सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी जिला अस्पताल लगातार विवादों का शिकार बन रहा है | बता दे कि, एक बार फिर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है और इस बार यह आरोप काफी संगीन भी प्रतीत हो रहा है | देखा जाए तो एक डॉक्टर की तुलना हमेशा भगवान से की जाती है, एक मरीज के लिए एक डॉक्टर ही उसका भगवान होता है, लेकिन यदि यही भगवान बार-बार लापरवाही करें, तो लोगों का ऐसे भगवान से विश्वास उठ जाता हैं | एक बार फिर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में उत्तेजना का माहौल बन गया | बता दे कि, सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में 7 वर्षीय बच्चे की मृत्यु हो गई और वही परिवार वालों ने लापरवाही का आरोप लगाया है और जांच की मांग की है | तुलसी नगर निवासी दलोना खातून और एमडी रुबेल ने मंगलवार को अपने 7 वर्षीय बेटे हामिद राजा को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था | हामिद राजा काफी बीमार भी था, वहीं चिकित्सा के बाद सिलीगुड़ी जिला अस्पताल से शनिवार के दिन हामिद राजा को छुट्टी मिल गई थी, वह स्वस्थ भी था | वही बच्चे के परिवार वालों ने बताया कि, शनिवार रात तक बच्चा स्वस्थ था, सुबह जब हामिद राजा शौच जाकर आया तो उसकी तबीयत खराब होने लगी, हामिद राजा के माता-पिता और क्षेत्र के लोग उसे लेकर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल पहुंचे, वहां जब डॉक्टर ने हामिद राजा को देखा तो कहा कि, यह बिल्कुल स्वस्थ, इसे घर लेकर जाए ,जैसे ही हामिद राजा के माता-पिता हामिद को लेकर अस्पताल से निकले, हामिद की तबीयत और ज्यादा खराब हो गई | फिर उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर पहुंचे, तब डॉक्टर ने हामिद को अस्पताल में भर्ती ले लिया, लेकिन जब चिकित्सा के लिए हामिद को बिस्तर पर लेटाया गया, तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी | मृत हामिद राजा के परिवार वाले और क्षेत्र के लोग बौखला गए, उन्होंने सीधी तौर पर इसका इल्जाम डॉक्टर पर लगाया | मृत हामिद राजा के माता-पिता का कहना है कि, डॉक्टर यदि उसे समय रहते अस्पताल में भर्ती कर लेते तो उसकी मृत्यु न होती, इस मामले से अस्पताल परिसर में तनाव का माहौल बन गया | वहीं हामिद के माता-पिता व तुलसी नगर के लोग इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं | देखा जाए तो यह पहला मामला नहीं है कुछ दिन पहले भी एक नवजात शिशु का शव सिलीगुड़ी जिला अस्पताल से लापता हो गया था और आए दिन ऐसे कई मामले सामने आते हैं,जो सिलीगुड़ी जिला अस्पताल की लापरवाही को उजागर कर जाता है | प्रशासन को इस ओर सख्त होना चाहिए, ताकि इस तरह की घटना बार-बार मरीजों के साथ सिलीगुड़ी जिला अस्पताल जैसे स्थान पर घटित ना हो |
(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)