”कानों के पास आकर गुनगुनाते हैं, कभी काट कर सुहाने सपनों को तोड़ जाते हैं, यह मच्छर ही तो है साहब जो बार-बार करवट बदलने में मजबूर कर जाते हैं’
आप सोच रहे होंगे कि, मैं मच्छरों को लेकर कविताएं क्यों बोल रही, तो बता दूं कि, इन दिनों मच्छरों का कहर शहर में बढ़सा गया है , देखा जाए तो गर्मी की शुरुआत हो चुकी है, इन गर्मियों के बीच कभी- कभी कुदरत सिलीगुड़ी वासियों पर मेहरबान हो जाती है और बारिश होने लगती है, लेकिन कुछ घंटों की बारिश में ही सिलीगुड़ी के कुछ इलाके तालाब में तब्दील हो जाते हैं | सिलीगुड़ी वासियों की शिकायत भी है, पहले यह नजारा देखने को नहीं मिलता था, लेकिन जैसे-जैसे शहर उन्नत हो रहा है, तो ठीक वैसे-वैसे ही शहर में समस्या का अंबार भी बढ़ता जा रहा है | जैसे ही बारिश होती है लोगों का मन प्रफुल्लित कम और समस्याओं को लेकर चिंतित ज्यादा होने लगता हैं | कुछ दिनों पहले ही सिलीगुड़ी में कुछ घंटों की लगातार बारिश हुई थी और इस बारिश में चेक पोस्ट इलाके के कुछ दुकानों में जल जमाव के कारण भयावह मंजर बन गया था और जल जमाव को लेकर दुकानदार ने शिकायत की, पहले इस तरह की समस्या नहीं होती थी, लेकिन अब शहर जितना उन्नत हो रहा है वैसे-वैसे परेशानी भी बढ़ रही है | जल निकासी की जगह न होने के कारण शहर में जल जमाव की स्थिति बन रही है, जिससे शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है और जल जमाव के कारण मच्छरों प्रकोप भी बढ़ जाता है | देखा जाए तो अभी मानसून शुरू नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी शहर में लगातार मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है | शाम होते ही मच्छर कान के निकट आकर गुनगुनाने लगते हैं, सपनों के बीच काटकर जगा देते हैं, वही मच्छरों के काटने से विभिन्न तरह की बीमारियों का भय बना रहता है | मलेरिया और डेंगू जिनके नाम सुनकर ही लोगों के पसीने छूट जाते है, क्योंकि शहर में कई बार डेंगू ने प्रचंड रूप धारण किया है और उसके प्रकोप में आकर कई लोगों ने अपने जान भी गवाही है , जिसके कारण लोगों में मच्छरों को लेकर आतंक बना हुआ रहता है | गौर करे तो लोकसभा चुनाव को लेकर हर दल के नेता चुनाव प्रचार कर रहे हैं और चुनाव प्रचार में बीते 5 सालों में किए गए कार्यों का बखान भी कर रहे हैं, लेकिन लोगों की शिकायत है, यदि यही काम है तो जल जमाव की स्थिति शहर में क्यों बन रही है और लोगों को अब तक जल जमाव की स्थिति से क्यों जूझना पड़ रहा है, क्योंकि समस्या तो कुछ सालों से लगातार शहर में बनी हुई है, चुनाव आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन नेताओं के वादे वहीं रह जाते | फिलहाल तो बता दे, मच्छरों का प्रकोप शहर में लगातार बढ़ रहा है और शहर वासियों में मच्छरों के काटने से होने वाली बिमारियों को लेकर भय का माहौल बना हुआ है |
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