की राज्य की विभिन्न परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग काफी खुश हैं और उन्होंने इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का शुक्रिया भी किया है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री हैं. आपको बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने राज्य में विभिन्न परियोजनाओं के लिए केंद्र को पहले ही एक प्रस्ताव भेजा था. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के विभिन्न प्रस्तावों पर विचार किया है. केंद्र ने जिन प्रस्तावों को मंजूरी दी है, इनमें एक नया मेडिकल कॉलेज की स्थापना, नामची जिला अस्पताल के लिए चिकित्सा उपकरणों की खरीद हेतु 150 करोड़ तथा मंगन जिला अस्पताल के विकास के लिए 6 करोड रुपए मंजूर किए गए हैं. केंद्रीय मंत्री ने मंगन जिले में 70 बिस्तरों वाले अस्पताल को हरी झंडी दिखाई है.
शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के बीच उनके सरकारी आवास पर मुलाकात हुई थी. यह मुलाकात लगभग 2 घंटे तक चली. इसमें एक दशक में पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास संबंधी पहल पर चर्चा की गई. सिंधिया ने नेपाली भाषा में संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के इस संकल्प को दोहराया कि 2025 तक सेवक रंगपो रेलवे लाइन चालू हो जाएगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पेक्योंग हवाई अड्डे पर हवाई संपर्क को भी बढ़ावा दिया जा रहा है. जल्द ही यह प्रकाश में आएगा.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत गंगटोक और नामची के लिए 250 करोड रुपए की लागत वाली आठ परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं. इसके अलावा राज्य की सीमावर्ती क्षेत्र के 46 गांवों को वाइब्रेंट विलेज पहल से लाभ मिलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि स्काईवॉक परियोजनाएं नामची जिले के भालेथूंगा और गेजिंग जिले के सिंघमशोर में विकसित की जाएगी. मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग की छवि और राज्य के प्रति समर्पण को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि केंद्र की परियोजनाओं का कार्यान्वयन यहां ठीक तरह से हो सकेगा और इसका सिक्किम को लाभ मिलने जा रहा है.
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)