December 18, 2024
Sevoke Road, Siliguri
उत्तर बंगाल लाइफस्टाइल सिलीगुड़ी

सिलीगुड़ी के टैक्सी चालकों की कौन सुनेगा फरियाद!

इन दिनों सिलीगुड़ी के टैक्सी चालक ऑनलाइन कैब बुकिंग कंपनी उबर के खिलाफ सड़कों पर उतर चुके हैं. टैक्सी चालकों को काम नहीं मिल रहा है. वे सारा दिन खाली बैठे रहते हैं. कभी-कभार एकाध बुकिंग हो जाती है. लेकिन इस बुकिंग से उनका परिवार नहीं चल सकता है. टैक्सी चालकों का आरोप है कि उबेर के द्वारा उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. टैक्सी चालक अपनी समस्या को लेकर काफी परेशान है. लेकिन उनकी परेशानी को अधिकारी नहीं समझ पा रहे हैं.

आमतौर पर बागडोगरा एयरपोर्ट पर काम करने वाले टैक्सी चालक इन दिनों कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं. सबसे बड़ी समस्या पार्किंग को लेकर है. पार्किंग के लिए टैक्सी चालकों से ₹60 लिया जाता है. टैक्सी चालकों की तरफ से यह आरोप लगाया गया है. उनकी समस्या यह है कि जब आमदनी ही नहीं हो और ऊपर से यह खर्च वहन करना उचित नहीं है. उनका कहना है कि पार्किंग शुल्क में कमी आनी चाहिए. नियम के अनुसार अगर आधे घंट पार्किंग एरिया में रुकना पडता है तो ₹20 पार्किंग शुल्क देना पड़ता है जबकि ऑनलाइन बुकिंग में गाड़ी चलाने से उन्हें ₹60 पार्किंग शुल्क देना पड़ता है.

टैक्सी चालको ने बताया कि गाड़ी पार्किंग को लेकर भी उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है. उनका आरोप है कि बागडोगरा एयरपोर्ट पर उन्हें हवाई अड्डा से एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर गाड़ी को पार्क करने दिया जाता है, जिससे उन्हें भाड़ा भी नहीं मिलता है.जबकि एयरपोर्ट के निकट पार्किंग वाली गाड़ियों को जल्दी बुकिंग मिल जाती है. पिछले दिनों उन्होंने बागडोगरा एयरपोर्ट पर उबेर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और स्थिति में सुधार के लिए 7 दिनों का अल्टीमेटम भी दे दिया है. अगर 7 दिनों के अंदर उनकी स्थिति पर विचार नहीं किया गया तो वह बड़ा आंदोलन कर सकते हैं.

पिछले कई दिनों से यह समस्या बनी हुई है. जब उनका धैर्य जवाब देने लगा, तब उन्होंने उबेर के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और सड़कों पर उतर आए. उन्होंने उबेर का बहिष्कार करने का नारा लगाया. उन्होंने उस दिन गाड़ी नहीं चलाई और सारा दिन विरोध प्रदर्शन किया. टैक्सी चालको की व्यथा है कि उन्हें सवारी नहीं मिल रही है. कमाई नहीं होने से उनका परिवार तकलीफ में है. टैक्सी चालको ने बताया कि उबेर का कोई भी ऑफिस सिलीगुड़ी में नहीं है. फिर भी वह उबेर के निर्देश का पालन करते हैं. लेकिन उबेर के द्वारा उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है.

सिलीगुड़ी और आसपास में लगभग 450 टैक्सी चालक है, जो उबेर की बुकिंग पर निर्भर करते हैं. उबेर के द्वारा बुकिंग मिलने पर ही वे यात्रियों को ले जाते हैं.लेकिन बुकिंग कम मिलने से वह काफी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि घर के खर्चे के अलावा गाड़ी का रखरखाव, इंस्टॉलमेंट भरने ,इंश्योरेंस इत्यादि कई चीजों को लेकर हमेशा समस्या रहती है. अगर संबंधित अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं तो आगे समस्या और गंभीर हो सकती है. परिवार चलाना तक मुश्किल हो जाएगा. यह बात वे कई बार संबंधित अधिकारियों को बता चुके हैं. लेकिन उनके द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

आल बंगाल तृणमूल कैब ड्राइवर और ऑपरेटर्स एसोसिएशन नॉर्थ बंगाल डिवीजन के राज्य सचिव हैं निर्मल बर्मन. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के टैक्सी चालकों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.उबेर कंपनी उन्हें काम नहीं दे रही है. ऐसे में वे अपने अधिकार के लिए संघर्ष करने के लिए मजबूर हैं. बुकिंग समेत तमाम तरह की उनकी मांगे हैं. अब देखना है कि संबंधित अधिकारी उनकी मांगों पर किस तरह से विचार करते हैं.

(अस्वीकरण : सभी फ़ोटो सिर्फ खबर में दिए जा रहे तथ्यों को सांकेतिक रूप से दर्शाने के लिए दिए गए है । इन फोटोज का इस खबर से कोई संबंध नहीं है। सभी फोटोज इंटरनेट से लिये गए है।)

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