कोलकाता के धर्मतला में राज्य भर से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता डेरा डाल चुके हैं. सिलीगुड़ी समेत पहाड़, समतल, Dooars और उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों से तृणमूल कांग्रेस समर्थकों का सैलाब कोलकाता में दिख रहा है. सिलीगुड़ी और पहाड़ से काफी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के नेता, कर्मी 1 दिन पहले ही धर्मतला पहुंच गए और आज भी काफी संख्या में तृणमूल कांग्रेस के समर्थक और नेता कोलकाता जा रहे हैं जाने की तैयारी कर रहे हैं. न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की काफी भीड़ देखी गई.
कोलकाता की सड़कों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर दिख रहे हैं. धर्मतला चलो वाले पोस्टर बैनर सिलीगुड़ी में भी विभिन्न चौक चौराहों पर आप देख सकते हैं. लेकिन धर्मतला और कोलकाता की सड़कें तो ऐसे पोस्टर और बैनर से पट गई है. धर्मतला में रैली स्थल पर भव्य मंच बनाए गए हैं. कार्यकर्ताओं के रहने, खाने-पीने का पूरा प्रबंध है. कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंच से राज्य के लोगों को संबोधित करेंगी. सबकी निगाह इस पर टिकी है कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले होने वाली शहीद दिवस की रैली में ममता बनर्जी राज्य के लोगों से क्या कहती हैं.
बंगाल की राजनीति में 21 जुलाई हर साल कई तरह की कई जिज्ञासाएं लेकर आता है. पंचायत चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के बाद बेंगलुरु में विपक्षी मोर्चा का गठन और 2024 लोकसभा चुनाव के पहले की यह आखिरी 21 जुलाई की रैली है. इसलिए राजनीतिक हलकों में 21 जुलाई की रैली को खास तवज्जो दिया जा रहा है. हर साल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 21 जुलाई की रैली में शहीदों को याद करने के साथ ही कई घोषणाएं भी करती हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के लोगों खासकर महिलाओं के हित में कोई बड़ी घोषणा कर सकती है.
खैर, शहीद दिवस की रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं की होने वाली भीड़ तथा रैली की सुरक्षा की बात करते हैं. तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि इस बार धर्मतला में कम से कम ढाई लाख लोगों की भीड़ एकत्र होगी. एक तृणमूल नेता ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर कहा है कि इस बार पार्टी ने उत्तर बंगाल में पंचायत चुनाव में बंपर जीत हासिल की है. इसलिए शहीद दिवस के कार्यक्रम में सबसे अधिक भीड उत्तर बंगाल से ही होने वाली है. पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को साल्ट लेक सेंट्रल पार्क में रहने और खाने की सुविधा प्रदान की गई है.
जहां तक सुरक्षा व्यवस्था की बात है तो रैली स्थल और आसपास में ऐसी सुरक्षा व्यवस्था की गई है कि एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता. लाल बाजार पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है.रैली की सुरक्षा के लिए 5000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. कुल 31 डिप्टी कमिश्नर रैंक के अधिकारी, 8 ज्वाइंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी, 80 असिस्टेंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी के अलावा 150 से अधिक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी रैली की सुरक्षा के लिए नियुक्त किए गए हैं.
स्पेशल कमिश्नर को पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी का दायित्व सौंपा गया है. इतना ही नहीं, पूरे धर्मतला में 45 से ज्यादा जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. धर्मतला के आसपास 20 ऊंची इमारतों की छतों पर भी पुलिसकर्मियों को तैनात रहने का निर्देश दिया गया है. पुलिसकर्मी वहां से भीड़ पर नजर रखेंगे. सड़क और जलमार्ग की भी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. घाटों पर 4 स्टीमर डीएमजी की टीम तैनात की गई है. इसके अलावा 6 qrt वैन तथा 18 जगहों पर एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है.
रैली स्थल पर लोगों की आसानी से पहुंच हो सके इसके लिए 41 जगहों पर हेल्प सेंटर खोले गए हैं. कुल मिलाकर पुलिस की अलग-अलग टीमें तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था में तैनात की गई है. पुलिस सुरक्षा के साथ-साथ यातायात और कानून व्यवस्था पर भी जोर दे रही है. तृणमूल कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 21 जुलाई को शहीदों की याद में आयोजित जनसभा को सम्मान दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है.