सिलीगुड़ी के दिल की धड़कनें बढ़ती जा रही है. आम से लेकर खास तक सहमे हुए हैं. 12 तारीख को याद करके कुछ लोग अनहोनी की आशंका व्यक्त कर रहे हैं, तो कई लोग यह मानते हैं कि कुछ ना कुछ गड़बड़ होगा. कई लोगों का यह मानना है कि 12 तारीख को सिलीगुड़ी एक अप्रत्याशित घटना का गवाह बनेगा!
12 दिसंबर को सिलीगुड़ी में कुछ ऐसा होने जा रहा है, जो शायद ही अब तक देखा गया था. हो सकता है कि सिलीगुड़ी के लिए यह एक ऐतिहासिक बन जाए. बंगाल की राजनीति की दुनिया से आपस में 36 का आंकड़ा रखने वाले दो बड़े दुश्मन नेता सिलीगुड़ी में होंगे. एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कंचनजंघा स्टेडियम में सिलीगुड़ी को संबोधित करेंगी तो दूसरी तरफ राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता और पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी भी पास में ही विरोध सभा करेंगे. स्वयं सुवेंदु अधिकारी ने डंके की चोट पर यह बात कही है.
ऐसे में राजनीतिक विश्लेषक और जानकार मानते हैं कि तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच बड़ी उठा पटक हो सकती है. जानकारों का मानना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सभा में खलल पड़े, यह तृणमूल कांग्रेस प्रदाश्त नहीं करती. वैसे भी राज्य में TMC की दुश्मन भाजपा ही है. जब-जब भाजपा की रैली या धरना प्रदर्शन यहां होता है,तो कभी पुलिस तो कभी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता अड़ंगा डालने लगते हैं. आपको याद होगा कि कुछ समय पहले सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने एक बयान में कहा था कि अगर मुख्यमंत्री की सभा में खलल डालने की कोई कोशिश करता है तो उसके हाथ पांव तोड़ दिए जाएंगे. हालांकि बाद में गौतम देव ने इस बयान से किनारा कर लिया था.
सिलीगुड़ी के लोग भी मानते हैं कि 12 तारीख को सिलीगुड़ी में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में एक बार फिर से जोरदार टकराहट की स्थिति उत्पन्न होगी. सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री की जनसभा के लिए सिलीगुड़ी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता जोरदार तैयारी कर रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी भी काम में लगे हुए हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता लौटने के क्रम में कंचनजंघा स्टेडियम में सभा करेंगी. उनकी सभा में सुरक्षा व्यवस्था और अन्य व्यवस्थाओं की देख रेख की कमान एसजेडीए के चेयरमैन सौरभ चक्रवर्ती और सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव संभाल रहे हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी का दौरा करके सोमवार की शाम सिलीगुड़ी पहुंच जाएंगी और रात्रि विश्राम उत्तर कन्या में करेंगी. मंगलवार को कोलकाता लौटने से पहले वह कंचनजंघा स्टेडियम में सिलीगुड़ीवासियो को संबोधित करेंगी. मुख्यमंत्री उत्तर कन्या से जिस रास्ते से स्टेडियम पहुंचेगी, उस रास्ते का कायाकल्प किया जा रहा है. फ्लाईओवर का भी रंग रोगन किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जगह-जगह तोरण द्वार और उनका कट आउट लगाया जा रहा है.
दूसरी तरफ सूत्र बता रहे हैं कि अगर अंतिम समय में कुछ बदलाव नहीं होता है तो शुभेंदु अधिकारी 12 दिसंबर को सिलीगुड़ी में जनसभा कर सकते हैं. लेकिन उनकी जनसभा कहां होगी और किस तरह की होगी, यह अभी तय नहीं है. सिलीगुड़ी जिला भाजपा के कार्यकर्ता यूं तो काफी जोश में है, लेकिन इस पर कुछ कहना नहीं चाहते. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि 12 दिसंबर को वे सिलीगुड़ी जाएंगे. उन्होंने कहा था कि सिलीगुड़ी नहीं जाने देने के लिए उन्हें डराया धमकाया जा रहा है. लेकिन वह डरने वाले नहीं है.
अब जैसे-जैसे दिन निकट आता जा रहा है, सिलीगुड़ी के दिल की धड़कन भी बढ़ती जा रही है. उस दिन क्या होगा, लोग सोच सोच कर डर रहे हैं. क्योंकि शुभेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी की राजनीतिक दुश्मनी भला कोई कैसे भूला सकता है! हाल ही में तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा की बंपर जीत ने पश्चिम बंगाल भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं में जोश भर दिया है.