सिलीगुड़ी: माटीगाड़ा छात्रा हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद अब्बास की सुनवाई की तारीख को स्थगित किया गया | मालूम हो कि, लगभग 1 वर्ष पहले हुए माटीगाड़ा छात्रा हत्याकांड ने सिलीगुड़ी के साथ पूरे उत्तर बंगाल को हिला कर रख दिया था | छात्रा की निर्मम हत्याकांड के बाद शहर वासियों ने एकजुट होकर आरोपी मोहम्मद अब्बास को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग में विरोध प्रदर्शन भी किया था |
नाबालिग हत्याकांड के बाद शहर का माहौल इतना गर्म गया था कि, पुलिस के पसीने छूट गए थे | सिलीगुड़ी वासी प्रदर्शन द्वारा अपने गुस्से को जाहिर कर रहे थे और इस गुस्से का सामना पुलिस को भी करना पड़ा था | जब नाबालिक को इंसाफ दिलाने की मांग में दार्जिलिंग मोड़ से विरोध रैली निकाली गई थी, तो पुलिस भी लोगों की भीड़ के सामने हताश हो गई थी | इस मामले ने चाय बागान क्षेत्र को भी उत्तेजित कर दिया था | चाय बागानों में काम करने वाली महिला श्रमिकों ने सड़कों पर उतर कर इंसाफ की मांग में आवाज को बुलंद किया था , तो वहीं ऐसे कई संस्थाएं हैं जो आज भी कोर्ट परिसर के बाहर हर सुनवाई के दौरान इंसाफ का इंतजार करती है | सिलीगुड़ी वासियों को आज भी याद होगा वह दिन जब नाबालिक छात्रा हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद अब्बास को कोर्ट में पेश किया गया था | उस दिन कोर्ट परिसर में जमकर हंगामा मचा था, हजारों की तादाद में सिलीगुड़ी वासी कोर्ट परिसर में पहुंच गए थे, उस दिन कोर्ट परिसर का दृश्य इतना भयावह बन गया था कि, सिलीगुड़ी के लिए वह दिन ऐतिहासिक बन गया, क्योंकि आज तक सिलीगुड़ी कोर्ट में किसी भी आरोपी को पेश करने के दौरान उस तरह की भीड़ इकट्ठा नहीं हुई थी |
आरोपी अब्बास को सिलीगुड़ी कोर्ट में जब पेश किया जा रहा था, तो वह दिन पुलिस के लिए भी चुनौतियों से भरा था, क्योंकि शहरवासी क्रोध की अग्नि में जल रहे थे वे बस अब्बास को किसी भी तरह सजा देना चाहते थे | उस दौरान आक्रोशित भीड़ ने मोहम्मद अब्बास पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस मजबूत दीवार की तरह अब्बास और आक्रोशित भीड़ के बीच खड़ी हो गई और पुलिस की निगरानी के कारण किसी तरह अब्बास लोगों की भीड़ से बच गया था | इतना ही नहीं छात्रा हत्याकांड का असर पहाड़ी क्षेत्र में भी देखने को मिला था, वहां लोगों ने पोस्ट और विरोध प्रदर्शन द्वारा आरोपी को सजा देने की मांग की थी, तो वहीं विभिन्न स्कूल के छात्रों ने हाथों में मोमबत्ती लेकर दिवंगत छात्रा के लिए इंसाफ की मांग की थी |
यह मामला बीते एक वर्षों से सिलीगुड़ी कोर्ट में चल रहा है, हर पेशी के बाद एक तारीख मिल जाती है, उमीदों और विश्वास की डोर को थामे आज भी दिवंगत छात्रा की माँ कोर्ट के बाहर बैठी हुई है | जैसे-जैसे मामला कोर्ट में चलता गया, परत दर परत गवाहों के बयान के कोर्ट के सामने खुलते गए, आख़िरकार सिलीगुड़ी कोर्ट गवाहों के बयान के बाद 9 अगस्त को छात्रा हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद अब्बास को सजा सुनाने वाली थी और पीड़ित परिवार के साथ विभिन्न संस्थाओं के सदस्य बेसब्री से 9 अगस्त का इंतजार कर रहे थे, लेकिन लगता है अभी मोहम्मद अब्बास को सजा मिलने में कुछ वक्त लगेगा, क्योंकि अचानक जज साहिबा की तबीयत खराब होने के कारण मोहम्मद अब्बास की सुनवाई की तारीख को स्थगित किया गया | जैसे ही यह खबर सिलीगुड़ी वासियों के सामने आई शहर वासी अपनी प्रतिक्रिया देने लगे है, कुछ लोग तो कानून व्यवस्था पर भी उंगली उठा रहे हैं, क्योंकि इस नाबालिग हत्याकांड के लगभग एक वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन फिर भी दिवंगत नाबालिगा को इंसाफ नहीं मिल पाया है | एक ओर दिवंगत नाबालिगा के परिवार वाले लगातार कोर्ट में मिलती तारीखों के कारण टूट गए हैं, तो वहीं विभिन्न संस्थाओं के सदस्य भी अब इंसाफ की मांग करते हुए थक चुके हैं ,उनका कानून व्यवस्था से भरोसा उठता जा रहा है | आज कोर्ट परिसर के बाहर विभिन्न संस्थाओं के सदस्य एकजुट होकर दिवंगत नाबालिग छात्रा को श्रद्धांजलि दे रहे थे | साथ ही उन्होंने कहा कि, इस मामले में जल्द से जल्द इंसाफ मिलना जरूरी है, ताकि लोगों का विश्वास कानून व्यवस्था पर बनी रहे |
देखा जाए तो बीते 1 वर्ष से हर सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर के बाहर कुछ संस्थाएं दिवंगत छात्रा की माता के साथ बैठे रहते हैं और उन्हें हर सुनवाई में उम्मीद होती है कि, शायद आज आरोपी को कोर्ट सजा सुनाएगी, लेकिन शाम होते-होते उनकी उम्मीद मायूसी में तब्दील हो जाती है | 9 अगस्त आज वही तारीख है जिसने फिर इंसाफ की मांग में बैठे लोगों को निराश किया है |
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