सिलीगुड़ी: माँ सरस्वती की प्रतिमा को पहले तो पांडाल से उठा लिया गया, फिर किया गया उसे क्षतिग्रस्त , इस घटना के बाद उस क्षेत्र में तनाव का माहौल पसरा हुआ है | एक ओर तो कुछ लोग आज भी सरस्वती पूजा कर रहे हैं, ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती की आराधना हर वर्ष बसंत पंचमी के दिन धूमधाम से की जाती है | देखा जाए तो सरस्वती पूजा को लेकर सभी विशेष प्रकार की तैयारियां करते हैं | माँ सरस्वती को पंडाल में विराजमान करने से लेकर विसर्जन तक पूरे इलाके में एक अलग ही रौनक बनी रहती है | गली मोहल्ले के हर मोड़ पर और प्राय सभी घरों में माँ सरस्वती की आराधना की जाती है |
इस वर्ष तिथियों में हेर फेर के कारण रविवार और सोमवार 2 दिन ही लोगों ने माँ सरस्वती की पूजा की, लेकिन कल सिलीगुड़ी आशीघर माझाबाड़ी इलाके से एक अजीब घटना सामने आई है | स्थानीय लोगों ने बताया कि, कल उन्होंने श्रद्धापूर्ण माँ सरस्वती की पूजा की और कल देर रात तक गाना बजा कर क्षेत्र की महिलाएं व बच्चें नृत्य कर रहे थे, लेकिन तभी वहां उत्तेजना का माहौल बन गया, क्योंकि कल रात कुछ नशेड़ी पांडाल के पास ही बैठकर मद्यपान करने लगे, स्थानीय लोगों ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो दोनों के बीच झड़क शुरू हो गई | आरोप है कि, उस दौरान अमर दास नामक युवक आया और माँ सरस्वती की प्रतिमा को लेकर चला गया |
स्थानीय लोगों ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना , इसके अलावा उसने एक घर की खिड़की के कांच को भी तोड़ दिया और स्थानीय लोगों को भी धमकियां दी | इस घटना को लेकर उस क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया | पांडाल से माँ सरस्वती की प्रतिमा को ले जाने के बाद उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया | इस घटना की निंदा करते हुए डाबग्राम ब्लॉक 2 की प्रमुख मिताली मालाकार ने कहा कि, जिसने भी इस घटना का अंजाम दिया है उसे सजा मिलनी चाहिए | वहीं स्थानीय लोगों ने इस घटना को लेकर पुलिस में शिकायत भी दर्ज की है, आशीघर चौकी की पुलिस पूरी मामले की छानबीन कर रही है |
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