काम, क्रोध, लोभ बहुत बुरी चीज है. यह मनुष्य का शत्रु है. जो भी इसके वश में आया, उसका घर परिवार और खुद उसका नाश हो गया. हमारे समाज में ऐसी कई घटनाएं रोजाना घटती हैं, जहां क्रोध में अंधे होकर व्यक्ति जान माल और अपना का भारी नुकसान कर बैठता है.
1 महीने से भी कम समय में बंगाल में घटी यह दूसरी घटना है. इससे पहले 3 जनवरी को कोलकाता के गरिया स्टेशन रोड के पास एक बंद फ्लैट से एक ही परिवार के तीन सदस्यों के क्षत विक्षत शव पुलिस ने बरामद किये थे. ताजा घटना हुगली जिले की है. इस जिले के अंतर्गत एक गांव है तारकेश्वर. यहीं तीन सदस्यों का एक परिवार रहता था. उनके नाम सुजाता माहिती, बिजली माहिती और शुभम माहिती थे. बड़ा ही गरीब परिवार था.
घर में जब अभाव रहता है तो लड़ाई झगड़ा होना स्वाभाविक है. पास पड़ोसियों के अनुसार इस घर में भी लड़ाई झगड़े होते रहते थे. इन सभी के पीछे परिवार की आर्थिक स्थिति का खराब होना था. घटना की रात शुभम माहिती और उसकी मां और बहन के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया. लोगों ने बताया कि शुभम माहिती एक क्रोधी इंसान था. जब वह गुस्से में होता था, तो वह पागल सा हो जाता था. यही कारण था कि पड़ोसी भी उससे ज्यादा बातें नहीं करते थे.
उस रात ऐसी कोई बात परिवार के सदस्यों के बीच हो गई, जिससे शुभम माहिती तमतमा उठा. उसने अपनी मां और बहन के शरीर पर केरोसिन तेल का पीपा उड़ेल दिया. पहले तो मां और बहन ने समझा कि शुभम ऐसा कुछ नहीं करेगा, जो उनकी जान को खतरे में डाल सकता है. बताया जाता है कि जब शुभम ने अपनी मां और बहन पर किरोसीन तेल डाला तो दोनों भागने की बजाय उसके सामने तनकर खड़ी हो गई. इससे वह और ज्यादा गुस्से में भड़क उठा. उसने आव देखा न ताव. तुरंत ही माचिस निकाल कर जलती हुई तिल्ली उनके शरीर पर डाल दी और उन्हें घसीटते हुए कमरे में बंद कर दिया.
यह कैसा निष्ठुर भाई और मां का कपूत था, जिसने इतना बड़ा कदम उठाया. अंदर कमरे में मां और बहन धू धूकर जल रहे थे. लेकिन उस भाई और उस बेटे का दिल नहीं पसीजा और जब उसका गुस्सा ठंडा हुआ तब तक काफी देर हो चुकी थी. अंदर कमरे में मां बहन दोनों ही बुरी तरह झुलस कर शांत पड़ चुकी थी. उस समय तक शुभम का क्रोध ठंडा हो चुका था. अपनी बहन और मां के क्षत विक्षत शव को देखते ही वह प्रायश्चित की आग में इस तरह तडप उठा कि उसने खुद को भी मिटा डालने का फैसला कर लिया.
अगली सुबह जब माहिती परिवार के घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को कुछ शक हुआ. उन्होंने घर में झांक कर देखा तो कुछ भी नजर नहीं आया. इसके बाद उन्होंने आवाज लगाई.लेकिन अंदर से दरवाजा नहीं खुला. इसके बाद पड़ोसियों ने थाने को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड डाला. फर्श पर मां बेटी की जली हुई लाशें और छत से बेटे की लटकती लाश देखकर पुलिस के भी होश फाखता हो गए. ऐसी घटनाएं विचलित कर देती हैं. क्रोध ने एक भरे पूरे घर और परिवार का नाश कर दिया!